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NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5 Dost Ki Poshak

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NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5: Dost Ki Poshak

Vedantu provides CBSE Class 4 Hindi Revision Notes for Chapter 5, Dost Ki Poshak. This chapter focuses on the theme of friendship and the importance of caring for friends. It explores how friends can support each other and the joy that comes from sharing special moments. The chapter encourages students to think about their own friendships and how they can show kindness to others.

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5: Dost Ki Poshak
2. Glance on Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5 - Dost Ki Poshak
3. Access the NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5 Dost Ki Poshak
    3.1तुम्हारे सवाल
4. कहानी के बारे में कोई पाँच प्रश्न बनाकर नीचे दी गई जगह में लिखो। फिर उनके उत्तर: लिखो।
    4.1तुम्हारी   बात
    4.2तुम्हारी समझ से
    4.3गपशप
    4.4घूमना-फिरना
    4.5करके दिखाओ
    4.6घड़ों पानी पड़ना
    4.7कौन है कैसा
    4.8पास-पड़ोस
    4.9शब्दों का हेरफेर
5. Benefits of NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5 Dost Ki Poshak
6. Important Study Materials for Hindi Class 4 Chapter 5
7. Conclusion
8. NCERT Solutions for Class 4 Hindi Other Chapter-wise List
9. Important Related Links for NCERT Class 4 Hindi
FAQs


Along with this chapter, students should refer to the CBSE Class 4 Hindi Syllabus to understand the key topics covered in their curriculum. Vedantu's NCERT Solutions will help students understand the chapter's ideas better and prepare effectively for exams. Explore these resources for a thorough understanding of the subject!


Glance on Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5 - Dost Ki Poshak

  • CBSE Class 4 Hindi Chapter 5 Dost Ki Poshak focuses on the theme of friendship, highlighting its importance in our lives. It teaches that friends are like family who support and understand each other.

  • The storyline illustrates how friends can come together in difficult times and help one another, showing the strength of their bond. It presents various situations where friends stand by each other.

  • The characters in the chapter demonstrate the qualities of good friends, such as loyalty, kindness, and empathy. Their interactions provide examples of how friends can make each other happy.

  • The emotional connection between the characters is strong, showcasing their love and care for one another. This emotional depth helps readers relate to the characters and their experiences.

  • The chapter encourages students to practise kindness and support towards their friends, teaching them to appreciate the friendships they have and to nurture these relationships.

  • The moral of the chapter emphasises the value of true friendship, reminding students that having good friends enriches our lives and makes difficult times easier to bear.

Access the NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5 Dost Ki Poshak

तुम्हारे सवाल

कहानी के बारे में कोई पाँच प्रश्न बनाकर नीचे दी गई जगह में लिखो। फिर उनके उत्तर: लिखो।

1. नसीरुद्दीन किससे मिलकर बहुत खुश हुए?
उत्तर: नसीरुद्दीन अपने बहुत पुराने दोस्त जमाल साहब से मिलकर बहुत खुश हुए।


2. जमाल साहब ने नसीरूद्दीन के साथ उनके मोहल्ले में घूमने से क्यों मना कर दिया?
उत्तर: क्योंकि उन्होंने मामूली पोशाक पहन रखी थी।


3. “यह सुनकर जमाल साहब पर तो मानो घड़ों पानी पड़ गया।” क्या सुनकर जमाल साहब पर घड़ों पानी पड़ गया?
उत्तर: जमाल साहब नसीरुद्दीन की अचकन पहनकर उनके मोहल्ले में घूमने निकले। दोस्त को लेकर नसीरुद्दीन पड़ोसी के घर गए। पड़ोसी से उनका परिचय करवाते हुए नसीरुद्दीन ने कहा इन्होंने जो अचकन पहन रखी है, वह मेरी है। यह सुनकर जमाल साहब पर मानो घड़ों पानी पड़ गया।


4. नसीरुद्दीन ने किससे माफी माँगी?
उत्तर: नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त जमाल साहब से माफी माँगी।


5. क्या नसीरुद्दीन ने जान बूझकर गलती की?
उत्तर: नहीं। दरअसल वह कम बुद्धि वाला आदमी था। उसे इतनी समझ नहीं थी कि कहाँ पर कैसी बातें करनी चाहिए।


तुम्हारी   बात

नसीरुद्दीन और जमाल साहब बनठन कर घूमने के लिए निकले।
(क) तुम बनठन कर कहाँ-कहाँ जाते हो?
उत्तर: "सज-धज कर मैं विवाह समारोह, जन्मदिन समारोह और मॉल में जाता हूँ।"


(ख) तुम किस-किस तरह से बनते-ठनते हो?
उत्तर: मैं नए कपड़े और जूते पहनकर सज-संवरकर तैयार होता हूँ।


तुम्हारी समझ से

(क) तीसरे मकान से बाहर निकलकर जमाल साहब ने नसीरुद्दीन से क्या कहा होगा?
उत्तर: अब मैं तुम्हारे साथ कहीं नहीं जाना चाहता/चाहती। मुझे वापस ले चलो।


(ख) जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में घूमने क्यों नहीं जाना चाहते होंगे?
उत्तर: शायद उन्हें लगता है कि किसी व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से होती है। यदि वे साधारण कपड़े पहनेंगे, तो लोग उन्हें सामान्य या साधारण व्यक्ति समझेंगे।


(ग) नसीरुद्दीन अपनी अचकन के बारे में हमेशा क्यों बताते होंगे?
उत्तर: नसीरुद्दीन अपनी अचकन के बारे में हमेशा इसलिए बताते होंगे क्योंकि यह उनकी पहचान और उनका खास वस्त्र है। अचकन एक प्रकार की परिधान होती है जो नसीरुद्दीन को दूसरों से अलग पहचान दिलाती है।

इस अध्याय में नसीरुद्दीन की अचकन का वर्णन उनके दोस्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। जब वे अपनी अचकन के बारे में बताते हैं, तो वे अपने दोस्तों के प्रति अपने प्यार और स्नेह को व्यक्त करते हैं। अचकन के माध्यम से वे यह भी दिखाते हैं कि वे अपने दोस्तों को महत्व देते हैं और उन्हें अपने वस्त्र के बारे में बताने का मन करते हैं।

इस प्रकार, नसीरुद्दीन की अचकन केवल एक कपड़ा नहीं, बल्कि दोस्ती, पहचान और प्यार का प्रतीक है।


गपशप

जब जमाल साहब और नसीरुद्दीन हुसैन साहब के घर से बाहर निकले तो उन्होंने अपनी वेगम को नसीरुद्दीन और जमाल साहब से मुलाकात का किस्सा सुनाया। उन दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई होगी? लिखकर बताओ।
बेगम – कौन आया था?
हुसैन साहब – नसीरुद्दीन अपने दोस्त के साथ आया था।
बेगम – …………………………………………………………………

उत्तर: दोस्त का नाम क्या था?
हुसैन – जमाल । वह उसका बहुत पुराना दोस्त था।
बेगम – तब, क्या-क्या बातें हुई?
हुसैन – तुम तो जानती ही हो नसीरुद्दीन को। क्या खूब इंसान है।
बेगम – इसका मतलब है उसने फिर कुछ मजेदार बात कही होगी।
हुसैन – हाँ, हाँ तुमने ठीक अनुमान लगाया। नसीरुद्दीन अपने दोस्त जमाल का परिचय कराते समय कह रहा था कि इन्होंने (जमाल ने अपनी ही अचकन पहन रखी है।
बेगम – तब तो जमाल साहब जरूर नसीरुद्दीन का ही अचकन पहनकर घूमने निकले होंगे।
हुसैन – मुझे भी ऐसा ही लगता है।
बेगम – तब तो जमाल साहब जरूर नाराज हुए होंगे।
हुसैन – उनके चेहरे से तो ऐसा ही लग रहा था।


घूमना-फिरना

नसीरुद्दीन ने कहा, “चलो दोस्त, मोहल्ले में घूम आएँ।”
जब नसीरुद्दीन अपने दोस्त से मिले, वे उसे अपना मोहल्ला दिखाने ले गए।
जब तुम अपने दोस्तों से मिलते हो, तब क्या-क्या करते हो?
उत्तर: जब मैं अपने दोस्तों से मिलता हूँ, तो मैं आस-पड़ोस में घूमने जाता हूँ। मैं वहाँ बहुत सारी चीजें खरीदता हूँ। दोस्तों के साथ अपनी पसंदीदा चीजें खाता हूँ, उनके साथ बातचीत करता हूँ और खूब हंसता-हंसाता हूँ। कभी-कभी मैं उनके साथ खेल भीता हूँ।


करके दिखाओ

नीचे कुछ वाक्य लिखे हैं। तुम्हें इनका अभिनय करना है। तुम चाहो तो कहानी में देख सकते हो कि इन कामों का ज़िक्र कहाँ आया है।

  • बनठन कर घूमने के लिए निकलना।

  • घड़ों पानी पड़ना।

  • मुँह बनाकर शिकायत करना।

  • गर्मजोशी से स्वागत करना।

  • नाराज़ होना।

  • देखते ही रह जाना।

उत्तर: यहाँ कुछ वाक्य हैं जिनका अभिनय करके आप दोस्तों के साथ मजा ले सकते हैं। ये वाक्य "दोस्त की पोशाक" अध्याय में भी मिलते हैं।

1. बनठन कर घूमने के लिए निकलना: अच्छे कपड़े पहनकर दोस्तों के साथ घूमने के लिए बाहर जाना।

2. घड़ों पानी पड़ना: पानी से भरा एक घड़ा लेकर खुशी से उसे दिखाना।

3. मुँह बनाकर शिकायत करना: दोस्तों से मजाक में कहना, "तुमने मुझे बुलाया नहीं!" और मुँह बनाना।

4. गर्मजोशी से स्वागत करना: दोस्तों का मुस्कुराते हुए स्वागत करना और उन्हें गले लगाना।

5. नाराज़ होना: जब कोई दोस्त मजाक करे, तो थोड़े नाराज़ होकर मुँह मोड़ लेना।

6. देखते ही रह जाना: जब कोई दोस्त आपको कुछ अच्छा दिखाए, तो हैरानी से उसे देखना।


घड़ों पानी पड़ना

नसीरुद्दीन की बात सुनकर जमाल साहब पर तो मानो घड़ों पानी पड़ गया।
(क) घड़ों पानी पड़ना एक मुहावरा है। इसका क्या मतलब हो सकता है? पता लगाओ। तुम इसका मतलब पता करने के लिए अपने साथियों या बड़ों से बातचीत कर सकते हो या शब्दकोश देख सकते हो।
उत्तर: घड़ों पानी पड़ना" एक मुहावरा है, जिसका मतलब है कि किसी व्यक्ति पर बहुत अधिक दुख या निराशा का असर होना। जब जमाल साहब ने नसीरुद्दीन की बात सुनी, तो उनके ऊपर ऐसा लगा जैसे उन पर घड़ों भर पानी पड़ गया, यानी उन्हें बहुत बड़ा झटका लगा या उनकी उम्मीदें चूर-चूर हो गईं। 

इस मुहावरे का उपयोग तब किया जाता है जब कोई स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि व्यक्ति को उस पर विश्वास ही नहीं होता। यह भावनाओं की गहराई को व्यक्त करने का एक तरीका है। 

इसका अर्थ जानने के लिए हम अपने साथियों या बड़े लोगों से बात कर सकते हैं या शब्दकोश का उपयोग कर सकते हैं, ताकि हम समझ सकें कि यह मुहावरा किस प्रकार के अनुभव को दर्शाता है।


(ख) इन मुहावरों को सुनकर मन में एक चित्र सा बनता है। तुम भी किन्हीं दो मुहावरों के बारे में चित्र बनाओ। कुछ मुहावरे हम दे देते हैं। तुम चाहो तो इनमें से कोई पसंद कर सकते हो

  • सिर मुंडाते ही ओले पड़ना

  • ऊँट के मुँह में जीरा

  • दीया तले अँधेरा।

  • ईद का चाँद

उत्तर:
1. सिर मुंडाते ही ओले पड़ना: इस मुहावरे का चित्र मन में एक ऐसे व्यक्ति का बनता है, जिसने अपने सिर का बाल कटवाने का निर्णय लिया है। जैसे ही वह नाई के पास जाता है, अचानक से तेज़ बारिश और ओले गिरने लगते हैं। इसका अर्थ है कि जब कोई व्यक्ति किसी नए काम की शुरुआत करता है, तो उसके साथ कई समस्याएँ या कठिनाइयाँ आ जाती हैं।


2. दीया तले अँधेरा: इस मुहावरे से एक ऐसे कमरे का चित्र बनता है, जहाँ एक दीया जल रहा है, लेकिन उसके आसपास अंधेरा है। यह दर्शाता है कि कभी-कभी हम अपने पास मौजूद चीज़ों की अहमियत को नहीं समझते और जो हमारे पास है, उसके महत्व को भूल जाते हैं।


कौन है कैसा

नसीरुद्दीन एक भड़कीली अचकन निकालकर लाए। भड़कीली शब्द बता रहा है कि अचकन कैसी थी। कहानी में से ऐसे ही और शब्द छाँटो जो किसी के बारे में कुछ बताते हों। उन्हें छाँटकर नीचे दी गई जगह में लिखो।
देखें, कौन सबसे ज़्यादा ऐसे शब्द ढूंढ़ पाता है।


पुराना दोस्त          …………………          …………………..

…………………          …………………..        …………………

…………………          …………………..        …………………



भड़कीली, पुराना जैसे शब्द किसी के बारे में कुछ खास या विशेष बात बता रहे हैं। इसलिए इन्हें विशेषण कहते

उत्तर:


पुराना दोस्त

मामूली पोशाक

खास दोस्त

अन्य पड़ोसी

अपनी अचकन

तुम्हारा पड़ोसी

अपने कपड़े

इतनी सी बात

तुम्हारी अकल



पास-पड़ोस

पड़ोस के घर में जाकर नसीरुद्दीन पड़ोसी से मिले।
तुम अपने पड़ोसी बच्चों के साथ बहुत-से खेल खेलते हो। पर क्या तुम उनके परिवार के बारे में जानते हो? चलो, दोस्तों के बारे में और जानकारी इकट्ठी करते हैं। यदि तुम चाहो तो उनसे ये बातें पूछ सकते हो।

  • घर में कुल कितने लोग हैं?

  • उनके नाम क्या हैं?

  • उनकी आयु क्या है?

  • वे क्या काम करते हैं?

इस सूची में तुम अपने मन से बहुत-से सवाल जोड़ सकते हो।
उत्तर: जब मैं अपने पड़ोसी बच्चों से मिलता हूँ, तो मैं उनके परिवार के बारे में भी जानने की कोशिश करता हूँ। मैं उनसे पूछता हूँ:

  • उनके घर में कुल कितने लोग हैं?

  • उनके नाम क्या हैं?

  • उनकी आयु क्या है?

  • वे क्या काम करते हैं?

इन सवालों के अलावा, मैं कुछ और भी सवाल जोड़ सकता हूँ, जैसे:

  • उनके शौक क्या हैं?

  • वे किस स्कूल में पढ़ते हैं?

  • उन्हें कौन से खेल पसंद हैं?

  • वे छुट्टियों में क्या करते हैं?


शब्दों का हेरफेर

झूठा – जूठा

इन शब्दों को बोलकर देखो। ये मिलती-जुलती आवाज़ वाले शब्द हैं। ज़रा से अंतर से भी शब्द का अर्थ बदल जाती है।
नीचे इसी तरह के कुछ शब्दों के जोड़े दिए गए हैं। इन सबके अर्थ अलग-अलग हैं। इन शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करो।

घड़ा - गढ़ा घूम - झूम राज - राज़

फन - फन राज - राज़ खोल - खोल

उत्तर:

  • घड़ा – आज मैंने मिट्टी का घड़ा खरीदा।  

  • गढ़ा – कुम्हार ने मिट्टी के बर्तन बनाए।  

  • घूम – मैं अभी-अभी घूमकर आया हूँ।  

  • झूम – विशाल के जन्मदिन समारोह में सभी मस्ती में झूम रहे थे।  

  • राज – भारत में अंग्रेजों का शासन था।  

  • रज़ा – अगर तुम चाहो, तो मैं उसके राज़ की बात बता दूँ।  

  • फन – मेरा दोस्त कार्टून बनाने के कौशल में माहिर है।  

  • फन – देखो, साँप का फन।  

  • सज़ा – मेरे जन्मदिन के मौके पर पूरा घर सजाया गया था।  

  • सज़ा – गलत काम करने वाले को सज़ा मिलनी चाहिए।  

  • खोल – उसने खिड़की खोलकर छोड़ दी।  

  • खौल – आग पर पानी उबल रहा है।  


Benefits of NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5 Dost Ki Poshak

  • NCERT Solutions for Chapter 5 Dost Ki Poshak provide clear explanations that help students understand the chapter's themes and messages about friendship.

  • The solutions break down complex ideas into simple terms, making it easier for students to understand important concepts.

  • Students can find step-by-step answers to chapter questions, helping them learn how to tackle similar questions in their exams.

  • The solutions include summaries and key points from the chapter, allowing for quick and effective revision before tests.

  • By using these solutions, students can improve their writing skills through examples of well-structured answers.

  • The NCERT Solutions encourage critical thinking about the themes of friendship.


Important Study Materials for Hindi Class 4 Chapter 5

S.No.

Links for Related Study Materials for Hindi Class 4 Chapter 5

1.

Class 4 Dost Ki Poshak Worksheet

2.

Class 4 Dost Ki Poshak Revision Notes


Conclusion

NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5 Dost Ki Poshak provides valuable support for students as they explore the themes of friendship and care. These solutions simplify complex ideas and provide clear answers, making it easier for students to understand and relate to the chapter. By using these resources, students can enhance their writing skills and develop a deeper appreciation for the qualities of true friendship. Vedantu's solutions serve as a helpful resource for effective learning, allowing students to prepare confidently for their exams and apply these important lessons in their lives.


NCERT Solutions for Class 4 Hindi Other Chapter-wise List

After familiarising yourself with the Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 5 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions for all Chapters in Class 4 Hindi (Rimjhim).




Important Related Links for NCERT Class 4 Hindi

FAQs on NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5 Dost Ki Poshak

1. What is the main theme of Chapter 5, "Dost Ki Poshak," in NCERT Solutions for Class 4 Hindi? 

The main theme of Chapter 5, "Dost Ki Poshak," revolves around friendship and the importance of caring for friends. It highlights how friends support each other in various situations, emphasising the joy that comes from these relationships. Understanding this theme helps students appreciate the value of true friendship.

2. How can NCERT Solutions help in understanding "Dost Ki Poshak" for Class 4 Hindi?

NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5, "Dost Ki Poshak," provide clear explanations and step-by-step answers to questions. This makes it easier for students to grasp the chapter's concepts and themes. By using these solutions, students can enhance their understanding of the material and prepare effectively for exams.

3. What lessons about friendship can be learned from "Dost Ki Poshak" in Class 4 Hindi?

In "Dost Ki Poshak," students learn that true friendship is based on support, care, and understanding. The chapter teaches the importance of being there for friends during tough times and celebrating happy moments together. These lessons encourage students to build and nurture their own friendships.

4. What types of questions are included in the NCERT Solutions for "Dost Ki Poshak"?

The NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5, "Dost Ki Poshak," include various types of questions such as comprehension questions, short answer questions, and summary questions. These questions help students reflect on the chapter and apply what they've learned. Each answer is designed to aid their understanding and learning process.

5. How do NCERT Solutions improve writing skills for Class 4 Hindi students?

By reviewing the NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5, "Dost Ki Poshak," students can see examples of well-structured answers. This exposure helps them learn how to express their thoughts clearly and effectively. Practising writing based on these solutions can enhance their overall writing skills.

6. Are there any moral lessons in "Dost Ki Poshak" from the NCERT Solutions?

Yes, the NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5, "Dost Ki Poshak," emphasise moral lessons about kindness and empathy in friendships. The chapter teaches that being a good friend involves caring for others and supporting them during challenges. These values are essential for building lasting relationships.

7. How can I quickly revise Chapter 5, "Dost Ki Poshak," using NCERT Solutions?

Students can quickly revise Chapter 5, "Dost Ki Poshak," by using the summaries and key points included in the NCERT Solutions. These concise notes highlight important ideas and themes, making it easier to recall information before exams. This method is effective for efficient studying.

8. What should I do if I don’t understand a concept in "Dost Ki Poshak"?

If a student struggles to understand a concept in Chapter 5, "Dost Ki Poshak," they can refer to the NCERT Solutions for detailed explanations. These solutions provide clarity on difficult topics and can serve as a guide for further study. Additionally, discussing with teachers or classmates can also help in understanding the material better.

9. Can I find practice questions in the NCERT Solutions for "Dost Ki Poshak"?

Yes, the NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5, "Dost Ki Poshak," include practice questions that help reinforce learning. These questions cover different aspects of the chapter, allowing students to test their knowledge and understanding. Practising these questions can boost confidence for exams.

10. How do NCERT Solutions relate to the Class 4 Hindi syllabus?

The NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5, "Dost Ki Poshak," align with the Class 4 Hindi syllabus by covering essential themes and concepts outlined in the curriculum. They serve as a resource to support students in meeting syllabus requirements, ensuring they grasp the necessary knowledge for their academic progress.

11. What are the key points I should remember from "Dost Ki Poshak"?

Key points from Chapter 5, "Dost Ki Poshak," include the importance of friendship, the qualities of a good friend, and the joy of sharing experiences together. Remembering these points can help students relate to their own friendships and understand the chapter's message better.

12. How can Vedantu's NCERT Solutions for "Dost Ki Poshak" enhance my learning experience?

Vedantu's NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 5, "Dost Ki Poshak," improves the learning experience by providing comprehensive and easy-to-understand explanations. These solutions guide students through the chapter's content, making it easier to understand and retain information. Using Vedantu's resources helps in building a strong foundation in Hindi.