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NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan

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NCERT Solutions for Hindi Class 10 Chapter 13 - FREE PDF Download

Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan in NCERT Solutions for Class 10 Hindi explores the themes of change, loss, and resilience in adversity. Through the metaphor of fallen leaves in autumn, the chapter reflects on the transient nature of life and the inevitability of change. The poet captures the beauty and melancholy associated with this seasonal transformation, inviting readers to contemplate their own experiences with loss and renewal. This chapter encourages a deeper appreciation of nature's cycles and the lessons they impart.

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Hindi Class 10 Chapter 13 - FREE PDF Download
2. Glance on Class 10 Hindi Chapter 13 (Sparsh) Patjhad Mein Tooti Pattiyan
3. Access NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan
    3.1हिंदी लिखित
    3.2भाषा अध्यन
    3.3योग्यता विस्तार
    3.4परियोजना कार्य
4. Learnings of NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 13
5. Benefits of NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 13 (Sparsh)
6. Important Study Material Links for Hindi Class 10 Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan
7. Conclusion
8. Chapter-wise NCERT Solutions Class 10 Hindi - Sparsh
9. NCERT Class 10 Hindi Other Books Solutions
10. NCERT Study Resources for Class 10 Hindi
FAQs


Our solutions for Class 10 Hindi NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 10 Hindi Syllabus and practise Hindi  Class 10 Chapter 13.


Glance on Class 10 Hindi Chapter 13 (Sparsh) Patjhad Mein Tooti Pattiyan

  • Chapter 13  emphasises the inevitability of change in life, drawing parallels between nature and human experiences.

  • Fallen leaves symbolise both loss and the potential for new beginnings, illustrating the cycle of life.

  • The poet evokes feelings of nostalgia and reflection, prompting readers to consider their journeys through change.

  • The imagery of autumn enhances the poem's aesthetic appeal, highlighting the beauty in transience.

  • Chapter 13 imparts valuable lessons about acceptance and resilience in the face of life's challenges.

Access NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan

1. शुद्ध सोना और गिन्नी का सोना अलग क्यों होता है?

उत्तर : शुद्ध सोना और गिन्नी का सोना अलग इसलिए होता है क्योंकि शुद्ध सोने में किसी प्रकार का मिश्रण  नहीं किया जाता अगर इसी में कुछ मात्रा में ताँबा मिला दिया जाए तो यह गिन्नी बन जाता है। ऐसा करने से सोने की मजबूती और चमक दोनों में बढ़ोतरी हो जाती है। 


2. प्रेक्टिकल आइडियालिस्ट किसे कहते हैं?

उत्तर : प्रैक्टिकल आइडियलिस्ट उन लोगों को कहते हैं जो लोग सभ्य बनते हैं।आदर्शवादी बनकर मौके के  फायदा उठाते हैं, उन्ही को  प्रेक्टिकल आइडियालिस्ट कहते हैं ।


3. पाठ के संदर्भ में शुद्ध आदर्श क्या है ?

उत्तर : शुद्ध आदर्श उन्हें कहते हैं जिसमें फायदा और नुकसान को सोचने की गुंजाइश ना हो।


4. लेखक ने जापानियों के दिमाग में स्पीड का इंजन लगने की बात क्यों कही है?

उत्तर :  लेखक के द्वारा जापानियों के प्रति ऐसी बात इसलिए कही क्योंकि जापानी लोग विकास की प्रतिस्पर्धा में सबसे आगे है और वे कई महीनों का काम एक ही दिन में समाप्त करने की सोचते हैं।


5. जापानी में चाय पीने की विधि को क्या कहते हैं?

उत्तर : चा-नो-यू यह एक विधि है जिसे जापान में चाय पीने को कहते हैं।


6. जापान में जहाँ चाय पिलाई जाती है, उस स्थान की क्या विशेषता है ?

उत्तर : जापान में जिस स्थान पर चाय पिलाई जाती है, उस स्थान की मुख्य विशेषता शांति है। वहाँ की सजावट परंपरागत तरीके से होती है।वहाँ बहुत शांति और गरीमा के साथ चाय पिलाई जाती है। 


हिंदी लिखित

(क) निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए -

1. शुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है? 

उत्तर :  शुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना तांबे से इसलिए की गई है क्योंकि व्यवहारिकता में शुद्ध आदर्श समाप्त हो जाते हैं अगर उन्हें सही भाग में व्यवहारिकता में ना मिलाया जाए। इसी प्रकार से शुद्ध सोने में तांबा मिलने पर वह मजबूत तो हो जाता है परंतु अपनी शुद्धता एवं गुणों को खो देता है।


2. चाजीन ने कौन सी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से पूरी कीं?

उत्तर : चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत किया गया। और उसने अंगीठी में आग जलाकर और उस पर चाय दानी रखकर चाय के बर्तन लाए और उन्होंने वह बर्तन अच्छे से साफ कपड़े से पोछे और उन बर्तनों में चाय घाल दी। सभी क्रियाएँ अच्छे, गरीमापूर्ण  व सहज ढंग से कीं।


3. टी सेरेमनी में कितने आदमियों को प्रवेश दिया जाता था और क्यों?

उत्तर : टी सेरेमनी  का मुख्य उद्देश्य था कि जिंदगी की भविष्य की भागदौड़ की वजह से  मनुष्य अपनी चिंताओं को भूलकर एक शांत स्थान पर कुछ समय व्यतीत करें। यह स्थान अत्यधिक शांतिपूर्वक था क्योंकि इसमें केवल तीन आदमी एक साथ प्रवेश कर सकते थे।


4. चाय पीने के बाद लेखक ने स्वयं में क्या परिवर्तन महसूस किया?

उत्तर : चाय पीने के बाद लेखक ने स्वयं में यह परिवर्तन  महसूस किया कि उसका दिमाग सुन्न होता जा रहा है, शांत वातावरण को देखकर उन्होंने सोचा कि आने वाले कल की चिंताओं को छोड़कर इस शांत वातावरण में सुख की प्राप्ति करें। उनका दिमाग धीरे-धीरे शांत होता जा रहा है और उनके सोचने की शक्ति भी धीमी पड़ती जा रही थी। 


(ख) निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए -

1. गाँधीजी में नेतृत्व की अद्भुत क्षमता थी, उदाहरण सहित इस बात की पुष्टि कीजिए ?

उत्तर : गाँधीजी में मार्गदर्शन करने की अद्भुत क्षमता थी। गांधी जी के साथ संपूर्ण भारत की जनता होने के कारण उनके द्वारा कई आंदोलन चलाए गए जैसे भारत छोड़ो आंदोलन सत्याग्रह ,दांडी मार्च और असहयोग आंदोलन आदि। यह सभी आन्दोलन व्यावहारिकता को आदर्शों के स्वर पर चढ़ाकर चलाए गए थे| उन्होंने अहिंसा के रास्ते पर चलकर पूर्ण स्वराज की स्थापना की। भारत वासियों के द्वारा अपने नेता के मार्गदर्शन को पूर्ण सहयोग दिया गया इसी प्रकार से आज हमें अंग्रेजों से आजादी मिली। 


2. आपके विचार से कौन-से ऐसे मूल्य हैं जो शाश्वत हैं? वर्तमान समय में इन मूल्यों की प्रांसगिकता स्पष्ट कीजिए।

उत्तर : ईमानदारी, सत्य, अहिंसा, परोपकार, जनहित, कावरता, सहनशीलता आदि ऐसे शाश्वत मूल्य हैं जिनकी प्रांसगिकता आज भी है। जितनी जरूरत इनकी पहले थी आज भी उतने ही इनकी जरूरत है। इन्ही मूल्यों पर संसार व्यवहार करता है आज भी हमारे समाज को सत्य और अहिंसा की बहुत जरूरत है। यदि हम आज भी ईमानदारी जीव के प्रति दया और परोपकार, के राह पर चलें तो समाज को टूटने से बचाया जा सकता है।


4. शुद्ध सोने में ताबे की मिलावट या ताँबें में सोना, गाँधीजी के आदर्श और व्यवहार के संदर्भ में यह बात किस तरह झलकती है? स्पष्ट कीजिएl

उत्तर : गाँधीजी जी के द्वारा जीवन भर सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए उनका पालन किया गया। वे आदर्शों को उंचाई तक ले जाते हैं अर्थात जिस प्रकार सोने में तांबे की मिलावट होने पर उसकी कीमत नहीं कम होती। बल्कि तांबे में सोना मिलने के पश्चात तांबे की कीमत और अधिक बढ़ जाती है। उसी प्रकार से गाँधीजी व्यवहारिकता की कीमत जानते थे। वे अपना विलक्षण आदर्श चला सके क्योंकि वह व्यवहारिकता की कीमत जानते हैं।परंतु अपने आदर्शों को व्यावहारिकता के स्वर पर उतरने नहीं देते थे।


5. गिरगिट कहानी में आपने समाज में व्याप्त अवसरानुसार अपने व्यवहार को पल-पल में बदल डालने की एक बानगी देखी। इस पाठ के अंश गिन्नी का सोना का संदर्भ में स्पष्ट कीजिए कि 'अवसरवादिता' और 'व्यवहारिकता' इनमें से जीवन में किसका महत्व है ?

उत्तर : गिरगिट कहानी में स्वार्थी इंस्पेक्टर  मौका मिलते ही पल भर में अपना रंग एवं व्यहावर दोनो ही बदल लेता है। आदर्श शुद्ध सोने के समान है इसमें व्यवहारिकता का तांबा मिलाकर इसको उपयोगी बनाया जा सकता है  लेखक द्वारा गिन्नी का सोना कहानी में इस बात पर जोर दिया गया है। यदि समाज का प्रत्येक व्यक्ति आदर्शों को पीछे छोड़ कर आगे बढ़े तो समाज विनाश की ओर जा सकता है। गुणवान लोगों को पीछे छोड़ कर केवल व्यवहारवादी लोग ही आगे बढ़ जाते हैं। जहां नैतिकता और जीवन के मूल्यों का विकास हो वास्तव में समाज की उन्नति सही मायने में वहीं मानी जाती हैं।


6. लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के क्या-क्या कारण बताए? आप इन कारणों से कहाँ तकसहमत हैं ?

उत्तर : लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के निम्नालिखित कारण बताएँ हैं जैसा कि मनुष्य का दिमाग बहुत तीव्रता  से चलाता नही बल्कि तीव्रता  से दौड़ता है। वह एक महीने का काम एक दिन में करना चाहता है, वह मन ही मन बड़बडाता है। अधिक सोचने के कारण उसके दिमाग का तनाव बढ़ जाता है।मानसिक रोगों का प्रमुख कारण प्रतिस्पर्धा के कारण दिमाग का अनियंत्रित गति से कार्य करना है।


7. लेखक के अनुसार सत्य केवल वर्तमान है, उसी में जीना चाहिए। लेखक ने ऐसा क्यों कहा होगा? स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर : लेखक के अनुसार वह वर्तमान को ही सत्य मानते हैं और कहते हैं कि प्रत्येक मनुष्य को वर्तमान में ही जीना चाहिए परंतु मनुष्य ऐसा नहीं करता या तो वह बीते हुए कल की बातों को सोचता रहता है या फिर आने वाले भविष्य के लिए सपने देखता रहता है। वास्तव में दोनों ही काल असत्य है। वर्तमान ही सत्य है और हमें उसी में जीना चाहिए।


(ग) निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए -

1. समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ है तो वह आर्दशवादी लोगों का ही दिया हुआ है।

उत्तर : सत्य में आदर्श व्यवहार ही व्यवहारिकता है इसमें आदर्शवाद कहीं नहीं है। आदर्शवादी लोग समाज को केवल आदर्श के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।


2. जब व्यवहारिकता का बखान होने लगता है तब प्रेक्टिकल आइडियालिस्टों के जीवन से आदर्श धीरे धीरे पीछे हटने लगते हैं और उनकी व्यवहारिक सूझ-बूझ ही आगे आने लगती है ?

उत्तर : वास्तव में अवसरवादी का दूसरा नाम ही व्यवहारिकता है। वहां आदर्श टिक नही पाते जहाँ पर व्यवहारिकता विद्यमान होती है।


3. हमारे जीवन की रफ़्तार बढ़ गई है। यहाँ कोई चलता नहीं बल्कि दौड़ता है। कोई बोलता नहीं, बकता है। हम जब अकेले पड़ते हैं तब अपने आपसे लगातार बड़बड़ाते रहते हैं।

उत्तर :  हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ ना कुछ अधिक पाने के लिए निरंतर भागदौड़ करता रहता है। दूसरों से आगे निकलने की इस होड़ ने लोगों का सुख चेन सब  छीन लिया है। इससे लोगों में निराशा व तनाव अधिक बढ़ रहा है।


4. सभी क्रियाएँ इतनी गरिमापूर्ण ढंग से की कि उसकी हर भंगिमा से लगता था मानो जयजयवंती के सुर गूँज रहे हों।

उत्तर : चाय परोसने वाले ने सभी क्रियाएं इतनी गरिमा पूर्ण तरीके से की जैसे झुककर नमन करना बरतन साफ करना, फिर उनमें चाय डालना। सभी शांतिपूर्ण और सुंदरता से किए उसे देख कर ऐसा लग रहा था मानो कोई कलाकार बड़े ही सुन्दर सुर में गीत गा रहा हो ।


भाषा अध्यन

1. नीचे दिए गए शब्दों का वाक्यों में प्रयोग किजिए

व्यावहारिकता, आदर्श, सूझबूझ, विलक्षण, शाश्वत

उत्तर : 

(क) व्यावहारिकता - पिताजी की व्यावहारिकता सीखने योग्य है ।

(ख) आदर्श - आज के युग में गाँधी जैसे आदर्शवादिता की आवश्कता है। 

(ग) सूझबूझ - तुम्हारी सूझबूझ ने आज मेरी जान बचाई।

(घ) विलक्षण - राम की अपने विषय में विलक्षण प्रतिभा है। 

(ङ) शाश्वत - सत्य, अहिंसा मनुष्य जीवन के शाश्वत नियम हैं।


2. नीचे दिए गए द्वंद्व समास का विग्रह कीजिए-

(क) माता-पिता

(ख) पाप-पुण्य

(ग) सुख-दुख

(घ) रात-दिन

(ड) अन्न-जल

(च) घर बाहर

(छ) देश-विदेश 

उत्तर: 

(क) माता-पिता  =  माता और पिता  

( ख) पाप-पुण्य   =  पाप और पुण्य

(ग) सुख-दुख   =   सुख और दुख

(घ) रात दिन    =   रात और दिन

(ङ) अन्न-जल  =   अन्न और जल

(च) घर बाहर  =   घर और बाहर

(छ) देश-विदेश  =   देश और विदेश


3. नीचे दिए गए विशेषण शब्दों से भाववाचक संज्ञा बनाइए

(क) सफल =

(ख) विलक्षण =

(ग) व्यावहारिक =

(घ) सजग =

(ङ) आर्दशवादी=

(च) शुद्ध=

उत्तर:

(क) सफल = सफलता

(ख) विलक्षण= विलक्षणता

(ग) व्यावहारिक = व्यावहारिकता

(घ) सजग = सजगता

(ङ) आर्दशवादी = आर्दशवादिता

(च) शुद्ध = शुद्धता


4. नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित अंश पर ध्यान दीजिए और शब्द के अर्थ को समझिए-

शुद्ध सोना अलग है।

बहुत रात हो गई अब हमें सोना चाहिए।

ऊपर दिए गए वाक्यों में 'सोना' का क्या अर्थ है? पहले वाक्य में सोना' का अर्थ है धातु स्वर्ण । दुसरे वाक्य में 'सोना' का अर्थ है सोना' नामक क्रिया। अलग-अलग संदर्भों में ये शब्द अलग अर्थ देते हैं अथवा एक शब्द के कई अर्थ होते हैं। ऐसे शब्द अनेकार्थी शब्द कहलाते हैं। नीचे दिए गए शब्दों के भिन्न-भिन्न अर्थ स्पष्ट करने के लिए उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए

उत्तर, कर, अंक, नग

उत्तर: 

(क) 

उत्तर- तुमने सभी प्रश्नों के उत्तर लिख लिए हैं।

मुझे उत्तर दिशा में जाना है।


(ख) 

कर  -  उसने सभी कर चुका दिए हैं।

संसद जी ने अपने कर कमलों से दीप प्रज्ज्वलित किया।


(ग) 

अंक - रोहन के परीक्षा में अच्छे अंक आए हैं।

कन्हैया अपनी मैया की अंक में बैठा है। 


(घ)

नग -  हीरा एक मूल्यवान नग है।

हिमालय पर्वत एक बड़ा नग  है।


5. नीचे दिए गए वाक्यों को संयुक्त वाक्य में बदलकर लिखिए -

(क) 

1. अँगीठी सुलगायी।

2. उस पर चायदानी रखी।

उत्तर: अँगीठी सुलगायी और उसपर चायदानी रखी। 


(ख) 

1. चाय तैयार हुई ।  

2. उसने वह प्यालों में भरी।

उत्तर: चाय तैयार हुई और उसने वह प्यालों में भरी।


(ग)

1. बगल के कमरे से जाकर कुछ बरतन ले आया।

2. तौलिये से बरतन साफ़ किए।

उत्तर: बगल के कमरे में जाकर कुछ बरतन ले आया और तौलिए से बरतन साफ़ किए ।


6. नीचे दिए गए वाक्यों से मिश्र वाक्य बनाइए-

(क) 

1. चाय पीने की यह एक विधि है।

2. जापानी में उसे चा-नो-यू कहते हैं

उत्तर: यह चाय पीने की एक विधि है जिसे जापानी चा-नो-यू कहते हैं । 


(ख) 

1. बाहर बेढब सा एक मिट्टी का बरतन था।

2. उसमें पानी भरा हुआ था।

उत्तर: बाहर बेढब सा एक मिट्टी का बरतन था जिसमें पानी भरा हुआ था।


(ग) 

1. चाय तैयार हुई ।

2. उसने वह प्यालों में भरी।

3. फिर वे प्याले हमारे सामने रख दिए

उत्तर: जब चाय तैयार हुई तो उसने प्यालों में भरकर हमारे सामने रख दी।


योग्यता विस्तार

प्रश्न 1. गांधी जी के आदर्शों पर आधारित पुस्तकें पढ़िए; जैसे- महात्मा गांधी द्वारा रचित ‘सत्य के प्रयोग’ और गिरिराज किशोर द्वारा रचित उपन्यास ‘गिरमिटिया’।
उत्तर- छात्र अपने अनुसार पुस्तकें पढ़ें, जैसे महात्मा गांधी की "सत्य के प्रयोग" और गिरिराज किशोर का उपन्यास "गिरमिटिया"।


प्रश्न 2. पाठ में वर्णित ‘टी-सेरेमनी’ का शब्द चित्र प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर- ‘टी-सेरेमनी’ का चित्रण- एक छह मंजिला इमारत की छत पर झोपड़ी जैसी एक कमरे की दीवारें दफ्ती की बनी हैं, और फ़र्श पर चटाई बिछी है। वातावरण बेहद शांत है। बाहर एक बड़े, बेडौल मिट्टी के बर्तन में पानी भरा है, और लोग यहाँ हाथ-पाँव धोकर अंदर जाते हैं। अंदर चाजीन झुककर अभिवादन करता है, बैठने के स्थान की ओर इशारा करता है, और चाय बनाने के लिए अँगीठी जलाता है। उसके बर्तन साफ और सुंदर हैं। वातावरण इतना शांत है कि चायदानी में उबलते पानी की आवाज स्पष्ट सुनाई देती है। वह बिना जल्दबाजी के चाय बनाता है और कप में दो-तीन घूंट भर चाय देता है, जिसे लोग धीरे-धीरे चुस्कियाँ लेकर एक डेढ़ घंटे में पीते हैं।


परियोजना कार्य

प्रश्न 1. भारत के नक्शे पर वे स्थान अंकित कीजिए जहाँ चाय की पैदावार होती है। इन स्थानों से संबंधित भौगोलिक स्थितियों और अलग-अलग जगह की चाय की क्या विशेषताएँ हैं, इनका पता लगाइए और परियोजना पुस्तिका में लिखिए।
उत्तर- भारत के नक्शे पर उन स्थानों को अंकित करें जहाँ चाय की पैदावार होती है। इन स्थानों से जुड़ी भौगोलिक स्थितियों और विभिन्न क्षेत्रों की चाय की विशेषताओं की जानकारी जुटाकर परियोजना पुस्तिका में लिखें।


Learnings of NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 13

  • Understanding Transience: Students learn to appreciate the transient nature of life and how change is an integral part of existence.

  • Literary Devices: Chapter 13 provides insight into the use of metaphor and imagery, enriching students' literary analysis skills.

  • Emotional Reflection: Readers are encouraged to reflect on their emotions related to loss and renewal, encouraging empathy and self-awareness.

  • Nature's Cycles: The poem highlights the importance of nature's cycles, encouraging a deeper connection to the environment.

  • Resilience: Students gain insights into the importance of resilience and adaptability in navigating life's changes.


Benefits of NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 13 (Sparsh)

  • Class 10 Chapter 13 Hindi NCERT Solutions provides detailed explanations and answers for all chapters, ensuring that students grasp the complete syllabus effectively.

  • The solutions are created according to the NCERT curriculum, making them ideal for exam preparation and ensuring that all important topics are covered.

  • The solutions break down complex concepts into simpler terms, making it easier for students to understand difficult topics and themes.

  • By studying the solutions, students can learn how to articulate their thoughts better and improve their writing skills in Hindi.

  • NCERT Solutions include various questions, helping students practise effectively and prepare thoroughly for their exams.


Important Study Material Links for Hindi Class 10 Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan

S.No. 

Important Study Material Links for  Class 10 Hindi Chapter 13

1.

Class 10 Patjhad Mein Tooti Pattiyan Questions

2.

Class 10 Patjhad Mein Tooti Pattiyan Notes



Conclusion

NCERT Solutions of Patjhad Mein Tooti Pattiyan offers a profound exploration of change and resilience, using the metaphor of fallen leaves to convey deeper life lessons. The chapter encourages readers to embrace change and find beauty in the cycles of life. The NCERT Solutions provided in this PDF will support students in their comprehension and appreciation of the poem's themes and literary techniques.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 10 Hindi - Sparsh

After familiarising yourself with the  Class 10 Hindi Chapter 13 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi  Class 10 Sparsh textbook chapters.




NCERT Class 10 Hindi Other Books Solutions



NCERT Study Resources for Class 10 Hindi

For complete preparation of Hindi for CBSE Class 10 board exams, check out the following links for different study materials available at Vedantu.


S. No

NCERT Study Resources for Class 10 Hindi

1

CBSE Class 10 Hindi NCERT Exemplar

2

CBSE Class 10 Hindi Previous Year Question Paper

3

CBSE Class 10 Hindi Sample Paper

4

CBSE Class 10 Hindi Revision Notes

5

CBSE Class 10 Hindi Important Questions

FAQs on NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan

1. What is the main theme of Chapter 13 "Patjhad Mein Tooti Pattiyan" in NCERT Solutions?

The main theme of Chapter 13 "Patjhad Mein Tooti Pattiyan" is the inevitability of change and the lessons learned from loss and renewal.

2. How does the poet use leaves as a metaphor in NCERT Patjhad Mein Tooti Pattiyan"?

The poet uses fallen leaves as a metaphor for both loss and the potential for new beginnings, reflecting the cycles of life.

3. What emotions are evoked in Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan?

Chapter 13 "Patjhad Mein Tooti Pattiyan" evokes feelings of nostalgia, reflection, and acceptance of change in life.

4. What literary devices are prominent in NCERT Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan?

Prominent literary devices in Chapter 13 of Patjhad Mein Tooti Pattiyan include metaphor, imagery, and personification that enhance the emotional depth.

5. How can students relate the themes of NCERT Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan to real life?

Students can relate the themes of Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan to real life by recognising the importance of resilience and adaptability in facing change.

6. What life lessons does NCERT Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan impart?

Chapter 13 "Patjhad Mein Tooti Pattiyan" imparts lessons about acceptance, resilience, and finding beauty in life's transitions.

7. How does Chapter 13 connect nature to human experiences?

Chapter 13 NCERT Solutions connects nature to human experiences by illustrating how the cycles of nature mirror the changes and challenges faced in life.

8. What insights can students gain from the imagery used in NCERT Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan?

Students can gain insights into the emotional resonance of nature's imagery and how it reflects their feelings about change and loss.

9. How does Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan enhance reading comprehension skills?

NCERT Solutions of Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan enhances reading comprehension skills by encouraging analysis of themes, imagery, and emotional connections within the text.

10. What creative exercises can be done after studying NCERT Chapter 13 Patjhad Mein Tooti Pattiyan?

Creative exercises can include writing personal reflections on change, creating artwork inspired by nature, or composing poetry about resilience and renewal.