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NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 13 Jaag Tujhko Dur Jana

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NCERT Solutions for Class 11 Chapter 13 Hindi - FREE PDF Download

Class 11 Hindi Chapter 13, Jaag Tujhko Dur Jana, is a motivational poem by renowned poet Mahadevi Verma. The poem reflects the challenges and struggles individuals face while pursuing freedom and personal growth. Through vivid imagery and powerful language, the poet encourages readers to rise above adversity and keep moving forward, regardless of the difficulties that lie ahead. She inspires the human spirit to break free from materialistic attachments, face hardships with courage, and continue toward a higher purpose.

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Table of Content
1. Access NCERT Solutions for Hindi Class 11 Chapter 13 Jaag Tujhko Dur Jana
2. Learnings of NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 13
3. Important Study Material Links for Hindi Class 11 Chapter 13
4. Chapter-wise NCERT Solutions Class 11  Hindi - (Antra)
5. NCERT Class 11 Hindi Other Books Solutions
6. Important Study Material for Hindi Class 11
FAQs


Our solutions for Class 11 Hindi Antra NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 11 Hindi Syllabus and practise Hindi Class 11 Chapter 13.


Glance on Class 11 Hindi Chapter 13 (Antra)

  • Jaag Tujhko Dur Jana is written by Mahadevi Verma.

  • The poem motivates individuals to overcome challenges.

  • It highlights the importance of resilience in the face of difficulties.

  • The poet uses natural and symbolic imagery to convey deeper meanings.

  • It promotes the idea of letting go of materialistic attachments.

Access NCERT Solutions for Hindi Class 11 Chapter 13 Jaag Tujhko Dur Jana

1.‘जाग तुझको दूर जाना’ कविता में कवयित्री मानव को किन विपरीत स्थितियों में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित कर रही है?

उत्तर: ‘जाग तुझको दूर जाना’ कविता में कवयित्री का मानव को उत्साहित करने का तथ्य यह है कि वह विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़े और उन्होंने इसे निम्नलिखित तरीके से प्रस्तुत किया है,

  • कवयित्री कह रही है कि हिमालय के हृदय में कम्पन है। यह भूकंप पैदा कर सकता है लेकिन आपको आगे बढ़ते रहना है। इस कंपन से डरना नहीं है

  • जब प्रलय की स्थिति आती है तो ऐसी स्थिती में व्यक्ति घबरा जाता है। ऐसे में घबराना नहीं है आगे बढ़ते रहना है।

  • अगर चारों तरफ घना अंधेरा छाया है। कुछ दिख नहीं रहा है तब भी आपको आगे बढ़ते रहना है।


2. कवयित्री किस मोहपूर्ण बंधन से मुक्त होकर मानव को जागृति का संदेश दे रही है ? उत्तर :कवयित्री मानव का सांसारिक माया-मोह, सुख-सुविधाओं, भोग-विलास, नाते-रिश्ते आदि के बंधनों से मुक्त होकर निरंतर अपने लक्य की ओर बढ़ते रहने के लिए जागृति का संदेश दे रही है।


3.‘ जाग तुझको दूर जाना’ स्वाधीनता आंदोलन की प्रेरणा से रचित एक जागरण गीत है। इस कथन के आधार पर कविता की मूल संवेदना को लिखिए।

उत्तर: महादेवी वर्मा ने एक ऐसी कविता की रचना की जिसका तात्पर्य देश के लोगों को स्वतंत्रता के प्रति जागरूक बनाना था। देश गुलामी के जंजीरों में जकड़ा था। लोग स्वतंत्रता चाहते थे। लेकिन उस लड़ाई में सीधे तौर पर लड़ने से डरते थे। वे इसमें भाग लेने से डरते थे इसके पीछे का मुख्य कारण यह था कि वह स्वार्थी और आलसी थे। उनके अंदर देशभक्ति की भावना जगाने के लिए जागरण गीतों की रचना की गई| महादेवी ने एक ऐसे ही गीत की रचना की जो गीत सोए हुए भारतीयों को  जगाता है। महादेवी ने भारतीयों को जागरूक करने के लिए उन्हें  कठिनाइयों का सामना करने के लिए तैयार किया। उन्हें हर तरीके के बंधन से मुक्त होना है और बस बढ़ते रहना है तभी उन्हें स्वतंत्रता प्राप्त होगी।


4.निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-साँदर्य स्पष्ट कीजिए- (क) विश्व का क्रंदन ……….. अपने लिए कारा बनाना। (ख) कह न ठंडी साँस ………… सजेगा आज पानी। (ग) है तुझे अंगार-शय्या ………… कलियाँ बिछाना। 

उत्तर :(क) इस पंक्ति में महादेवी वर्मा मानव से कहती हैं कि संसार दुखों से भरा हुआ है और चारों ओर पीड़ा का रुदन सुनाई देता है। ऐसे में क्या तुम जीवन की मौज-मस्ती में खो जाओगे? वह मानव को सचेत करती हैं कि संसार की पीड़ाओं से मुंह मोड़ने की बजाय, इन्हें नजरअंदाज न करो। सांसारिक मोह में पड़कर अपने जीवन को कैदखाना मत बनाओ। यहाँ प्रश्न और रूपक अलंकार का प्रयोग किया गया है। भाषा भावपूर्ण और तत्सम शब्दों से समृद्ध है, और इसमें चित्रात्मकता तथा गेयता का गुण है।


(ख) इन पंक्तियों में कवयित्री कहती हैं कि जब मनुष्य के भीतर पीड़ा की आग धधक रही होगी, तब उसकी आँखों में आँसू आएँगे। संघर्ष और जीवन की कठिनाइयों से गुजरकर, अगर उसकी हार भी हो जाती है, तो इसे एक विजय के रूप में देखना चाहिए, क्योंकि जैसे दीपक की लौ अमर होती है, उसी तरह मनुष्य को भी संघर्षों में जलना पड़ता है। उसे अंगारों की शय्या पर लेटकर दूसरों के लिए सुखद कलियाँ बिछानी होंगी। इसमें विरोधाभास अलंकार और प्रतीकात्मकता है। भाषा भावपूर्ण और तत्सम शब्दों से युक्त है, और उद्बोधनात्मक शैली का उपयोग किया गया है।


(ग) कवयित्री यहाँ मानव को संघर्ष में निरंतर बने रहने और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। उसे अंगारों की शय्या पर सोते हुए भी दूसरों के लिए सुख प्रदान करना है। इस संदेश के साथ, मानव को परमार्थ की प्रेरणा दी गई है। भाषा प्रतीकात्मक और लाक्षणिक है। रूपक अलंकार का उपयोग किया गया है और गेयता का गुण विद्यमान है।


5. कवयित्री ने स्वाधीनता के मार्ग में आने वाली कठिनाइयों को इंगित कर मनुष्य के भीतर किन गुणों का विस्तार करना चाहा है? कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: महादेवी वर्मा ने इस कविता में स्वतंत्रता के रास्ते में आने वाली कठिनाइयों का वर्णन किया है और भारतीयों के भीतर इन कठिनाइयों से निपटने के लिए गुणों का विस्तार करने की मांग की है।

वह मनुष्य को दृढ़ इच्छा से चलने के लिए प्रेरित करती है। इस तरह मनुष्य दृढ़ संकल्पित हो जाता है वह अपने आलस्य को दूर करने के लिए प्रेरित होता है। कवयित्री इसमें कड़ी मेहनत की गुणवत्ता को विकसित करती है। वह उसे विषम परिस्थिति में निडर होकर बढ़ने के लिए कहती है। इस तरह वह उसमें निडरता का गुण समाहित करती है, साथ ही वह उसे अपने लगाव को छोड़ने के लिए कहती है। इस तरह वह भावुकता के स्थान पर देश भक्ति का बीज बोती है। वह उसकी जागरूकता की गुणवत्ता को शामिल करती है, वे कहती हैं कि इस लड़ाई में हमें सतर्क रहना होगा। वे दिल से मौत के डर को दूर करना चाहती है और जीवन के सही उद्देश्य को प्रकट करती है।


योग्यता-विस्तार –

प्रश्न 1. स्वाधीनता आंदोलन के कुछ जागरण गीतों का एक संकलन तैयार कीजिए।

उत्तर:स्वाधीनता आंदोलन के दौरान कई कवियों और गीतकारों ने जन-जागरण के लिए प्रेरणादायक गीत लिखे, जो लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने और स्वतंत्रता के संघर्ष के प्रति उत्साह बढ़ाने के लिए थे। इन गीतों ने स्वतंत्रता सेनानियों और आम जनता को प्रेरित किया। कुछ प्रमुख जागरण गीत निम्नलिखित हैं:


  1. सर्वप्रिय 'वंदे मातरम' - बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

    • यह गीत भारत के स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक था और इसे हर आंदोलन में गाया जाता था।

  2. 'सारे जहाँ से अच्छा' - मोहम्मद इकबाल

    • यह गीत भारतीय एकता और देशप्रेम का प्रतीक है, जो लोगों में देशभक्ति की भावना को जागृत करता था।

  3. 'झंडा ऊँचा रहे हमारा' - श्यामलाल गुप्त 'पार्षद'

    • यह गीत राष्ट्रीय ध्वज की महिमा का बखान करता है और स्वतंत्रता आंदोलन के समय में जनता को प्रेरित करता था।

  4. 'कदम कदम बढ़ाए जा' - राम सिंह ठाकुर

    • यह गीत भारतीय सेना का प्रेरणा गीत बन गया था और इसे गाकर सेनानी अपनी हिम्मत और साहस बढ़ाते थे।

  5. 'जय जय हे' - मैथिलीशरण गुप्त

    • इस गीत में देशप्रेम की भावना को गहराई से व्यक्त किया गया है, और यह स्वतंत्रता संग्राम के समय प्रेरणा का स्रोत था।


प्रश्न 2. महादेवी वर्मा और सुभद्रा कुमारी चौहान की कविताओं को पढ़िए और महादेवी वर्मा की पुस्तक ‘पथ के साथी’ से सुभद्रा कुमारी चौहान का संस्मरण पढ़िए तथा उनके मैत्री-संबंधों पर निबंध लिखिए।

उत्तर : विद्यार्थी अपने विद्यालय के पुस्तकालय की संबंधित पुस्तकों से ज्ञात करें।


Learnings of NCERT Solutions for Class 11 Hindi Chapter 13

  • Resilience: The poem teaches us to continue moving forward even in difficult times.

  • Overcoming Fear: It encourages facing life’s challenges without fear or hesitation.

  • Breaking Attachments: The poem emphasises the importance of detaching from worldly comforts to reach a higher purpose.

  • Symbolism: Learn how Mahadevi Verma uses metaphors and symbols to illustrate complex emotions.

  • Perseverance: It inspires readers to stay focused on their goals, no matter the obstacles.


Important Study Material Links for Hindi Class 11 Chapter 13

S. No

Important Study Material Links for Chapter 13

1.

Class 11 Jaag Tujhko Dur Jana Questions

2.

Class 11 Jaag Tujhko Dur Jana Notes


Conclusion 

The NCERT Solutions for Chapter 13 Jaag Tujhko Dur Jana offer a clear and simple breakdown of Mahadevi Verma's motivational poem. Through these explanations, students can better understand the deeper meanings behind the poet's words and relate them to real-life challenges. The solutions make it easier for students to engage with the poem and perform well in exams by helping them analyse its themes and literary elements.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 11  Hindi - (Antra)

After familiarising yourself with the Class 11 Hindi Chapter 13 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi Class 11 Antra textbook chapters.



NCERT Class 11 Hindi Other Books Solutions


Important Study Material for Hindi Class 11

FAQs on NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 13 Jaag Tujhko Dur Jana

1. What is the main theme of Jaag Tujhko Dur Jana in Class 11 NCERT Chapter 13?

The main theme of the poem is to encourage individuals to rise above material attachments and keep moving forward despite life’s difficulties.

2. How does Mahadevi Verma inspire people in Chapter 13 Jaag Tujhko Dur Jana?

She uses powerful language and metaphors to motivate people to face challenges without fear and continue pursuing their goals.

3. What challenges does the poem Jaag Tujhko Dur Jana highlight?

The poem highlights various challenges, including fear, darkness, and personal struggles, encouraging individuals to overcome them and stay focused.

4. How does NCERT Solutions for Chapter 13 help in understanding Jaag Tujhko Dur Jana?

The solutions provide detailed explanations of each stanza, breaking down the metaphors and themes to help students grasp the poem’s core message.

5. What literary devices are used in Jaag Tujhko Dur Jana?

Mahadevi Verma uses symbolism, metaphors, and vivid imagery to express the deeper emotions and struggles faced by individuals in the pursuit of freedom and growth.

6. What does “breaking material attachments” mean in Chapter 13 Jaag Tujhko Dur Jana?

It refers to the idea of letting go of worldly comforts and desires to focus on a higher purpose, as emphasised by the poet.

7. How do the NCERT Solutions simplify the complex language of Chapter 13?

The solutions break down difficult words, metaphors, and ideas into simpler terms, making it easier for students to understand and analyse the poem.

8. What does the poet mean by “angaaron ki shaiyya” in Jaag Tujhko Dur Jana?

The phrase symbolises facing extreme hardships and challenges in life while still providing comfort to others, as explained in the poem.

9. Why is Jaag Tujhko Dur Jana considered a motivational poem?

The poem encourages resilience and perseverance, motivating readers to stay determined even in the face of adversity and personal hardships.

10. How do NCERT Solutions for Class 11 Chapter 13 help in exam preparation?

The solutions help students understand the poem’s deeper meanings, literary devices, and themes, which are essential for writing strong answers in exams.