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NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 11 Hasi Ki Chot, Sapna, Darbar

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NCERT Solutions for Class 11 Chapter 11 Hindi - FREE PDF Download

Class 11 Hindi Chapter 11: 'Hasi ki Chot, Sapna, Darbar,' three different poetic styles—'Hasi ki Chot,' 'Sapna,' and 'Darbar'—are explored. Each of these pieces offers unique insights into human emotions, dreams, and the critique of societal norms. 'Hasi ki Chot' talks about the elements of nature and emotions. 'Sapna' explores the delicate line between dreams and reality. Meanwhile, 'Darbar' critiques the excesses and negligence often found in royal courts. These NCERT solutions provide an in-depth understanding of each poem, enhancing your ability to interpret the messages conveyed by the poets and apply them to your studies.

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Table of Content
1. Access NCERT Solutions for Class 11 Chapter 11 Hasi Ki Chot, Sapna, Darbar
2. Learnings of NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 11
3. Important Study Material Links for Hindi Class 11 Chapter 11
4. Conclusion 
5. Chapter-wise NCERT Solutions Class 11 Hindi - (Antra)
6. NCERT Class 11 Hindi Other Books Solutions
7. Related Important Study Material Links for Class 11 Hindi
FAQs


Our solutions for Class 11 Hindi Antra NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 11 Hindi Syllabus and practise Hindi Class 11 Chapter 11.


Glance on Class 11 Hindi Chapter 11 (Antra)

  1. 'Hasi ki Chot' discusses how the five elements of nature—earth, water, fire, air, and sky—relate to human emotions during moments of separation.

  2. 'Sapna' reflects the joy and disappointment of dreams, especially when they shatter upon waking.

  3. 'Darbar' paints a picture of negligence in royal courts where indulgence and ignorance of real issues prevail.

  4. Each poem provides insights into human psychology, particularly how people cope with separation, dreams, and societal expectations.

  5. The use of literary devices such as alankars (figures of speech) enhances the depth and beauty of the poems.

Access NCERT Solutions for Class 11 Chapter 11 Hasi Ki Chot, Sapna, Darbar

1.हँसी की चोट सवैये में कवि ने किन पंच तत्वों का वर्णन किया है तथा वियोग में वे किस प्रकार विदा होते हैं?

उत्तर: हँसी की चोट सवैये में कवि ने वायु, जल, अग्नि, आकाश और पृथ्वी आदि पांच तत्वों का वर्णन किया है। कृष्ण वियोग में गोपियों से ये सभी तत्व विदा हो जाते है। जब गोपियां कृष्ण के दूर हो जाने के कारण रोटी हैं तो आंसुओं के द्वारा उनका जल तत्व दूर हो जाता है, जब वे तेज तेज गति से सांस लेती है तो उनका वायु तत्व विदा हो जाता है। गर्मी में पसीने के आने के कारण अग्नि तत्व चला जाता है और जब वे कृष्ण वियोग में होती है तो हर पल सिर्फ कृष्ण को याद करती है, जिससे वे कमजोर हो जाती है उनका शरीर केवल कंकाल मात्र रह गया है जिस कारण पृथ्वी तत्व भी वियोग के कारण उनसे विदा ले लेता है। वे सिर्फ कृष्ण से एक बार मिलने की आशा करती हैं। इस प्रकार पांचों तत्व वियोग में विदा ले लेते है।


2.नायिका सपने में क्यों प्रसन्न थी और वह सपना कैसे टूट गया?

उत्तर: नायिका सो रही होती है तभी वह एक सपना देखती है की आकाश में बादलों से हल्की हल्की बूंदे गिर रही है। वहाँ पर अचानक कृष्ण आते है और उससे झूला झूलने के लिए कहते है। नायिका कृष्ण को देखकर आनंद विभोर हो जाती है। वह मन ही मन बहुत खुश होती है। उसकी प्रसन्नता चरम पर होती है। जैसे ही वह कृष्ण के साथ झूला झूलने के लिए खड़ी होती है उसकी नींद खुल जाती है। जिससे उसका सपना भी टूट जाता है।


3. ‘सपना’ कवित्त का भाव सौंदर्य लिखिए।

उत्तर: सपना कवित्त में नायिका का कृष्ण से मिलन पर उत्पन्न भावों का वर्णन किया है। कृष्ण से मिलने की आशा में कवित्त्त में वियोग से योग का भाव स्पष्ट किया है। कवि ने नायिका की कृष्ण से मिलने की व्याकुलता और उससे मिलना की खुश का अद्भुत वर्णन किया। वह अपनी इस आशा को अपने सपने के माध्यम से पूरा करती है। लेकिन उस सपने के टूट जाने के बाद वह फिर से दुखी हो जाती है।


4.‘दरबार’ सवैये में किस प्रकार के वातावरण का वर्णन किया है?

उत्तर: दरबार सवैये में राजा के दरबार का वर्णन किया गया है। कवि कहता है की राजा के दरबार में सभी दरबारी मौन बैठे हुए है। केवल भोग– विलास ही उस दरबार की पहचान बन गई है। वहां का राजा अंधा और दरबारी मौन बने हुए हैं। प्रजा की जरूरतों को अनदेखा किया जा रहा है।


5.दरबार में गुणग्राहकता और कला की परख को किस प्रकार अनदेखा किया जाता है?

उत्तर: दरबार में राजा और उसके दरबारी केवल सुंदर और भोग विलास की चीजों को ही एहमियत देते हैं। उनके लिए कला का कोई महत्व नहीं हैं। उन्हें कला की पहचान करना भी नहीं आता है। उनके लिए चुटकुले ही कला है। जिससे उनको आनंद मिलता है। वह सभी राजा की चापलूसी को ही अपना कार्य  मानते है। उसी की चाटुकारिता करते है।वह सभी अंधे और गूंगे बने हुए है। इसलिए दरबार गुणग्रहकता और कला की परख को अनदेखा किया जाता है।


प्रश्न 6. आशय स्पष्ट कीजिए-
(क) हेरि हियो जु लियो हरि जू हरि।
(ख) सोए गए भाग मेरे जानि वा जगन में।
(ग) वेई छाई बूंदें मेरे आसु हूवै दृगन में।
(घ) साहिब अंध, मुसाहिब मूक, सभा बहिरी।
उत्तर:
(क) नायक ने जब से नायिका को हैसकर देखा है तब से नायिका को ऐसा लगता है जैसे उस नायक ने हैसकर देखने मात्र से ही उस का हदयय चुरा लिया है। वह नायक से मिलने के लिए व्याकुल रहने लगती है और निरंतर उससे नहीं मिल पाने की वियोगाग्नि में जलती रहती है।

(ख) लाक्षणिकता से युक्त इस पंक्ति में गोपिका की पीड़ा स्पष्ट रूप से व्यक्त हुई है। जब वह सो रही थी और सपने में श्रीकृष्ण की रूप माधुरी और सान्निध्य को पा रही थी तब संयोग अवस्था के सुखों में डूबी हुई थी लेकिन जगते ही; आँखें खोलते ही उसका सपना टूट गया। जब आँखें खुलीं तो न तो वहाँ श्रीकृष्ण थे और न ही आकाश में छाए बादल। वह तो दुख के सागर में मानो डूब-सी गई। उसकी आँखें औसुओं से भर गई । उसकी किस्मत उसके जागने से सो गई। हर मानव अपने सपनों में अवचेतन के कारण उन सुखों को पा लेता है जो चाहे उसे जीवन में उपलब्ध न हो। गोपिका श्रीकृष्ण से प्रेम करती थी पर उन्हें प्राप्त नर्ही कर पा रही थी इसलिए सपने में उसे अपने भाग्य पर गर्व हो रहा था कि उसने श्रीकृष्ण को पा लिया था, पर नींद खुलते ही जीबन का यथार्थ सामने आ गया। उसके जागने से उसके भाग्य ही मानो सो गए।

(ग) श्रीकृष्ण ने गोपिका को उसके सपने में जब झूले पर झूलने का आग्रह किया था तब बाहर रिमझिम बारिश की झड़ी लगी हुई थी। गोपिका की नींद खुलते ही उसे वास्तविकता का पता चला कि वह तो सपना देख रही थी। न तो बाहर वर्षा हो रही थी और न ही श्रीकृष्ण वहाँ थे। उसकी आँखों से आँसू बह निकले। गोपी को लगा कि वही वर्षा की बूँदे उसकी आँखों में ऑसू की बूँदों के रूप में दिखाई देने लगी हैं।

(घ) तत्कालीन विलासी तथा चापलूसी-पसंद राजाओं की दशा का वर्णन करते हुए कवि लिखता है कि सद्बुद्धि और विवेक से रहित राजा अक्ल का अंधा है। उसके चापलूस दरबारी अच्छा-बुरा देखते हुए भी राजा की जी हजूरी करने के कारण चुप रहते हैं तथा सभा में उपस्थित अन्य लोग भी राजा की नाराजगी मोल न लेने के कारण देखते-सुनते हुए भी बहरे-गूँगे बने रहते हैं तथा कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नही करते।


7.देव ने दरबारी चाटुकारिता और दंभपूर्ण वातावरण पर किस प्रकार व्यंग्य किया है?

उत्तर: देव ने दरबारी चाटुकारिता और दंबपूर्ण वातावरण पर व्यंग्य करते हुए कहा है की दरबार में सभी अपनी इच्छा के मालिक बन हुए है। हर समय वे सभी भोग–विलास में डूबे हुए है। राजा भी केवल नाममात्र ही है। वह भी उनके तरह ही है। वह सभी अपने विलासिता में इतने लीन हो चुके हैं की उन्हें कला और गुणों की परख का भी कोई अंदाजा नहीं है। सभी पर उनका अहंकार अधिक प्रभावी हो गया है।


8.निम्नलिखित पंक्तियों की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए-

(क) साँसनि करि।

(ख) झहरि गगन में।

(ग) साहिब अंधा बाच्यो।

उत्तर : देखिए सप्रसंग व्याख्या भाग।


9. देव के अलंकार प्रयोग और भाषा प्रयोग के कुछ उदाहरण पठित पदों से लिखिए।

उत्तर: देव के अलंकार प्रयोग और भाषा प्रयोग के कुछ उदाहरण इस प्रकार है–

1.जा दिन तै मुख फेरी, हरे हँसी, हेरी हियो जु लियो में ‘ह’ की आवृति बार बार हुई है। इसमें अनुप्रास  का प्रयोग किया गया है।

2.झहरी – झहरी, गहरी– गहरी आदि में पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।

3.झहरी – झहरी, झीनी झीनी बूंद है परती मानो में उपमा अलंकार का प्रयोग किया है।

4.कवि ने इसमें ब्रज भाषा का प्रयोग किया है। वह ब्रज भाषा के प्रमुख कवियों में माने जाते है। इस पारकर देव ने विभिन्न अलंकारों और भाषा का प्रयोग अपनी रचना में किया है। 


10. दरबार सवैये को भारतेंदु हरिश्चंद्र के नाटक अंधेर नगरी के समकक्ष रखकर विवेचना कीजिए।

उत्तर: दरबार सवैये में और अंधेर नगरी नाटक दोनों काफी हद तक समान है। उनके दरबार की स्थिति भी एक जैसी ही है। लेकिन अंतर सिर्फ इतना है की दरबार में राजा और दरबारी सभी भोग विलास का शिकार हुए है और अकर्मण्य बने हुए है। लेकिन अंधेर नगरी में राजा की मूर्खता के कारण सभी अकर्मण्य बने हुए है। उन्हें केवल राजा की चापलूसी करने का ही शोक हो गया है। जिसके आगे वे प्रजा की इच्छा और उनकी जरूरतों को अनदेखा कर देते है। वे अपने कर्तव्य से बिलकुल अनभिज्ञ हो चुके हैं।


11.देव के समान भाषा प्रयोग करने वाले किसी अन्य कवि के पदों का संकलन कीजिए।
उत्तर: यहाँ तीन कवियों का एक-एक पद दिया जा रहा है। अन्य पदों का संकलन विद्यार्थी स्वयं अपने विद्यालय के पुस्तकालय से करें-

(i) फाग के भीर अभीरन कें, गहि गोबिंद लै गई भीतर मोरी।
माई करी मन की पद्माकर, ऊपर नाई अबीर की झोरी।
छीन पितंबर कम्मर तें, सु विदा दई मीड़ि कपोलन रोरी।
नैन नचाई, कही मुसकाइ, लला फिरि आइयौ खेलन होरी।
– पद्माकर

(ii) सब जाति फटी दुख की दुपटी कपटी न रहै जहँ एक घटी।
निघटी रूच मीचु घटी हूँ घटी जगजीव जतीन की छूटी चटी।
अघओघ की बेरी कटी बिकटी निकटी प्रकटी गुरज्ञान-गटी।
चहुँ ओरनि नाचति मुक्तिनटी गुन धूरजटी जटी पंचबटी॥
– केशवदास

(iii) तब तौ छबि पीवत जीवन है, अब सोचन लोचन जात जरे।
हित-पोष के तो सु प्रान पले, विललात महा दु:ख दोष भरे।
घनआनँद मीत सुजान बिना, सब ही सुख-साज-समाज टरे।
तब हार पहार से लागत है, अब आनि कै बीच पहार परे।।
-घनानंद


Learnings of NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 11

  1. Connecting Emotions to Nature: These poems show how the elements of nature can be used to represent human emotions, particularly when dealing with separation or sorrow.

  2. Understanding Dreams: 'Sapna' helps us see how dreams reflect our desires, but also how they can bring disappointment when they end.

  3. Criticism of Rulers: 'Darbar' offers a sharp critique of how rulers can become out of touch with reality, focused only on their pleasures while ignoring the needs of their people.

  4. Appreciating Literary Devices: The chapter teaches students how literary devices like metaphors and alankars add depth and meaning to poetry.

  5. Cultural Reflections: These poems offer insights into the cultural and societal norms of the time, showing the concerns poets had about human nature and society.


Important Study Material Links for Hindi Class 11 Chapter 11

S.No. 

Important Study Material Links for Chapter 11

1.

Class 11 Hasi ki Chot, Sapna, Darbar Questions

2.

Class 11 Hasi ki Chot, Sapna, Darbar Notes



Conclusion 

NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 11: 'Hasi ki Chot, Sapna, Darbar' provides a deep understanding of human emotions, dreams, and societal issues through poetry. Whether it’s the emotional connection to nature in 'Hasi ki Chot,' the fragile nature of dreams in 'Sapna,' or the critique of the royal court in 'Darbar,' these poems give students plenty to think about. By analysing these poems, students not only appreciate their literary beauty but also gain insights into the issues and emotions that poets were grappling with during that time.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 11 Hindi - (Antra)

After familiarising yourself with the Class 11 Hindi Chapter 11 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi Class 11 Antra textbook chapters.




NCERT Class 11 Hindi Other Books Solutions



Related Important Study Material Links for Class 11 Hindi

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FAQs on NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 11 Hasi Ki Chot, Sapna, Darbar

1. What are the main elements discussed in 'Hasi ki Chot' in NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 11?

'Hasi ki Chot' talks about the five elements—earth, water, fire, air, and sky—and how they represent human emotions, especially during moments of separation.

2. How does Sapna deal with the theme of dreams and reality in Chapter 11?

'Sapna' explores the joy of dreams and the disappointment when the dream suddenly ends, showing how dreams can be a mix of happiness and sadness.

3. What societal critique is presented in 'Darbar' in Chapter 11?

'Darbar' critiques how rulers and courtiers get lost in luxury and neglect their responsibilities towards their subjects, highlighting the moral decay in the court.

4. How do the poems in NCERT Solutions for Chapter 11 connect human emotions with nature?

These poems, especially 'Hasi ki Chot,' use natural elements like earth, water, and fire to express deep human emotions, such as loss and longing.

5. What role do literary devices play in NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 11?

The poets use various literary devices such as metaphors and alankars to enhance the emotional and expressive power of their poems.

6. How does 'Darbar' compare to Bharatendu Harishchandra’s 'Andher Nagari'?

Both 'Darbar' and Bharatendu Harishchandra’s 'Andher Nagari' critique the ruling class, showing how the focus on luxury and foolishness leads to neglect of the people.

7. What does the dream sequence in 'Sapna' reveal about human desires in Chapter 11?

The dream in 'Sapna' reflects the human tendency to feel joy in dreams, but also the pain of waking up to reality, symbolising the fleeting nature of happiness.

8. How to do the five elements in 'Hasi ki Chot' express emotions in Chapter 11?

The five elements symbolise the breakdown of the body and spirit when emotions like separation and longing take over, showing how deeply connected humans are to nature.

9. How does 'Darbar' reflect the ethical and moral decline of rulers in Chapter 11?

'Darbar' shows how the ruling class becomes self-absorbed in luxury and forgets their duty to their people, reflecting a significant moral decline.

10. How can students apply the lessons from NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 11 to better understand human nature?

By analysing these poems, students can explore how humans express emotions, cope with disappointments, and deal with societal issues, helping them gain a deeper understanding of human behaviour.