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NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 2 Meera Ke Pad

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NCERT Solutions for Hindi Class 10 Chapter 2 - FREE PDF Download

NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 Meera Ke Pad gives insight into the poignant and devotional poetry of Meera Bai, a revered saint, and poetess known for her unwavering devotion to Lord Krishna. The chapter captures her deep emotional connection with Krishna, her expressions of pain and longing, and her desire to serve Him. Through her verses, Meera articulates themes of love, sacrifice, and spiritual longing, showcasing the power of devotion.

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Table of Content
1. Glance on Class 10 Hindi Chapter 2 Meera Ke Pad (Sparsh) 
2. Access NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 2 Meera Ke Pad
3. Learnings of NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 2 Meera Ke Pad
4. Important Study Material Links for Hindi Class 10 Chapter 2
5. Conclusion
6. Chapter-wise NCERT Solutions Class 10  Hindi - (Sparsh)
7. NCERT Class 10 Hindi Other Books Solutions
8. Related Important Study Material Links for Class 10 Hindi
FAQs


Our solutions for Class 10 Hindi Sparsh NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 10 Hindi Syllabus and start practising Hindi Class 10 Chapter 2.


Glance on Class 10 Hindi Chapter 2 Meera Ke Pad (Sparsh) 

  • Chapter 2 also emphasises the cultural and historical significance of her poetry in the Bhakti movement, inviting students to explore the depth of emotional expression in devotional literature. 

  • Meera Bai's poetry reflects her intense longing for Lord Krishna, illustrating her deep emotional connection with the divine.

  • The use of vivid imagery and symbolism enhances the portrayal of Meera's love for Krishna, making her feelings relatable and profound.

  • The chapter situates Meera's poetry within the Bhakti movement, highlighting its significance in promoting spiritual equality and devotion.

  • Meera's use of mixed dialects like Rajasthani, Gujarati, and Braj adds a unique flavour to her poetry, making it accessible and heartfelt.

  • The poetry often touches upon themes of personal sacrifice and the struggles faced in her spiritual journey.

Access NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 2 Meera Ke Pad

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

1.पहले पद में मीरा ने हरि से अपनी पीड़ा हरने की विनती किस प्रकार की है?

उत्तर:  पहले पद में मीरा ने अपनी पीड़ा हरने की विनती इस प्रकार की है कि हे ईश्वर! जैसे आपने द्रौपदी की लाज रखी थी, गजराज को मगरमच्छ रूपी मृत्यु के मुख से बचाया था तथा भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए ही आपने नृसिंह अवतार लिया था, उसी तरह मुझे भी सांसारिक संतापों से मुक्ति दिलाते हुए अपने चरणों में जगह दीजिए।


2. दूसरे पद में मीराबाई श्याम की चाकरी क्यों करना चाहती हैं? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:  मीरा श्री कृष्ण के समीप रहने के लिए उनकी दासी तक मैंने को तैयार है।वह उनकी पसंद के बाग़ बगीचे बनाना चाहती है ताकि श्री कृष्ण उसमे घूम सके। वृंदावन की कुंज गलियों में उनकी लीलाओं का गुणगान करना चाहती हैं। इस प्रकार दासी के रूप में दर्शन, नाम स्मरण और भाव-भक्ति रूपी जागीर प्राप्त कर अपना जीवन सफल बनाना चाहती हैं।


3.मीराबाई ने श्रीकृष्ण के रूप-सौंदर्य का वर्णन कैसे किया है?

उत्तर: मीरा ने कृष्ण के रूप-सौन्दर्य का वर्णन करते हुए कहा है की उनके सर पर मोर मंख का जो मुकुट है उसमे वह बहुत सूंदर दिख रहे है उन्होंने पिले रंग के वर्स्त्र पहन रखे है और गले में वैजन्ती माला डाल रखी है।  वह बासुरी बजाते हुए गाय चारा रहे है और बहुत सूंदर लगते है।  


4.मीराबाई की भाषा शैली पर प्रकाश डालिए।

उत्तर: मीराबाई ने अपने पदों में ब्रज, पंजाबी, राजस्थानी, गुजराती आदि भाषाओं का प्रयोग किया गया है। भाषा अत्यंत सहज और सुबोध है। शब्द चयन भावानुकूल है। भाषा में कोमलता, मधुरता और सरसता के गुण विद्यमान हैं। अपनी प्रेम की पीड़ा को अभिव्यक्त करने के लिए उन्होंने अत्यंत भावानुकूल शब्दावली का प्रयोग किया है। भक्ति भाव के कारण शांत रस प्रमुख है तथा प्रसाद गुण की भावाभिव्यक्ति हुई है। मीराबाई श्रीकृष्ण की अनन्य उपासिका हैं। वे अपने आराध्य देव से अपनी पीड़ा का हरण करने की विनती कर रही हैं। इसमें कृष्ण के प्रति श्रद्धा, भक्ति और विश्वास के भाव की अभिव्यंजना हुई है। मीराबाई की भाषा में अनेक अलंकारों जैसे अनुप्रास, रूपक, उपमा, उत्प्रेक्षा, उदाहरण आदि अलंकारों का सफल प्रयोग हुआ है।


5.वे श्रीकृष्ण को पाने के लिए क्या-क्या कार्य करने को तैयार हैं?

उत्तर: मीरा श्रीकृष्ण को पाने के लिए उनकी चाकर (नौकर) बनकर चाकरी करना चाहती हैं अर्थात् उनकी सेवा करना चाहती हैं। वे उनके लिए बाग लगाकर माली बनने तथा अर्धरात्रि में यमुना-तट पर कृष्ण से मिलने व वृंदावन की कुंज-गलियों में घूम-घूमकर गोविंद की लीला का गुणगान करने को तैयार हैं।


(ख) निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-

1.हरि आप हरो जन री भीर ।

द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर।

भगत कारण रूप नरहरि, धर्योो आप सरीर।

उत्तर: इस पद में मीरा ने कृष्ण के भक्तो पर कृपा दृष्टि बनाए रखने वाले रूप का वर्णन किया है वह कहती है 'हे हरी जिस तरह तुमने अपने भक्तो की पीड़ाओं का निवारण किया है उसी प्रकार मेरी भी पिड़ाए दूर करदो। जिस प्रकार आपने प्रल्हाद के लिए नर्सिंग रूप धारण कर उसकी रक्षा की उसी प्रकार मेरी भी रक्षा कीजिये'। इसकी भाषा ब्रज मिश्रित रजिस्थानी है।  

शिल्प-सौंदर्य - भाषा – गुजराती मिश्रित राजस्थानी भाषा

अलंकार – उदाहरण अलंकार

छंद – “पद”

रस – भक्ति रस


2.बूढ़तो गजराज राख्यो, काटी कुण्जर पीर ।

दासी मीराँ लाल गिरधर, हरो म्हारी भीर ।

उत्तर: इस पंक्ति में मीरा ने कृष्ण से अपने दुखो को दूर करने की प्रार्थना की है। हे कृष्ण वत्सल जैसे डूबता गजराज को बचाया और उसकी रक्षा भी की वैसे ही मीरा आपसे प्रार्थना करना चाहती है। की आप उसकी भी पीड़ाओं को दूर करेंगे। इसमें दास्य भक्ति रस करा प्रयोग किया गया है भाषा ब्रज मिश्रित राजस्थानी है अनुप्रास अलंकार का प्रयोग किया है व् भाषा सराज पर सहज उपयोग में लाई गयी है।   


3.चाकरी में दरसण पास्यूँ, सुमरण पास्यूँ खरची ।

भाव भगती जागीरी पास्यूँ, तीनू बाताँ सरसी ।

उत्तर: इस पंक्ति में मीरा कृष्ण की चापलूसी करने के लिए तैयार है जिससे की वह कृष्ण की भावभक्ति पा सकती है इस पंक्ति में दास्य भाव दर्शाया गया है भाषा ब्रज मिश्रित राजस्थानी है। अनुप्रास अलंकार, रूपक अलंकार का प्रयोग किया गया है। 


भाषा अध्ययन

1. उदाहरण के आधार पर पाठ में आए निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रूप लिखिए-

उदाहरण- भीर – पीड़ा/कष्ट/दुख ; री – की

  1. चीर – …….

  2. बूढ़ता – ……….

  3. लगास्यूँ – ……….

  4. धर्यो – ……….

  5. कुण्जर – ……….

  6. बिन्दावन – ………

  7. रहस्यूँ – ………

  8. राखो – ………

  9. घणा – ……..

  10. सरसी – ………

  11. हिवड़ा – ……..

  12. कुसुम्बी – ……….

उत्तर:  चीर – वस्त्र

बूढ़ता – डूबते हुए

लगास्यूँ – लगाऊँगी

धर्यो – धारण किया

कुण्जर – हाथी, हस्ती

बिन्दरावन – वृंदावने

रहस्यूँ – रहूँगी

राखो – रक्षा करो

घणा – घना, बहुत

सरसी – पूर्ण हुई, संपूर्ण हुई

हिवड़ा – हिये हृदय

कुसुम्बी – कौशांबी, लाल


Learnings of NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 2 Meera Ke Pad

  1. The chapter teaches the importance of unwavering devotion and love for the divine, as demonstrated through Meera's life and poetry.

  2. Students learn how to express emotions through poetry, capturing feelings of love, longing, and pain.

  3. The chapter highlights the significance of Meera Bai as a cultural icon, encouraging appreciation for Indian devotional literature.

  4. Readers are encouraged to reflect on their spiritual beliefs and the role of devotion in their lives.

  5. The use of various literary devices and styles in Meera's poetry offers insights into the art of poetry writing and appreciation.


Important Study Material Links for Hindi Class 10 Chapter 2

S.No.

Important Study Material Links for Chapter 2

1.

Class 10 Meera Ke Pad Questions

2.

Class 10 Meera Ke Pad Notes



Conclusion

NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 Meera Ke Pad provides a deep exploration of Meera Bai's devotion to Lord Krishna through her poignant poetry. The chapter emphasises the emotional depth of her verses, showcasing her longing and love for the divine. It invites readers to reflect on the significance of spirituality and the role of personal devotion in navigating life's challenges. Engaging with this chapter allows students to connect with Meera's timeless wisdom and appreciate the beauty of her poetic expressions. The solutions serve as an essential resource for understanding the intricate layers of her work and enhance students' overall learning experience.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 10  Hindi - (Sparsh)

After familiarising yourself with the Class 10 Hindi Chapter 2 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi Class 10 Sparsh textbook chapters.




NCERT Class 10 Hindi Other Books Solutions



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FAQs on NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 2 Meera Ke Pad

1. What is the main theme of NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 Meera Ke Pad?

The main theme revolves around devotion, longing for God, and the emotional expression of love through Meera Bai's poetry.

2. How does Meera describe her pain in Chapter 2 Meera Ke Pad?

Meera expresses her pain and longing for Lord Krishna, seeking relief from her worldly sorrows through devotion.

3. What imagery does Meera use to describe Krishna in Class 10 Chapter 2 Meera Ke Pad?

Meera uses vivid imagery, such as Krishna's beauty, attire, and divine activities, to evoke a sense of love and longing.

4. What cultural significance does Meera Bai hold for Chapter 2 Meera Ke Pad?

Meera Bai is a significant figure in the Bhakti movement, promoting spiritual equality and devotion through her poetry.

5. How does Meera Bai's language style contribute to her poetry for Class 10 Chapter 2 Meera Ke Pad?

Meera's use of mixed dialects makes her poetry accessible and relatable, enhancing its emotional impact.

6. What sacrifices does Meera Bai express in her poetry in NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 Meera Ke Pad?

Meera expresses her willingness to sacrifice worldly attachments to attain spiritual closeness with Krishna.

7. How does Meera Bai's poetry reflect personal experiences in Chapter 2 Meera Ke Pad?

Her poetry often reflects her own experiences of love, loss, and longing, making her expressions deeply personal and relatable.

8. What lessons can readers learn from NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 Meera Ke Pad?

Readers can learn the importance of devotion, emotional expression, and the cultural heritage of Indian spirituality.

9. How does the chapter encourage spiritual reflection in Class 10 'Meera Ke Pad'?

The chapter encourages readers to reflect on their spiritual beliefs and the significance of devotion in their own lives.

10. In what ways does Meera Bai's poetry connect with contemporary readers in Class 10 Chapter 2 Meera Ke Pad?

Meera's themes of love, longing, and spiritual quest resonate with contemporary readers, offering timeless wisdom applicable to modern life.