NCERT Solutions for Class 11 Chemistry Chapter 1 Some Basic Concepts of Chemistry in Hindi PDF Download
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Access NCERT Solutions for Class 11 Chemistry Chapter 1 – रसायन विज्ञान की कुछ मुल अवधारणाएं
1. निम्नलिखित के लिए मोलर द्रव्यमान का परिकलन कीजिए-
(i) ${{\text{H}}_2}{\text{O}}$
उत्तर: ${{\text{H}}_2}{\text{O}}$ का मोलर द्रव्यमान $= \left( {2 \times 1.008} \right) + \left( {16.00} \right) = 18.016amu$
(ii) ${\text{C}}{{\text{O}}_2}$
उत्तर: ${\text{C}}{{\text{O}}_2}$ का मोलर द्रव्यमान $= 12.01 + \left( {2 \times 16.00} \right) = 44.01{\text{ }}amu$
(iii) ${\text{C}}{{\text{H}}_4}$
उत्तर: ${\text{C}}{{\text{H}}_4}$, का मोलर द्रव्यमाने $= 12.01 + \left( {4 \times 1.008} \right) = 16.042amu$
2. सोडियम सल्फेट $\left( {{\text{N}}{{\text{a}}_2}{\text{S}}{{\text{O}}_4}} \right)$ में उपस्थित विभिन्न तत्वों के द्रव्यमान प्रतिशत का परिकलन कीजिए।
उत्तर: सोडियम सल्फेट $\left( {{\text{N}}{{\text{a}}_2}{\text{S}}{{\text{O}}_4}} \right)$ का ग्राम आणविक द्रव्यमान
$= (2 \times 22.99) + 32.06 + (4 \times 16.00)$
$= 142.04\;{\text{gmo}}{{\text{l}}^{{\text{ - 1}}}}$
$\text { तत्त्व की द्रव्यमान प्रतिशतता }=\frac{\text { यौगिक के एक मोल में तल्व का भार }}{\text { योगिक का ग्राम् आणणविक द्रव्यमान }}\times 100$
∴ सोडियम की द्रव्यमान प्रतिशतता $ = \dfrac{{22.99 \times 2}}{{142.04}} \times 100 = 32.37\% $
सल्फर की द्रव्यमान प्रतिशतता $ = \dfrac{{32.06}}{{142.04}} \times 100 = 22.57\% $
ऑक्सीजन की द्रव्यमान प्रतिशतता $= \dfrac{{{\mathbf{16}}.{\mathbf{00}} \times {\mathbf{4}}}}{{{\mathbf{142}}.{\mathbf{04}}}} \times {\mathbf{100}} = {\mathbf{45}}.{\mathbf{06}}\% $
3. आयरन के उस ऑक्साइड का मूलनुपाती सूत्र ज्ञात कीजिए जिसमें द्रव्यमान द्वारा ${\mathbf{69}}.{\mathbf{9}}{\text{ }}\% $आयरन और ${\mathbf{30}}.{\mathbf{1}}{\text{ }}\% $ऑक्सीजन है।
उत्तर: मूलानुपाती सूत्र की गणना
तत्व | % | परमाणु द्रव्यमान | परमाणुओं की आपेक्षिक संख्या | सरल अनुपात | पूर्णाक अनुपात |
$Fe$ | 69.9 | 56 | $\dfrac{{69.9}}{{56}} = 1.25$ | $\dfrac{{1.25}}{{1.25}} = 1$ | 2 |
$O$ | 30.1 | 16 | $\dfrac{{30.1}}{{16}} = 1.88$ | $\dfrac{{1.88}}{{1.25}} = 1.5$ | 3 |
∴ मूलानुपाती सूत्र =$F{e_2}{O_3}$
4. प्राप्त कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा का परिकलन कीजिए। जब-
(i) 1 मोल कार्बन को हवा में जलाया जाता है और
उत्तर: हवा में प्रस्तुत ऑक्सीजन में कार्बन निम्न प्रकार से जलता है:
$C(s)\;\; + \;\;{{\text{O}}_2}(g)\;\; \to \;\;{\text{C}}{{\text{O}}_2}(g)$
1 मोल | 1 मोल | 1 मोल |
12g | 32g | ? |
हवा में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा है। इस कारण से ज्वलन पूर्ण होता है। अतः 1 मोल कार्बन के दहन से हुआ उत्पन्न $\;C{O_2} = 44{\text{ }}g$
(ii) 1 मोल कार्बन को ${\mathbf{16}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$ ऑक्सीजन में जलाया जाता है।
उत्तर: हवा में प्रस्तुत ऑक्सीजन में कार्बन निम्न प्रकार से जलता है:
$C(s)\;\; + \;\;{{\text{O}}_2}(g)\;\; \to \;\;{\text{C}}{{\text{O}}_2}(g)$
1 मोल | 0.5 मोल | 0.5 मोल |
12g | 16g | ? |
ऑक्सीजन यहां एक सीमांत अभिकर्मक है जिसके अनुसार $0.5$ मोल कार्बन ही जलेंगे।
$\therefore {\text{ }}32{\text{ }}g$ऑक्सीजन से प्राप्त ${\text{C}}{{\text{O}}_2}$ $= {\text{ }}44{\text{ g}}$
$\therefore {\text{ }}16{\text{ }}g$ऑक्सीजन से प्राप्त ${\text{C}}{{\text{O}}_2}$= $\dfrac{{44}}{{32}} \times 16 = 22\;{\text{g}}$
5. सोडियम ऐसीटेट $\left( {{\text{C}}{{\text{H}}_3}{\text{COONa}}} \right)$ का ${\mathbf{500}}{\text{ }}{\mathbf{mL}},{\text{ }}{\mathbf{0}}.{\mathbf{375}}$मोलर जलीय विलयन बनाने के लिए उसके कितने द्रव्यमान की आवश्यकता होगी? सोडियम ऐसीटेट का मोलर द्रव्यमान ${\mathbf{82}}.{\mathbf{0245}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$$mo{l^{ - 1}}$ है।
उत्तर: जलीय विलयन की मोलरता निम्न समीकरण से व्यक्त की जा सकती है-
$w{\text{ }} = \dfrac{{MM'V}}{{1000}}$ प्रश्नानुसार,
मान प्रतिस्थापित करने पर, $w = \dfrac{{0.375 \times 82.0245 \times 500}}{{1000}} = 15.38g$
अत: सोडियम ऐसीटेट की मात्रा $= {\text{ }}15.38{\text{ }}g$
6. सान्द्र नाइट्रिक अम्ल के उस प्रतिदर्श का मोल प्रति लीटर में सान्द्रता का परिकलन कीजिए जिसमें उसका द्रव्यमान प्रतिशत ${\mathbf{69}}{\text{ }}\% $ हो और जिसका घनत्व ${\mathbf{1}}.{\mathbf{41}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$$m{L^{ - 1}}$ हो।।
उत्तर: प्रतिदर्श ${\mathbf{69}}{\text{ }}\% $ है अर्थात् $100{\text{ }}g$कुल विलयन में नाइट्रिक अम्ल ${\mathbf{69}}{\text{ }}\% $ उपस्थित है। नाइट्रिक अम्ल का मोलर द्रव्यमान $ = 1 + 14 + (3 \times 16) = 63gmo{l^{ - 1}}$
$\therefore {\mathbf{69}}{\text{ }}\% $ नाइट्रिक अम्ल में मोलों की संख्या $= \dfrac{{69}}{{63}} = 1.095$
$100\;gHN{O_3}$
$\text { विलयन का आयतन = } \frac{\text { द्रव्यमान }}{\text { घनत्व }}$
$ = \dfrac{{100}}{{1.41}} = 70.92\;mL$
अत: नाइट्रिक अम्ल की सान्द्रता$ = \dfrac{{1.095}}{{0.07092}} = 15.44\;mol/L = 15.44M\;$
7. $100{\text{ }}g$ कॉपर सल्फेट $(CuS{O_4})$ से कितना कॉपर प्राप्त किया जा सकता है?
उत्तर: $(CuS{O_4})$ के एक मोल का द्रव्यमान अर्थात मोलर द्रव्यमान $ = 63.5 + 32 + (4 \times 16) = 1595gmo{l^{ - 1}}$
$1$ मोल $(CuS{O_4})$ ($159.5{\text{ }}g$) में $Cu$ का $1$ मोल ($63.5{\text{ }}g$) पाया जाता है
$\therefore {\text{ }}100{\text{ }}g$ कॉपर सल्फेट में कॉपर की मात्रा $= \dfrac{{63.5}}{{159.5}} \times 100 = 39.81{\text{ }}g$
8. आयरन के ऑक्साइड का आण्विक सूत्र ज्ञात कीजिए जिसमें आयरन तथा ऑक्सीजन का द्रव्यमान प्रतिशत क्रमशः ${\mathbf{69}}.{\mathbf{9}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$ तथा ${\mathbf{30}}.{\mathbf{1g}}\;$ है।
उत्तर:
तत्व | $\%$ | परमाणु द्रव्यमान | परमाणुओं की आपेक्षिक संख्या | सरल अनुपात | पूर्णाक अनुपात |
$Fe$ | 69.9 | 56 | $\dfrac{{69.9}}{{56}} = 1.25$ | $\dfrac{{1.25}}{{1.25}} = 1$ | 2 |
$O$ | 30.1 | 16 | $\dfrac{{30.1}}{{16}} = 1.88$ | $\dfrac{{1.88}}{{1.25}} = 1.5$ | 3 |
∴ मूलानुपाती सूत्र $ = F{e_2}{O_3}$
मूलानुपाती सूत्र $\left[ {F{e_2}{O_3}} \right]$ का द्रव्यमान $ = \left( {2 \times 55.85} \right) + \left( {3 \times 16.00} \right) = 159.7\;g\;mo{l^{ - 1}}$
$n=\frac{\text { मोलर द्रव्यमान }}{\text { मूलानुपाती सूत्र द्रव्यमान }}$
$= \dfrac{{159.8}}{{159.7}} = 1$
अत: दिये गये ऑक्साइड का आणविक सूत्र $ = F{e_2}{O_3}$
9. निम्नलिखित आँकड़ों के आधार पर क्लोरीन के औसत परमाणु द्रव्यमान का परिकलन कीजिए-
$\%$ | प्राकृतिक बाहुल्यता | मोलर द्रव्यमान (g) |
${ }^{35} \mathrm{Cl}$ | 75.77 | 34.9689 |
${ }^{37} \mathrm{Cl}$ | 24.23 | 36.9659 |
उत्तर: क्लोरीन का औसत परमाणु द्रव्यमान
$ = \dfrac{{\left( {34.9689 \times 75.77} \right) + \left( {369659 \times 24.23} \right)}}{{75.77 + 24.23}} = 35.4527amu$
10. एथेन $({C_2}{H_6})$के तीन मोलों में निम्नलिखित का परिकलन कीजिए-
(i) कार्बन परमाणुओं के मोलों की संख्या
उत्तर: $1$ मोल एथेन में $2$ मोल कार्बन परमाणु हैं।
$\therefore {\text{ }}3$ मोल एथेन में कार्बन परमाणुओं के मोल $= {\text{ }}3{\text{ }} \times {\text{ }}2{\text{ }} = {\text{ }}6$
(ii) हाइड्रोजन परमाणुओं के मोलों की संख्या
उत्तर: $1$ मोल एथेन में हाइड्रोजन परमाणुओं के $6$ मोल हैं।
$\therefore {\text{ }}3$ मोल एथेन में हाइड्रोजन परमाणुओं के मोल $= {\text{ }}3{\text{ }} \times {\text{ 6 }} = {\text{ 18}}$
(iii) एथेन के अणुओं की संख्या।
उत्तर: $1$ मोल एथेन में उपस्थित अणु $= 6.022 \times {10^{23}}$(आवोगाद्रो संख्या)
$\therefore {\text{ }}3$ मोल एथेन में उपस्थित अणुओं की संख्या $= 3 \times 6.022 \times {10^{23}} = 18.066 \times {10^{23}}$
11. यदि ${\mathbf{20}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$चीनी ${C_2}{H_{22}}{O_{11}}$ को जल की पर्याप्त मात्रा में घोलने पर उसका आयतन ${\mathbf{2}}{\text{ }}{\mathbf{L}}$ हो जाए तो चीनी के इस विलयन की सान्द्रता क्या होगी?
उत्तर: चीनी का मोलर द्रव्यमान $ = (12{{ \times }}12) + (1{{ \times }}22) + (11{{ \times }}16) = 342gmo{l^{ - 1}}$
$20\;g$चीनी में उपस्थित मोलों की संख्या $ = \dfrac{{20}}{{342}} = 0.0585$
चीनी के विलयन की मोलर सान्द्रता =$\frac{विलयित चीनी के मोलों की संख्या}{वेलयन का आयतन लीटर में}$
$\therefore = \dfrac{{0.0585}}{2} = 0.02925\;mol{L^{ - 1}}$
12. यदि मेथेनॉल का घनत्व ${\mathbf{0}}.{\mathbf{793}}$$kg{L^{ - 1}}$ हो तो इसके ${\mathbf{0}}.{\mathbf{25}}{\text{ }}{\mathbf{M}}$ के ${\mathbf{2}}.{\mathbf{5}}{\text{ }}{\mathbf{L}}$ विलयन को बनाने के लिए कितने आयतन की आवश्यकता होगी?
उत्तर: मेथेनॉल का मोलर द्रव्यमान $(C{H_3}OH) = 32gmo{l^{ - 1}}$
आवश्यक मेथेनॉल का भार-
$w = \dfrac{{MM'V}}{{1000}} = \dfrac{{0.25 \times 32 \times 2500}}{{1000}} = 20g = 0.02kg$
$(\therefore V = 2.5L = 2500mL)$
$\therefore 1$ लीटर प्रतिदर्श में $0.793\;kg$ मेथेनॉल उपस्थित है।
$\;\therefore {\mathbf{0}}.{\mathbf{02}}{\text{ }}{\mathbf{kg}}$ मेथेनॉल उपस्थित होगी $\dfrac{{\mathbf{1}}}{{{\mathbf{0}}.{\mathbf{793}}}} \times {\mathbf{0}}.{\mathbf{02}} = {\mathbf{0}}.{\mathbf{02522L}}$or ${\mathbf{25}}.{\mathbf{22}}{\text{ }}{\mathbf{mL}}$प्रतिदर्श में।
अतः मेथेनॉल का प्रतिदर्श में आयतन =${\mathbf{25}}.{\mathbf{22}}{\text{ }}{\mathbf{mL}}$
13. दाब को प्रति इकाई क्षेत्रफल पर लगने वाले बल के रूप में परिभाषित किया जाता है। दाब का S.I. मात्रक पास्कल नीचे दिया गया है-
${\mathbf{1}}{\text{ }}{\mathbf{Pa}}{\text{ }} = $$1N{m^{ - 2}}$
यदि समुद्रतल पर हवा का द्रव्यमान ${\mathbf{1034}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$ $c{m^{ - 2}}$हो तो पास्कल में दाब का परिकलन कीजिए।
उत्तर: प्रति इकाई क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को दाब कहा जाता है।
समुद्रतल पर हवा का भार $ = mXg = 1034 \times 98 = 10.1332kg\;m{s^{ - 2}}$
$(\therefore m = 1034g = 1.034kg;g = 9.8m{s^{ - 2}})$
$\therefore $ दाब $ = \dfrac{{10.1332kg\;m{s^{ - 2}}}}{{{{10}^{ - 4}}{m^2}}} = 101332kg{m^{ - 1}}{s^{ - 2}}$
$\therefore $ 1 पास्कल = $1N{m^{ - 2}} = \dfrac{{1N}}{{{m^2}}} = \dfrac{{1kgm{s^{ - 2}}}}{{{m^2}}} = 1kg{m^{ - 1}}{s^{ - 2}}$
$\therefore $ हवा का दाब $ = 101332{m^{ - 1}}{s^{ - 2}}kg = 101332Pa = 1.01332 \times {10^5}Pa$
14. द्रव्यमान का S.I. मात्रक क्या है? इसे किस प्रकार परिभाषित किया जाता है?
उत्तर: द्रव्यमान का S.I. मात्रक किलोग्राम ($kg$) है। पेरिस के निकट सैवरेस में $0^\circ C$पर रखी प्लैटिनम-इरीडियम मिश्र-धातु की एक विशेष छड़ अथवा टुकड़े का द्रव्यमान $1$ मानक किलोग्राम माना गया है।
15. निम्नलिखित पूर्व-लग्नों को उनके गुणांकों के साथ मिलाइए-
पूर्व लग्न | गुणांक | |
(i) | माइक्रो | ${10^6}$ |
(ii) | डेका | ${10^9}$ |
(iii) | मेगा | ${10^{ - 6}}$ |
(iv) | गीगा | ${10^{ - 15}}$ |
(v) | फेम्टो | ${10^{10}}$ |
उत्तर:
पूर्व लग्न | गुणांक |
माइक्रो | ${10^{ - 6}}$ |
डेका | ${10^{10}}$ |
मेगा | ${10^6}$ |
गीगा | ${10^9}$ |
फेम्टो | ${10^{ - 15}}$ |
16. सार्थक अंकों से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: सार्थक अंक उन अंकों की संख्या है जिनके द्वारा किसी राशि को निश्चित रूप से व्यक्त किया जाता है।
17. पेय जल के नमूने में क्लोरोफॉर्म, जो कैन्सरजन्य है, से अत्यधिक संदूषित पाया गया। संदूषण का स्तर ${\mathbf{15}}{\text{ }}{\mathbf{ppm}}$ (द्रव्यमान के रूप में था।
(i) इसे द्रव्यमान प्रतिशतता में दर्शाइए।
उत्तर: किसी विलयन के $1$ अरब (${10^6}$) भाग में जितने भी विलेय की मात्रा उपस्थित होती है उसको ppm में दर्शाया जाता है। अतः $15{\text{ }}ppm$ का अर्थ है कि पानी के ${10^6}$ भाग (द्रव्यमान से) में क्लोरोफॉर्म के $15$ भाग (द्रव्यमान में) उपस्थित हैं।
$\therefore $ द्रव्यमान प्रतिशतता $ = \dfrac{{15}}{{{{10}^6}}} \times 100 = 1.5 \times {10^{ - 3}}\% $
(ii) जल के नमूने में क्लोरोफॉर्म की मोललता ज्ञात कीजिए।
उत्तर: $CHC{l_3}$ का मोलर द्रव्यमान $ = 12 + 1 + [3x35.5] = 119.5g\;mo{l^{ - 1}}$
$\because $ ${10^6}$g प्रतिदर्श में क्लोरोफॉर्म की मात्रा $= {\text{ }}15g$
$\therefore $ ${10^3}$g ($1kg$) प्रतिदर्श में क्लोरोफॉर्म की मात्रा होगी $ = \dfrac{{15}}{{{{10}^6}}} \times {10^3} = 1.5 \times {10^{ - 2}}g$
$\;\therefore 1kg$प्रतिदर्श में उपस्थित क्लोरोफॉर्म के मोलों की संख्या $ = \dfrac{{1.5 \times {{10}^{ - 2}}}}{{119.5}} = 1.255 \times {10^{ - 4}}$ मोल
∴ मोललता = $1.255 \times {10^{ - 4}}m$
18. निम्नलिखित को वैज्ञानिक संकेतन में लिखिए-
(i) ${\mathbf{0}}.{\mathbf{0048}}$
उत्तर: $4.8 \times {10^{ - 3}}$
(ii) ${\mathbf{234}}.{\mathbf{000}}$
उत्तर: $2.34 \times {10^2}$
(iii) ${\mathbf{8008}}$
उत्तर: $8.008 \times {10^3}$
(iv) ${\mathbf{500}}.{\mathbf{0}}$
उत्तर: $5.000 \times {10^2}$
(v) ${\mathbf{6}}.{\mathbf{0012}}$
उत्तर: $6.0012 \times {10^0}$
19. निम्नलिखित में सार्थक अंकों की संख्या बताइए-
(i) ${\mathbf{0}}.{\mathbf{0025}}$
उत्तर: $2$
(ii) ${\mathbf{208}}$
उत्तर: $3$
(iii) ${\mathbf{5005}}$
उत्तर: $4$
(iv) ${\mathbf{126}},{\mathbf{000}}$
उत्तर: $6$
(v) ${\mathbf{500}}.{\mathbf{00}}$
उत्तर: $3$
(vi) ${\mathbf{2}}.{\mathbf{0034}}$
उत्तर: $5$
20. निम्नलिखित को तीन सार्थक अंकों तक निकटित कीजिए-
(i) ${\mathbf{34}}.{\mathbf{216}}$
उत्तर: $34.2$
(ii) ${\mathbf{10}}.{\mathbf{4107}}$
उत्तर: $10.4$
(iii) ${\mathbf{0}}.{\mathbf{04597}}$
उत्तर: $0.0460$
(iv) ${\mathbf{2808}}$
उत्तर: $2810$
21. (क) जब डाइनाइट्रोजन और डाइऑक्सीजन अभिक्रिया द्वारा भिन्न यौगिक बनाती हैं। तो निम्नलिखित आंकड़े प्राप्त होते हैं-
नाइट्रोजन का द्रव्यमान | ऑक्सीजन का द्रव्यमान | |
1. | ${\mathbf{14g}}\;$ | ${\mathbf{16g}}$ |
2. | ${\mathbf{14g}}\;$ | ${\mathbf{32g}}$ |
3. | ${\mathbf{28g}}$ | ${\mathbf{32g}}$ |
4. | ${\mathbf{28g}}$ | ${\mathbf{80g}}$ |
ये प्रायोगिक आँकड़े रासायनिक संयोजन के किस नियम के अनुरूप हैं? बताइए।
उत्तर: नाइट्रोजन के स्थिर द्रव्यमान ${\mathbf{28g}}$ के लिए दी गई चारों स्थितियों में ऑक्सीजन का द्रव्यमान क्रमशः ${\mathbf{32g}}$, $64{\text{ }}g$, ${\mathbf{32g}}$ और ${\mathbf{80g}}$ प्राप्त होता है, जो सरल अनुपात $2{\text{ }}:{\text{ }}4{\text{ }}:{\text{ }}2{\text{ }}:{\text{ }}5$में हैं। अतः दी गई स्थितियों में गुणित अनुपात के नियम का पालन हो रहा है।
(ख) निम्नलिखित में रिक्त स्थान को भरिए-
(i) ${\mathbf{1km}}{\text{ }} = {\text{ }} \ldots \ldots \ldots .\;{\mathbf{mm}}{\text{ }} = {\text{ }} \ldots \ldots \ldots .{\text{ }}{\mathbf{pm}}$
उत्तर: $1km = 1km \times \dfrac{{1000m}}{{1km}} \times \dfrac{{100cm}}{{1m}} \times \dfrac{{10mm}}{{1cm}} = {10^6}mm$
$1km = 1km \times \dfrac{{1000m}}{{1km}} \times \dfrac{{1pm}}{{{{10}^{ - 2}}m}} = {10^{15}}pm$
(ii) ${\mathbf{1mg}}{\text{ }} = {\text{ }} \ldots \ldots \ldots .\;\;{\mathbf{kg}}{\text{ }} = {\text{ }} \ldots \ldots \ldots .{\text{ }}{\mathbf{ng}}$
उत्तर: $1mg = 1mg \times \dfrac{{1g}}{{1000mg}} \times \dfrac{{1kg}}{{1000g}} = {10^{ - 6}}kg$
$1mg = 1mg \times \dfrac{{1g}}{{1000mg}} \times \dfrac{{1ng}}{{{{10}^{ - 9}}g}} = {10^6}ng$
(iii)
उत्तर: $1mL = 1mL \times \dfrac{{1L}}{{1000mL}} = {10^{ - 3}}L$
$1mL = 1c{m^3} = 1c{m^3} \times \dfrac{{1dm}}{{10cm}} \times \dfrac{{1dm}}{{10cm}} \times \dfrac{{1dm}}{{10cm}} = {10^{ - 3}}d{m^3}$
22. यदि प्रकाश का वेग $m{s^{ - 1}}$ हो तो ${\mathbf{2}}.{\mathbf{00}}{\text{ }}{\mathbf{ns}}$ में प्रकाश कितनी दूरी तय करेगा?
उत्तर: तय दूरी = वेग x समय = $3 \times {10^8}m{s^{ - 1}} \times 2.00ns$
$= 3 \times {10^8}m{s^{ - 1}} \times 2.00 \times {10^{ - 9}}s = 0.600{\text{ }}m$
23. किसी अभिक्रिया $A + {B_2} \to A{B_2}$ में निम्नलिखित अभिक्रिया मिश्रणों में सीमान्त अभिकर्मक, (यदि कोई हो तो) ज्ञात कीजिए-
(i) ${\mathbf{A}}$ के ${\mathbf{300}}$ परमाणु $+ {\text{ }}{\mathbf{B}}$ के ${\mathbf{200}}$ अणु
उत्तर: दी गई अभिक्रिया के अनुसार $A + {B_2} \to A{B_2}$ $A$ का एक परमाणु $B$ के एक अणु से अभिक्रिया करता है।
$\therefore $ अभिक्रिया पूर्ण होने के लिए $A$ के $300$ परमाणु $B$ के $300$ अणुओं से अभिक्रिया करेंगे। क्योंकि $B$ के केवल $200$ अणु उपस्थित हैं, अतः $100$ अणु अभिक्रिया पूर्ण होने के लिए कम हैं। इस प्रकार $A$ अधिक मात्रा में उपस्थित है। इसलिए $B$ सीमान्त अभिकर्मक होगा।
(ii) ${\mathbf{2}}$मोल ${\mathbf{A}}{\text{ }} + {\text{ }}{\mathbf{3}}$ मोल ${\mathbf{B}}$
उत्तर: अभिक्रिया के अनुसार, $A$ के $1$ मोल $B$ के $1$ मोल से अभिक्रिया करेंगे।
∴ $A$ के ${\mathbf{2}}$ मोल, $B$ के ${\mathbf{2}}$ मोल से अभिक्रिया करेंगे। परंतु $B$ के $3$ मोल उपस्थित हैं जो अधिकता में हैं। इस प्रकार $A$ एक सीमान्त अभिकर्मक है।
(iii) $A$ के ${\mathbf{100}}$ परमाणु $+ {\text{ }}{\mathbf{B}}$ के ${\mathbf{100}}$ अणु
उत्तर: $A$ के $100$ परमाणु $B$ के $100$ अणुओं से पूरी तरह अभिक्रिया करेंगे। इस प्रकार दोनों प्रयुक्त हो जायेंगे। अत: इस स्थिति में कोई सीमान्त अभिकर्मक नहीं होगा।
(iv) $A$ के $5$ मोल $+ {\text{ }}{\mathbf{B}}$ के ${\mathbf{2}}.{\mathbf{5}}$ मोल
उत्तर: $B$ के ${\mathbf{2}}.{\mathbf{5}}$ मोल, $A$ के ${\mathbf{2}}.{\mathbf{5}}$ मोल के साथ अभिक्रिया करेंगे। इस प्रकार $A$ अधिकता में बचा रहेगा। अतः, $B$ एक सीमान्त अभिकर्मक है।
(v) $A$ के ${\mathbf{2}}.{\mathbf{5}}$ मोल $+ {\text{ }}{\mathbf{B}}$ के $5$ मोल
उत्तर: $A$ के ${\mathbf{2}}.{\mathbf{5}}$ मोल B के ${\mathbf{2}}.{\mathbf{5}}$ मोल के साथ अभिक्रिया करेंगे। इस प्रकारे $B$ अधिकता में बचा रहेगा। अतः $A$ एक सीमान्त अभिकर्मक है।
24. डाइनाइट्रोजन और डाइहाइड्रोजन निम्नलिखित रासायनिक समीकरण के अनुसार अमोनिया बनाती हैं-
(i) यदि ${\mathbf{2}}.{\mathbf{00x1}}{{\mathbf{0}}^{\mathbf{3}}}{\mathbf{g}}$ डानाइट्रोजन ${\text{1}}{\text{.00x1}}{{\text{0}}^{\text{3}}}{\text{g}}$डाइहाइड्रोजन के साथ अभिक्रिया करती है तो प्राप्त अमोनिया के द्रव्यमान का परिकलन कीजिए।
उत्तर: ${N_2}\left( g \right) + 3{H_2}\left( g \right) \to 2N{H_3}\left( g \right)$
(ii) क्या दोनों में से कोई अभिकर्मक शेष बचेगा?
उत्तर: डाइहाइड्रोजन अधिकता में है अतः डाइहाइड्रोजन शेष बचेगा।
(iii) यदि हाँ, तो कौन-सा उसका द्रव्यमान क्या होगा?
उत्तर: शेष हाइड्रोजन का द्रव्यमान = $1.00 \times {10^3}g - 428.57g = 571.43{\text{ }}g$
25. ${\mathbf{0}}.{\mathbf{5}}$ मोल $N{a_2}C{O_3}$ और ${\mathbf{0}}.{\mathbf{50M}}{\text{ }}{\mathbf{N}}{{\mathbf{a}}_2}{\mathbf{C}}{{\mathbf{O}}_3}$ में क्या अन्तर है?
उत्तर: ${\mathbf{N}}{{\mathbf{a}}_2}{\mathbf{C}}{{\mathbf{O}}_3}$ का मोलर द्रव्यमान $= \left( {2 \times 23} \right) + 12 + \left( {3 \times 16} \right) = 106$
${\mathbf{0}}.{\mathbf{5}}$ मोल ${\mathbf{N}}{{\mathbf{a}}_2}{\mathbf{C}}{{\mathbf{O}}_3}$ से तात्पर्य है-
$0.5 \times 106 = 53g$ ${\mathbf{N}}{{\mathbf{a}}_2}{\mathbf{C}}{{\mathbf{O}}_3}$
यह द्रव्यमान को प्रदर्शित करता है।
जबकि $0.50{\text{ }}M$ ${\mathbf{N}}{{\mathbf{a}}_2}{\mathbf{C}}{{\mathbf{O}}_3}$ से तात्पर्य है $0.50$ मोलर, जिसका अर्थ है ${\mathbf{N}}{{\mathbf{a}}_2}{\mathbf{C}}{{\mathbf{O}}_3}$ के$53{\text{ }}g$, $1$ लीटर विलयन में उपस्थित हैं। इस प्रकार यह विलयन की सान्द्रता को बताता है।
26. यदि डाइहाइड्रोजन गैस के ${\mathbf{10}}$ आयतन डाइऑक्सीजन गैस के ${\mathbf{5}}$ आयतनों के साथ अभिक्रिया करें तो जलवाष्प के कितने आयतन प्राप्त होंगे?
उत्तर: $2{H_2} + {O_2} \to 2{H_2}O$
अभिक्रिया के अनुसार, हाइड्रोजन (${H_2}$) के दो आयतन ऑक्सीजन (${O_2}$) के एक आयतन के साथ पूर्मतया अभिक्रिया करके जल वाष्प (${H_2}O$) के दो आयतन उत्पन्न करते हैं।
इस प्रकार ${H_2}$ के $10$ आयतन पूर्णत: ${O_2}$ के $5$ आयतन के साथ अभिक्रिया करके जलवाष्प के $10$ आयतन उत्पन्न करेंगे।
27. निम्नलिखित को मूल मात्रकों में परिवर्तित कीजिए-
(i) ${\mathbf{28}}.{\mathbf{7}}{\text{ }}{\mathbf{pm}}$
उत्तर: (i) $28.7pm = 28.7pm \times \dfrac{{{{10}^{ - 12}}m}}{{1pm}} = 2.87 \times {10^{ - 11}}m$
(ii) ${\mathbf{15}}.{\mathbf{15}}{\text{ }}{\mathbf{us}}$
उत्तर: (ii) $15.15\;\mu s = 15.15\;\mu s \times \dfrac{{{{10}^{ - 6}}s}}{{1\;\mu s}} = 1.515 \times {10^{ - 5}}s$
(iii) ${\mathbf{25365}}{\text{ }}{\mathbf{mg}}$
उत्तर: (iii) $25365mg = 25365mg \times \dfrac{{1g}}{{1000mg}} \times \dfrac{{1kg}}{{1000g}} = {\text{ }}2.5365 \times {10^{ - 2}}kg$
28. निम्नलिखित में से किसमें परमाणुओं की संख्या सबसे अधिक होगी?
(i) ${\mathbf{1}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{Au}}{\text{ }}\left( {\mathbf{s}} \right)$
उत्तर: (i) $1g{\text{ }}Au$=$\;\dfrac{1}{{197}}$ मोल = परमाणु परमाणु
(ii) ${\mathbf{1}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{Na}}{\text{ }}\left( {\mathbf{s}} \right)$
उत्तर: (ii) ${\mathbf{1}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{Na}}$ $= \dfrac{1}{{23}}$ मोल = परमाणु = परमाणु
(iii) ${\mathbf{1}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{Li}}{\text{ }}\left( {\mathbf{s}} \right)$
उत्तर: (iii) $1{\text{ }}g{\text{ }}Li$= $\dfrac{1}{7}$ मोल = $\dfrac{1}{7}$ परमाणु = परमाणु
(iv) $1{\text{ }}g(g)$
उत्तर: (iv) $1{\text{ }}g$${\mathbf{C}}{{\mathbf{l}}_2}$= $\dfrac{1}{{71}}$ मोल = $\dfrac{1}{{71}}$ परमाणु = $\dfrac{1}{{71}}$ x $2$ परमाणु
= परमाणु
इस प्रकार एक ग्राम लीथियम में परमाणुओं की संख्या सबसे अधिक है।
29. एथेनॉल के ऐसे जलीय विलयन की मोलरता ज्ञात कीजिए जिसमें एथेनॉल का मोल-अंश ${\mathbf{0}}.{\mathbf{040}}$ है।
उत्तर: एक लीटर जल में उपस्थित मोलों की संख्या $= {\text{ }}55.55$
माना कि दिया गया विलयन तनु है।
अतः,
$=\frac{\text { एथेनॉल की मोल संख्या }}{\text { एथेनॉल की मोल संख्या }+\text { जल की मोल संख्या }}$
$0.040=\frac{\text { एथेनॉल की मोल संख्या }}{\text { एथेनॉल की मोल संख्या }+55.55}$
$\text { एथेनॉल की मोल संख्या }=\frac{55.55 \times 0.040}{(1-0.040)}=2.314$
इस प्रकार एक लीटर विलयन में एथेनॉल के $2.314$ मोल उपस्थित हैं। अतः दिये गये विलयन की मोलरता $=2.314 \mathrm{M}$
30. एक $^{12}C$कार्बन परमाणु का ग्राम (${\mathbf{g}}$) में द्रव्यमान क्या होगा?
उत्तर: $^{12}C$के एक मोल अर्थात् $6.022 \times {10^{23}}$परमाणुओं का द्रव्यमान $= {\text{ }}12{\text{ }}g$ होता है।
एक $^{12}C$ परमाणु का द्रव्यमान = $\dfrac{{12}}{{6.022 \times {{10}^{23}}}} = 1.9923 \times {10^{ - 23}}g$
31. निम्नलिखित परिकलनों के उत्तर में कितने सार्थक अंक होने चाहिए?
(i) $\dfrac{{0.02856 \times 298.15 \times 0.112}}{{0.5785}}$
उत्तर: न्यूनतम यथार्थ परक संख्या ($0.112$) में तीन सार्थक अंक हैं। अत: उत्तर में तीन सार्थक अंक होने चाहिए।
(ii) ${\mathbf{5}}{\text{ }} \times {\text{ }}{\mathbf{5}}.{\mathbf{364}}$
उत्तर: पाँच पूर्ण संख्या हैं। दूसरी संख्या अर्थात् $5.364$ में $4$ सार्थक अंक है। अत: उत्तर में चार सार्थक अंक होने चाहिए।
(iii) ${\mathbf{0}}.{\mathbf{0125}}{\text{ }} + {\text{ }}{\mathbf{0}}.{\mathbf{7864}}{\text{ }} + {\text{ }}{\mathbf{0}}.{\mathbf{0215}}$
उत्तर: उत्तर में चार सार्थक अंक होने चाहिए क्योंकि दशमलव स्थानों की न्यूनतम संख्या $4$ है।
32. प्रकृति में उपलब्ध ऑर्गन के मोलर द्रव्यमान की गणना के लिए निम्नलिखित तालिका में-
समस्थानिक | समस्थानिक मोलर द्रव्यमान | प्रचूरता |
$^{{\mathbf{36}}}{\mathbf{Ar}}$ | ${\mathbf{35}}.{\mathbf{96755}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{mo}}{{\mathbf{l}}^{ - {\mathbf{1}}}}$ | ${\mathbf{0}}.{\mathbf{337}}{\text{ }}\% $ |
$^{{\mathbf{38}}}{\mathbf{Ar}}$ | ${\mathbf{37}}.{\mathbf{96272}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{mo}}{{\mathbf{l}}^{ - {\mathbf{1}}}}$ | ${\mathbf{0}}.{\mathbf{063}}{\text{ }}\% $ |
$^{{\mathbf{40}}}{\mathbf{Ar}}$ | ${\mathbf{39}}.{\mathbf{9624}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{mo}}{{\mathbf{l}}^{ - {\mathbf{1}}}}$ | ${\mathbf{99}}.{\mathbf{600}}{\text{ }}\% $ |
उत्तर: ऑर्गन का औसत मोलर द्रव्यमान
= $\dfrac{{\left( {35.96755\; \times 0.337} \right)\; + \;\left( {37.96272\; \times 0.063} \right)\; + \;\left( {39.9624\; \times 99.600} \right)}}{{0.337\; + \;0.063\; + \;99.600}}$
= $39.948{\text{ }}g{\text{ }}mo{l^{ - 1}}$
33. निम्नलिखित में से प्रत्येक में परमाणुओं की संख्या ज्ञात कीजिए-
(i) ${\mathbf{52}}$ मोल ${\mathbf{Ar}}$
उत्तर: ऑर्गन का $1$ मोल = $6.022 \times {10^{23}}$परमाणु
$\therefore $ ऑर्गन के $52$ मोल = $52 \times 6.022 \times {10^{23}}$ परमाणु = $3.131 \times {10^{25}}$परमाणु
(ii) ${\mathbf{52}}{\text{ }}{\mathbf{u}}{\text{ }}{\mathbf{He}}$
उत्तर: $He$ के $4{\text{ }}u{\text{ }} = {\text{ }}He$ का एक परमाणु
$\therefore {\text{ }}He$ के $52{\text{ }}u{\text{ }} = \dfrac{{52}}{4} = {\text{ }}13$परमाणु
(iii) ${\mathbf{52}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{He}}$
उत्तर: $He$ के एक मोल अर्थात् इसके $4{\text{ }}g$ में $6.022 \times {10^{23}}$ परमाणु उपस्थित होते हैं।
अतः ${\mathbf{52}}{\text{ }}{\mathbf{g}}{\text{ }}{\mathbf{He}}$ में उपस्थित परमाणुओं की संख्या = $\dfrac{{6.022 \times {{10}^{23}}}}{4} \times 52$
= $7.8286 \times {10^{24}}$परमाणु
34. एक वेल्डिंग ईंधन गैस में केवल कार्बन और हाइड्रोजन उपस्थित हैं। इसके नमूने की कुछ मात्रा ऑक्सीजन से जलाने पर ${\mathbf{3}}.{\mathbf{38}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$ कार्बन डाइऑक्साइड, ${\mathbf{0}}.{\mathbf{690}}g$ जल के अतिरिक्त और कोई उत्पाद नहीं बनाती। इस गैस के ${\mathbf{10}}.{\mathbf{0}}{\text{ }}{\mathbf{L}}$ (STP पर मापित) आयतन का द्रव्यमान ${\mathbf{11}}.{\mathbf{69}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$ पाया गया। इसके-
(i) मूलानुपाती सूत्र
(ii) अणु द्रव्यमान और
(iii) अणुसूत्र की गणना कीजिए।
उत्तर: ${\mathbf{3}}.{\mathbf{38}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$CO2 में कार्बन की मात्रा = $\;\dfrac{{12}}{{44}} \times 3.38 = 0.9218g$
${\mathbf{0}}.{\mathbf{690}}g$${H_2}0$ में हाइड्रोजन की मात्रा = $\dfrac{2}{{18}}$ $\times {\text{ }}0.690{\text{ }} = {\text{ }}0.0767g$
ईंधन गैस में केवल कार्बन तथा हाइड्रोजन हैं,
अतः जलने वाली गैस का कुल द्रव्यमान = $0.9218 + 0.0767 = 0.9985g$
∴ ईंधन गैस में कार्बन ($C$) की प्रतिशतता = $\dfrac{{0.9218}}{{0.9985}}$ $\times {\text{ }}100{\text{ }} = {\text{ }}92.318$
ईंधन गैस में हाइड्रोजन ($H$) की प्रतिशतता = $\dfrac{{0.0767}}{{0.9985}}$ $\times {\text{ }}100 = {\text{ }}7.682$
(i) मूलानुपाती सूत्र की गणना
तत्त्व | परमाणु द्रव्यमान | प्रतिशतता | मोलों की सापेक्ष संख्या | सरलतम मोल अनुपात | पूर्णांक अनुपात |
$C$ | $12$ | $92.318$ | $\dfrac{{92.318}}{{12}} = 7.693$ | $\dfrac{{7.693}}{{7.682}} = 1.0$ | $1$ |
$H$ | $1$ | $7.682$ | $\dfrac{{7.682}}{1}\; = 7.682$ | $\dfrac{{7.682}}{{7.682}} = 1.0$ | $1$ |
$\therefore $ मूलानुपाती सूत्र = $CH$
(ii) मोलर द्रव्यमान की गणना
$\because $ STP पर $10.0{\text{ }}L$ गैस का भार $= {\text{ }}116g$
$116$
$\therefore $ STP पर $22.4{\text{ }}L$ गैस का भार होगा = $\dfrac{{116}}{{10.0}} \times 224 = 25.984g = 26g$
$\therefore $ गैस का मोलर द्रव्यमान = $26g{\text{ }}mo{l^{ - 1}}$
(iii) आणविक सूत्र की गणना
$\mathrm{n}=\frac{\text { मोलर द्ववमान }}{\text { मूलानुपाती सूत्र द्रव्यमान }}=\;\dfrac{{26}}{{12 + 1}} = \;\dfrac{{26}}{{13}} = 2$
$\therefore $ गैस का अणु सूत्र = $2{\text{ }}x{\text{ }}\left( {CH} \right) = {C_2}{H_2}$
35. $\;\;{\mathbf{CaC}}{{\mathbf{O}}_3}$जलीय $HCl$ के साथ निम्नलिखित अभिक्रिया कर $CaC{l_3}$ और $C{O_2}$ बनाता है।
$CaC{O_3}\left( s \right)\; + 2HCl\left( g \right) \to CaC{l_2}\left( {aq} \right)\; + C{O_2}\left( g \right)\; + {H_2}O\left( l \right)$
$\;0.75\;M\;HCl$ के ${\mathbf{25}}{\text{ }}{\mathbf{mL}}{\text{ }}{\mathbf{C}}$ साथ पूर्णतः अभिक्रिया करने के लिए $CaC{O_3}$ की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी?
उत्तर: निम्न सम्बन्ध से विलयन की मोलरता (M) प्राप्त की जा सकती है-
मोलरता , $M=\frac{\text { मोलों की संख्या }}{\text { आयतन }(L)}$
$0.75$= $\dfrac{n}{{0.25}}$
$HCl$ के मोलों की संख्या $= {\text{ }}0.75{\text{ }} \times {\text{ }}0.25{\text{ }} = {\text{ }}0.1875$
$CaC{O_3}\left( s \right)\; + 2HCl\left( g \right) \to CaC{l_2}\left( {aq} \right)\; + C{O_2}\left( g \right)\; + {H_2}O\left( l \right)$
रासायनिक अभिक्रिया के अनुसार $2$ मोल $HCl$ से $1$ मोल $CaC{O_3}$ अभिक्रिया करेंगे।
अतः के अनुसार पूर्ण अभिक्रिया के लिएः $0.1875$ मोल $HCl$ से अभिक्रिया करने वाले $CaC{O_3}$ के मोलों की संख्या = $\dfrac{{0.1875}}{2} = 0.09375$
$CaC{O_3}$ के मोल = $\dfrac{w}{{100}} = {\text{ }}0.09375$
अतः $CaC{O_3}$ का द्रव्यमानW = $0.09375 \times 100{\text{ }} = {\text{ }}9.375{\text{ }}g$
36. प्रयोगशाला में क्लोरीन का विरचन मैंगनीज डाइऑक्साइड ($Mn{O_2}$) की जलीय $HCl$ विलयन के साथ अभिक्रिया द्वारा निम्नलिखित समीकरण के अनुसार किया जाता है| $4\;HCl\;\left( {aq} \right)\; + \;Mn{O_{2\;}}\left( s \right)\; \to \;2\;{H_2}O\;\left( l \right)\; + Mn{O_{2\;}}\left( {aq} \right)\; + \;C{l_{2\;}}\left( g \right)\;$
${\mathbf{5}}.{\mathbf{0}}{\text{ }}{\mathbf{g}}$ मैंगनीज डाइऑक्साइड के साथ $HCl$ के कितने ग्राम अभिक्रिया करेंगे?
उत्तर: दी गई समीकरण निम्नवत् है-
$4\;HCl\;\left( {aq} \right)\; + \;Mn{O_{2\;}}\left( s \right)\; \to \;2\;{H_2}O\;\left( l \right)\; + Mn{O_{2\;}}\left( {aq} \right)\; + \;C{l_{2\;}}\left( g \right)\;$
$4 \mathrm{HCl}(a q)$:
4मोल
$4 \times 36.5$
$= 146 \mathrm{~g}$
$\mathrm{Mn} \mathrm{O}_{2}(s)$
1 मोल
$55+32=37 \mathrm{~g}$
$= 146g\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\; = 37g$
$\because Mn{O_2}$ के$87\;g$ द्वारा अभिकृत $HCl$ का द्रव्यमान $ = 146\;g$
$\therefore Mn{O_2}$ के $5.0\;g$ द्वारा अभिकृत $HCl$ का द्रव्यमान $ = \dfrac{{146}}{{87}} \times 5.0 = 8.39\;g$
NCERT Solutions for Class 11 Chemistry Chapter 1 Some Basic Concepts of Chemistry in Hindi
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1. How to study in Class 11 for Chemistry subject?
Class 11 Chemistry requires time and effort from students. A strong foundation lies in perfecting the basics of Chemistry, which is immensely important for students to build on it further. The concepts should be clear in the students' minds to seamlessly proceed further.
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2. How many chapters are there in Class 11 Chemistry?
Class 11 Chemistry has two books containing seven chapters each. So there are a total of 14 chapters to be studied.
All the chapters are important and need consistent practice and preparation. Students should give Chemistry a significant amount of time to understand the concepts well. Any doubts should be cleared at the earliest. Students can always make use of Vedantu's NCERT Solutions for Class 11 Chemistry.
3. Is Class 11 Chemistry an easy subject?
Class 11 Chemistry is an extensive subject. It is a subject that in no circumstance, should be taken lightly. Chemistry chapters contain lots of theory, several reactions, experiments, and formulas. There is a lot to study in this subject. However, students should not be scared of this subject. All they need is to dedicate at least 1-2 hours daily to Chemistry from the beginning of the academic year. Consistency and dedication are the keys to acing Chemistry.
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Chapter 1 introduces the students to "Some Basic Concepts of Chemistry". It provides a brief about the evolution of chemistry over time. It introduces important concepts to the students like atoms, molecules, molar mass, etc. it also explains the nature of matter and its physical and chemical properties. The chapter contains many experiments and numerical questions. Students are also taught the importance and application of chemistry in their daily lives.
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