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NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 2 Dopeher Ka Bhojan

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NCERT Solutions for Hindi Class 11 Chapter 2 Dopeher Ka Bhojan - FREE PDF Download

The NCERT Solutions for Class 11 Chapter 2: Dopeher Ka Bhojan from the Hindi (Antra) textbook provides essential support for students to understand this insightful narrative by Amarkant. This chapter explores the cultural significance of midday meals and highlights the relationship between food, family, and social interactions. Aligned with the Class 11 Hindi Syllabus, these solutions offer detailed explanations, character analyses, and discussions on the themes presented in the text, helping students grasp the deeper meanings behind the story.

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Hindi Class 11 Chapter 2 Dopeher Ka Bhojan - FREE PDF Download
2. Glance on Class 11 Hindi (Antra) Chapter 2 - Dopeher Ka Bhojan 
3. Access NCERT Solutions for Class 11 Hindi पाठ २ - दोपहर का भोजन
4. Benefits of NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 2 Dopeher ka Bhojan
5. CBSE Class 11 Hindi Antra Chapter 2 Other Study Materials
6. Chapter-wise NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra
7. NCERT Class 11 Hindi Other Books Solutions
8. Important Study Material for Hindi Class 11
FAQs


Students can conveniently access the FREE PDF download of the NCERT Solutions Class 11 Hindi Antra by visiting the landing page here. These solutions not only enhance comprehension but also facilitate effective exam preparation, making them a valuable resource for understanding the chapter and developing a deeper appreciation for Hindi literature.


Glance on Class 11 Hindi (Antra) Chapter 2 - Dopeher Ka Bhojan 

Chapter 2, "Dopeher Ka Bhojan," written by Amarkant, offers a rich narrative that explores the significance of the midday meal in Indian culture. Here’s a brief overview of the chapter:


  • Cultural Context: The chapter highlights the importance of food in building relationships and developing a sense of community. It reflects on how meals serve as a medium for family bonding and social interaction.

  • Character Development: The narrative revolves around the characters who share a meal, illustrating their emotions, interactions, and the memories associated with food. This focus on character depth allows readers to connect with their experiences.

  • Themes of Simplicity and Joy: The story emphasises the joy and contentment that come from simple, homemade meals, contrasting them with the complexities of modern life. It celebrates the essence of enjoying food with loved ones.

  • Descriptive Imagery: Amarkant employs vivid imagery to describe the food and the atmosphere during the meal, engaging the readers' senses and evoking nostalgia for traditional dining experiences.

  • Reflection on Life's Values: Through the narrative, the chapter encourages readers to reflect on the values of sharing, gratitude, and the cultural importance of food in daily life.

  • Emotional Resonance: The chapter resonates with readers by tapping into universal feelings of warmth and nostalgia associated with family meals, prompting them to cherish their memories related to food and togetherness.

Access NCERT Solutions for Class 11 Hindi पाठ २ - दोपहर का भोजन

1. सिद्धेश्वरी ने अपने बड़े बेटे रामचंद्र से मँझले बेटे मोहन के बारे में झूठ क्यों बोला?

उत्तर: सिद्धेश्वरी ने मँझले बेटे मोहन के बारे में झूठ इसलिए बोला क्योंकि वह जानती थी कि यदि उसने रामचन्द्र को मोहन की आदतों के बारे में बताया तो भाइयों के बीच लड़ाई हो जाएगी और वह ऐसा नहीं चाहती थी। सिद्धेश्वरी का बड़ा बेटा घर में रोटी लाने वाला अकेला ही था और मोहन पढ़ाई की जगह दोस्तों के साथ घूमता फिरता था। यह बात सिद्धेश्वरी को पता थी फिर भी उसने अपने बड़े बेटे से झूठ बोला।


2. कहानी के सबसे जीवंत पात्र के चरित्र की दृढ़ता का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।

उत्तर: कहानी का सबसे जीवंत पात्र सिद्धेश्वरी का है क्योंकि वह मोहन की आदतों के बारे में जानकर भी अपने बड़े बेटे से इस डर से कुछ नहीं कहती कि कहीं भाइयों में लड़ाई ना हो जाए। वह घर में भोजन नहीं रहते हुए भी किसी से कुछ नहीं कहती क्योंकि उस ऐसा लगता है कि भोजन के लिए परिवार के सभी सदस्य आपस में भिड़ ना जाए। वह अपने परिवार के सदस्यों में एक दूसरे के प्रति प्रेम भावना जगाए रखती है और अपनी बातों से सहारा देती है।


3. कहानी के उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जिनसे गरीबी की विवशता झाँक रही हो।

उत्तर: कहानी के ऐसे प्रसंग जिनसे गरीबी की विवशता दिख रही हो इस प्रकार हैं:

  1.  रामचंद्र को खाने में दो रोटी देती है और यह जानते हुए भी कि घर में खाने को कम है, वह रामचंद्र से बार-बार और रोटी लेने के लिए पूछती है परन्तु रामचंद्र को यह ज्ञात होता है कि घर में खाना नहीं है इसलिए वह रोटी लेने से मना कर देता है।

  2. मोहन बदमाश है परन्तु उस भी यह ज्ञात है कि घर में खाने को नहीं है और माँ दिखावा कर रही है इसलिए वह भी और रोटी लेने से इंकार कर देता है।

  3. सिद्धेश्वरी अपने पति को भी और रोटी लेने को बोलती है परन्तु वह भी उसे मना कर देते हैं लेकिन फिर भी सिद्धेश्वरी उन्हें आदि रोटी दे देती है। इसके बाद वह सिद्धेश्वरी से गुड़ का शरबत बनाने को कहते हैं और उसे ही पीकर अपना पेट भर लेते हैं।

  4. चारपाई पर बीमार बच्चा बुखा था और रो रहा था। सिद्धेश्वरी उसे भी एक रोटी दे देती है और सिद्धेश्वरी के लिए कुछ नहीं बचता वह बस पानी ही पीकर अपना पेट भर लेती है।


4. ‘सिद्धेश्वरी का एक दूसरे सदस्य के विषय में झूठ बोलना परिवार को जोड़ने का अनथक प्रयास था’ - इस संबन्ध में अपने विचार लिखिए। 

उत्तर: सिद्धेश्वरी अपने परिवारजनों में प्रेम बढ़ाने के लिए कोई भी झूठ बोल सकती हैं क्योंकि उसे मालूम है कि घर में खाने के लिए वैसे भी कुछ नहीं है और ऐसे समय में यदि परिवार में लड़ाई भी शुरू हो जाए तो उसका परिवार बिखर जाएगा। यदि उसके एक झूठ बोलने से उसके बेटों और उसके पति खुश रहते हैं तो उसे इसमें कोई भी बुराई नहीं लगती है। सिद्धेश्वरी बस अपने परिवार को प्रेम से रहता देखना चाहती है। 


5. ‘अमरकांत आम बोलचाल की ऐसी भाषा का प्रयोग करते हैं जिससे कहानी की संवेदना पूरी तरह उभरकर आ जाती है।’ कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए। 

उत्तर: इस कहानी में अमरकांत में बोलचाल की भाषा का प्रयोग किया है। उन्होंने ऐसा इसलिए किया है ताकि आम लोग इस कहानी को पढ़ सकें और समझ सके। उन्होंने किसी भी तरह का दिखावा नहीं किया है। जैसे कि: सिद्धेश्वरी ने पूछा ,’बड़का की कसम,एक रोटी देती हूँI अभी बहुत सी हैI’ इस बात पर मुंशी जी अपराधी के समान अपनी पत्नी को देखते है तथा रसोई की ओर कनकी से देखने के बाद किसी घुटे उस्ताद की भाँती बोले, ‘रोटी रहने दो ,पेट काफी भर चूका है I अन्न और नमकीन चीजे खाते–खाते तबियत भी उब गयी है I तुमने व्यर्थ में कसम धरा दीI खैर रखने के लिए ले रहा हूँ। गुड़ होगा क्या? इसमें लेखक ने ‘कनखी’, ‘घुनटे उस्ताद’, बड़के धरा दी’ जैसे कई शब्दों का प्रयोग कर भाषा में जान डाल दी।


6. रामचन्द्र, मोहन और मुंशी जी खाते समय रोटी न लेने के लिए बहाने करते हैं, उसमें कैसी विवशता है? स्पष्ट कीजिए। 

उत्तर: रामचन्द्र, मोहन और मुंशी जी खाते समय रोटी न लेने के लिए बहाने करते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि घर में खाना नहीं है और सिद्धेश्वरी उनका मन रखने के लिए झूठ बोल रही है। उन सभी को अपने पेट को रोककर यह झूठ बोलना पड़ रहा है कि की वह भूखे नहीं है क्युकी वह जानते है कि वह इतने गरीब है कि उनके पास भोजन लाने के पैसे नहीं हैं।


7. सिद्देश्वरी की जगह आप होते तो क्या करते?

उत्तर: कहानी "दोपहर की भूख" में सिद्देश्वरी अपनी भूख मिटाने के लिए मेहनत करती है और परिस्थिति का सामना करते हुए संयम और धैर्य दिखाती है। अगर मैं सिद्देश्वरी की जगह होता/होती, तो मैं भी स्थिति का सामना करता/करती और आत्मसम्मान बनाए रखते हुए किसी मदद या विकल्प की तलाश करता/करती। जरूरत पड़ने पर मैं आसपास के लोगों से सहायता मांगता/मांगती, लेकिन आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करता/करती।


8. रसोई संभालना बहुत जिम्मेदारी का काम है - सिद्घ कीजिए।

उत्तर: रसोई में जितनी भी सामग्री हो गृहणी को इतने में ही सभी सदस्यों को ध्यान में रखकर पूरी स्थिति का समावेश किया जाता है। अगर पर्याप्त सामग्री हों तब चिंता की बात बिल्कुल भी नहीं होती लेकिन सामग्री भूत कम हो और सदस्यों को पूरे न पड़े तो गृहणी की परीक्षा हो जाती है। ऐसे में कुशल गृहणियां अपनी जिम्मदारी की परीक्षा बड़े लगन और मेहनत से देती हैं। अपनी जान की परवाह नहीं करती। 


9. आपके अनुसार सिद्धेश्वरी के झूठ सौ स्त्यों से भारी कैसे हैं? अपने शब्दों में उत्तर दीजिए। 

उत्तर: सिद्धेश्वरी ने जो भी झूठ बोले वह अपने परिवार के मधु एकता, प्रेम और शांति स्थापित करने के लिए बोले थे। उसके झुठो मे किसी प्रकार का स्वार्थ विद्यमान नहीं था। उसके झूठ एक भाई का दूसरे भाई के प्रति बच्चों का पिता के प्रति तथा पिता की बच्चों के प्रति आपसी समझ और प्रेम बड़ाने के लिए बोले गए थे। इस तरह वह परिवार को मुसीबत के समय एक बनाए रखने का प्रयास करती है। अत: उसके झूठ सौ सत्यों से भारी थे  झूठ वह कहलाता जिससे किसी का नुक़सान हो। इन झूठों से किसी का नुक़सान नहीं हुआ था। परिवार को जोड़े रखने का यह माध्यम था। ये झूठे अच्छी भावना लेकर बोले गए थे। अत: ये सौ सत्य से बहुत अच्छे हैं।


10. आशय स्पष्ट कीजिए-

(क) वह मतवाले की तरह उठी और गगरे से लोटा-भर पानी लेकर गट-गट चढ़ा गई।

(ख) यह कहकर उसने अपने मँझले लड़के की ओर इस तरह देखा, जैसे उसने कोई चोरी की हो।

उत्तर :
(क) सिद्धेश्वरी सुबह से परिवार वालों के लिए खाना बनाने में जुटी हुई थी। दोपहर तक बह खाना बनाकर उनकी प्रतीक्षा कर रही थी। वह स्वयं भी भूखी थी। इसी सोच में वह डूबी हुई थी कि अचानक उसे प्यास लगी। भूख के मारे वह लड़खड़ाती-सी उठकर गगरे से लोटा भरकर पानी पी लेती है।


(ख) सिद्धेश्वरी मोहन को झूठे ही सांत्वना देते हुए कहती है कि उसका बड़ा भाई उसकी प्रशंसा कर रहा था कि वह पढ़नेलिखने में बहुत ही होशियार है। मोहन जानता था कि यह शब्द उसके भाई ने नहीं कहे होंगे। माँ ही अपने आप बना कर कह रही है। अपने इसी कथन पर स्वयं को लक्जित अनुभव करती हुई सिद्धेश्वरी मोहन की ओर ऐसे देखती है, जैसे कि उसने कोई चोरी की हो।


Benefits of NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 2 Dopeher ka Bhojan

  1. Clarifies Doubts: The solutions help clear up any doubts that students may have about the chapter, providing thorough explanations to aid understanding.

  2. Simple Language: Solutions are written in straightforward language, making them accessible and easy to understand for all students.

  3. Expert Guidance: The solutions are created by experienced teachers who are experts in the subject, ensuring reliable and accurate content.

  4. Focus on Maximum Marks: Prepared with the objective of helping students score well, the solutions cover all likely questions and provide detailed answers for effective exam preparation.

  5. Practical Examples: Includes practical examples from the chapter to help students relate concepts to real-life scenarios, making it easier to grasp and apply the material.

  6. Comprehensive Coverage: Thoroughly covers all possible exam topics, ensuring students are fully prepared for any questions related to "Dopeher Ka Bhojan."

  7. Boosts Confidence: By providing clear and detailed solutions, students can handle any question related to the chapter without difficulty, boosting their confidence.


NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 2 - Dopeher Ka Bhojan serves as a vital resource for students striving to enhance their understanding of the text. With clear explanations, practical examples, and expert guidance, these solutions empower students to navigate the intricacies of the chapter confidently. By addressing potential doubts and covering all probable exam topics, the solutions not only facilitate effective learning but also promote better academic performance. Ultimately, utilising these resources enables students to appreciate the rich cultural themes presented in "Dopeher Ka Bhojan" while preparing thoroughly for their examinations, leading to greater success in their studies.


CBSE Class 11 Hindi Antra Chapter 2 Other Study Materials


Chapter-wise NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra


NCERT Class 11 Hindi Other Books Solutions


Important Study Material for Hindi Class 11

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Class 11 Hindi Study Resources 

1.

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2.

Class 11 Hindi Revision Notes

3.

Class 11 Hindi Sample Papers

4.

Class 11 Hindi Important Questions

FAQs on NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 2 Dopeher Ka Bhojan

1. Define the Instances of Poverty in the Chapter.

The kid was exposed. The bones of his throat and chest were noticeable. His hands and feet were dry, dormant like lifeless felines, and his stomach was swollen like a pot. Put a torn, messy shirt on the youngster's mouth. Pour Batloi'sBatloi's heartbeat in a bowl. However, it isn't full. A little gram flour left in the reptile pulled it close. He pulled a plate of portions close by, with just one bread left in it. She planned to put the roti, thick, feathery, and consumed in a plate that unexpectedly searched for some time, at that point, partitioned the roti into two equivalent pieces. He kept one piece aside and kept the other piece on his plate. From that point, a lotta plunked down to eat with water. He put the first grass in quite a while mouth and afterwards didn't know from where tears began licking from his eyes. The entire house was humming with flies. There was a filthy sari hanging in the yard, which had numerous wraps appended. 

2. How is Munshi and Siddheshwari's Story Related to the Chapter?

The things that occur between Munshi Ji and Siddheshwari are not identified with one another. Siddheshwari unexpectedly attempts to help the climate by conversing with Munshi Ji about the downpour, now and again about Fufa Ji, here and there about Gangasharan Babu'sBabu's young lady. She realises that Munshi Ji has no solution to her inquiries. On the off chance that there was an answer, the appropriate response would have been discovered before. She additionally comprehends Munshi's position. The money-related state of the house is terrible. Munshi Ji doesn't have work. He is looking but has not been fruitful yet. The more seasoned kid is sent again for work. The recorder can't do anything. Munshi Ji abstains from discussing the circumstances at home. In this way, they attempt to speak less. To standardise the circumstances between them, Siddheshwari talks inconsequentially, which helps keep up the association.

3. Can you please brief the Class 11 NCERT Hindi Chapter 2 - ‘Dopahar Ka Bhojan’?

Amarkant, in Class 11 NCERT Hindi Chapter 2 - ‘Dopahar Ka Bhojan’, portrays the story of a lower-middle-class family struggling with poverty. This chapter tries to give a clear picture of what poverty looks like. The story is filled with several interesting characters of a poor household. Siddheshwari, the protagonist, makes several efforts throughout the story to hide the fact that her family is poor.

4. Which questions are important in Class 11 NCERT Hindi Chapter 2 - ‘Dopahar Ka Bhojan?’

The most important question from Class 11 NCERT Hindi Chapter 2 - ‘Dopahar Ka Bhojan’, from an examination point of view, is the question asking to state the instances of poverty in the chapter. Besides this, a question can be asked to relate the story of Munshi and Siddheshwari from the chapter. Read the chapter thoroughly to answer all the questions in the Hindi examination. 

5. Can you please provide a detailed Stepwise Study Plan to ace Class 11 NCERT Hindi Chapter 2 - ‘Dopahar Ka Bhojan?’

To ace your exams, read the chapter thoroughly and understand the meaning of all difficult words. Solve the questions from the textbook and refer to Vedantu's NCERT Solutions by clicking Class 11 NCERT Hindi Chapter 2 - ‘Dopahar Ka Bhojan’. Also, solve previous year question papers to know your preparation level as well as manage your time in the exam.

6. What lessons did you learn from the Poem - ‘Dopahar Ka Bhojan?’

Through this story, Amarkant brings out a very important message. Despite poverty, the household in the chapter tries to live happily. It teaches us that no matter how bad your financial situation is, optimism, hope and the support of your loved ones can help you overcome it. Siddheshwari's act of sacrificing her food teaches us to be selfless and kind. 

7. What is the best Solution book for Class 11 NCERT Hindi Chapter 2 - ‘Dopahar Ka Bhojan?’

Vedantu's Class 11 NCERT Hindi Chapter 2 - ‘Dopahar Ka Bhojan’ is the best study material to prepare yourself well for this chapter. It is prepared to give you a better understanding of the lesson. It will help you master all important topics in a well-structured and organised manner to retain things more efficiently. This material is authentic with zero errors and is prepared by a team of the best Hindi teachers in India. The solutions are free and available on the Vedantu Mobile app.

8. How can I use NCERT Solutions for effective exam preparation?

Students can use the NCERT Solutions to review key themes, practice answering questions, and understand the author's intent, which helps boost confidence and improve performance in exams.

9. What literary devices are used in "Dopeher Ka Bhojan"?

The chapter employs various literary devices, such as imagery and symbolism, to convey emotions and highlight the cultural significance of food and meals.

10. How does the chapter connect to students' lives?

The themes of family, love, and the importance of sharing meals resonate with students, encouraging them to reflect on their own experiences and relationships.

11. What makes this chapter significant in the curriculum?

"Dopeher Ka Bhojan" is significant as it connects literary elements with cultural values, making students aware of the social issues and traditions associated with food in Indian society.