Courses
Courses for Kids
Free study material
Offline Centres
More
Store Icon
Store

Important Questions for CBSE Class 12 Hindi Antra Chapter 2 - Geet Gaane Do Mujhe, Saroj Smriti

ffImage
Last updated date: 25th Apr 2024
Total views: 455.7k
Views today: 7.55k

CBSE Class 12 Hindi Antra Important Questions Chapter 2 - Geet Gaane Do Mujhe, Saroj Smriti - Free PDF Download

Free PDF download of Important Questions with solutions for CBSE Class 12 Hindi Antra Chapter 2 - Geet Gaane Do Mujhe, Saroj Smriti prepared by expert Hindi teachers from latest edition of CBSE(NCERT) books.

Study Important Questions Class 12 Hindi Antra Chapter 02 – गीत गाने दो मुझे / सरोज स्मृति

अति लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                                  (1 अंक) 

1 . इस कविता में कवि हमें क्या करने की प्रेरणा देता है ?

उत्तर: कविता ‘गीत गाने दो मुझे’ में कवि हमको निरंतर संघर्ष करने की प्रेरणा देते हैं । 


2. निम्न शब्दों का विलोम शब्द लिखिए ।

उत्तर: नया – पुराना

सही – गलत

वेदना – आनंद 


3. निम्न शब्दों का शब्दार्थ लिखिए ।

निराकार, संबल, विकल

उत्तर: निराकार – जिसका आकार निश्चित ना हो

संबल – सहारा

विकल – परेशान


4. निम्न शब्दों का पर्यायवाची लिखिए ।

उर, सेज, कर्म

उत्तर : उर – हृदय, मन, दिल

सेज – बिस्तर, खाट, चारपाई

कर्म – काम, कार्य 


5. गीत गाने………….. को रोकने को । रिक्त स्थान को पूरा कीजिए ।

उत्तर : गीत गाने दो मुझे तो,

वेदना को रोकने को।


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                                               (2 अंक) 

1. गीत गाने दो मुझे तो,

वेदना को रोकने को। इन पंक्तियों का भावार्थ लिखिए । 

उत्तर : कवि ने इन पंक्तियों में अपनी वेदना को कम करने के लिए गीत गाने का आवेदन किया है। वह अपने जीवन से संघर्ष करते–करते थक गए हैं। इस कारण वह अत्यंत दुखी हैं। अपने दुःख को कम करने के लिए वे गीत गाना चाहते हैं।  


2. कवि क्यों दुखी है ?

उत्तर: कवि के परिवार वाले उनका साथ छोड़कर कर जा रहे हैं अर्थात् धीरे – धीरे सबकी मृत्यु हो रही है और समाज के जो पूंजीपति लोग हैं, वो लोग उनकी कविता को छपने नहीं देते है ।  


3. कवि संसार से क्यों दुखी है ?

उत्तर: कवि कहते हैं कि आज के लोग इतने ज्यादा स्वार्थी हो गए हैं कि कोई एक दूसरे की मदद तक नहीं करना चाहता है और कोई किसी को आगे बढ़ते हुए भी नहीं देखना चाहता है । इसलिए कवि संसार से दुखी है ।


4. कवि किसको समाज का दुश्मन मानते हैं ?

उत्तर: कवि समाज में रहने वाले लोगों को ही समाज का दुश्मन मानता है । वह कहते हैं कि समाज ऐसा हो गया है कि अगर कोई सड़क पर गिर गया है तो लोग उसकी मदद करने के बजाय उसकी फोटो खींचते रहते हैं ।


5. ‘गीत गाने दो मुझे’ में क्या विशेष है ?

उत्तर: ‘गीत गाने दो मुझे’ कविता में विशेष है –

1. अनुप्रास अलंकार का सुंदर प्रयोग किया गया है ।

2. खड़ी बोली का प्रयोग किया गया है ।

3. कविता में संगीतात्मकता है ।

4. यह छंद मुक्त कविता है । 


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                                      (3 अंक)

1. ‘आकाश बदलकर बना मही’  में आकाश और मही शब्द किन की ओर संकेत करते हैं ?

उत्तर: आकाश कवि की स्वर्गीय पत्नी की ओर तथा मही नववधू के रूप में सजी कवि की पुत्री की ओर संकेत करते हैं।  कवि की पुत्री विवाह पर बहुत सुंदर लग रही थी, कवि को लगता था कि मानो उसकी पत्नी का अलौकिक सौंदर्य आकाश से उतरकर धरती पर सरोज के रूप में उतर आया हो। पुत्री सरोज रति जैसा सौंदर्य कवि को उसकी पत्नी बहुत की याद दिला रहा है।


2. चोट खाकर राह चलते

होश के भी होश छूटे,

हाथ जो पाथेय थे, ठग-

ठाकुरों ने रात लूटे, 

इन पंक्तियों का भावार्थ लिखिए ।

उत्तर: कवि ने इन पद्यांश में अपनी पीड़ा को कम करने के लिए गीत गाने का आवेदन किया है। वो अपने जीवन से संघर्ष करते करते थक गए हैं। इस कारण वह बहुत दुखी हैं। अपने दुःख को कम करने के लिए वे गीत गाना चाहते हैं । 


3.कंठ रूकता जा रहा है,

आ रहा है काल देखो। इन पंक्तियों का भावार्थ लिखिए ।

उत्तर : कवि ने इन पंक्तियों में कहा हैं कि जिन कारणों के वजह से वह जी रहे थे, अब उन सहारों को भी छल कपट से पूंजीपतियों ने छीन लिया है। अब उनके पास जीवन जीने की कोई वजह नहीं है। अब आगे निराला जी कहते हैं कि उसका कंठ रुकता जा रहा है। मानो ऐसा प्रतीत होता है कि उनका अंत करीब आ गया है ।


4.भर गया है ज़हर से

संसार जैसे हार खाकर,

देखते हैं लोग लोगों को,

सही परिचय नहीं पाकर, इन पंक्तियों का भावार्थ लिखिए ।

उत्तर: इन पंक्तियों में निराला जी इस जगत में रहने वाले लोगों का एक दूसरे के प्रति व्यवहार का बखान कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यह जगत जहर से भर गया है अर्थात् लोग एक दूसरे को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते हैं । कवि कहते हैं कि जगत में अब भाईचारे की भावना खत्म हो गयी है । अब लोग एक दूसरे को अनजान नजरों से देखते हैं अर्थात् कोई एक दूसरे की मदद तक नहीं करना चाहता है ।


5.बुझ गई है लौ पृथा की,

जल उठो फिर सींचने को । इन पंक्तियों का भावार्थ लिखिए । 

उत्तर: निराला जी कहते हैं कि इस जगत में प्रेम की और भाईचारे की लौ अर्थात् भावना समाप्त हो गई है और कवि कहते हैं कि धरती से अगर दुःख और निराशा को दूर करना है तो उठो और संघर्ष की ज्वाला को प्रज्वलित करो।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न                                                                                                      (5 अंक)

1. कवि गीत क्यों गाना चाहते हैं ?

उत्तर: गीत गाने दो कविता में कवि ने एसे समय की ओर इशारा किया है जिसमे लोग चोट खाते-खाते,संघर्ष करते-करते निराश हो गए हैं यानी जीवन जीना आसान नही रह गया है। पूरी मानवता हाहाकार कर रही है ।


2. कविता ‘सरोज स्मृति ‘ के माध्यम से कवि क्या व्यक्त करना चाहता हैं ?     

उतर: सरोज स्मृति कविता निराला की दिवंगत पुत्री सरोज पर अधारित हैं। ये कविता बेटी की मृत्यु पर पिता का विलाप है । पिता के इस विलाप में कवि को कभी शकुन्तला  की याद आती है ,कभी अपनी स्वर्गीय पत्नी की। बेटी के रुप रंग में पत्नी का रुप रंग दिखाई देता है ,जिसका चित्रण निराला ने किया हैं ।


3.इस पंक्ति की सुंदरता को स्पष्ट करें ‘जल उठे फिर सींचने को’ ।

उत्तर: कवि इन पंक्तियों के माध्यम से लोगों को दुख और निराशा से निकलने की प्रेरणा देते हैं । कवि के अनुसार मनुष्य को एक बार फिर निराशा और दुख से उभारने का प्रयास करना चाहिए। यह कविता लोगों का मनोबल बढ़ाती है और साथ ही साथ लोगों को  संघर्ष करने और  लड़ने की प्रेरणा देती है। इसीलिए कवि कहते हैं कि “जल उठो फिर सींचने को” ।


4.’ठग-ठुकरों’ से कवि का क्या तात्पर्य हैं? 

उत्तर: ‘ठग – ठुकरों’ शब्द के माध्यम से कवि लोगों को समाज के धोखेबाज लोगों से बचने की सलाह देते हैं। कवि का तात्पर्य है कि समाज में गद्दार फैले हुए हैं। गरीब किसानों और मजदूरों को अपना शिकार बनाते हैं और चालबाज लगातार गरीब किसानों और मजदूरों का शोषण करते हैं। गरीब किसानों और श्रमिकों का जीवन नरकीय बनाते हैं ।


5. कविता के अनुसार अपने शब्दों में सरोज के नए नवेले रूप का वर्णन करें ।

उत्तर: कवि निराला अपनी कविता ‘सरोज स्मृति’ में अपनी पुत्री सरोज के विवाह के समय अपनी पत्नी की सुंदरता अपनी बेटी में देखते हैं और कवि कहते हैं कि जब वह हल्के से हंसती है तो ऐसा लगता है जैसे दामिनी उसके होंठों के बीच फंसी हुई है और खुशी के कारण उसकी आंखों में चमक भी आ जाती है । वह रूप और गुणों में अपनी माँ की एकदम छाया लगती है। जैसे नवविवाहित दुल्हन की आँखे लज्जा और शर्म से झुक जाती है, ठीक उसी प्रकार निराला जी की बेटी की आँखे भी झुकी हुई है और आँखों की चमक होठों पर धीरे-धीरे फैल रही है ।

FAQs on Important Questions for CBSE Class 12 Hindi Antra Chapter 2 - Geet Gaane Do Mujhe, Saroj Smriti

1. How many questions are asked from the Poem Geet Gane do Mujhe of Class 12 Hindi (Antra)?

There are four practise questions from Geet gaane do mujhe at the end of Class 12-Hindi Antra 2 Chapter 2, Poem Geet gaane do mujhe and Saroj-smriti. Expressing his indignation towards the deceit and deceit of the world, the poet has given the inspiration to be optimistic in the poem Geet Gane do Mujhe. The poet sees despair everywhere. It seems that now the world has also been defeated by deceit.

2. How many questions are asked from Poem Saroj Smriti of Class 12 Hindi (Antra)?

There are seven practise questions asked from Saroj-smriti at the conclusion of Class 12-Hindi Antra 2 Chapter 2, Poem Geet gaane do mujhe and Saroj-smriti. In the poem, Saroj Smriti, the poet Nirala prays to God and says that his daughter Saroj should get the fruits of all his good deeds and so, he offers his daughter Saroj. As we all like the month of spring, in the same way we also like poet Suryakant Tripathi Nirala Ji.

3. What is the summary of Poem Geet Gane do Mujhe of Class 12 Hindi (Antra)?

Geet Gane Do Kavita is a poem composed by poet Suryakant Tripathi Nirala Ji. The poet has learned a lot from the difficulties of his life and the poet has tried to explain the same through this poem. Poet Suryakant Tripathi "Nirala" Ji has inspired us to struggle continuously in life through this poem. The poet believes that we should not lose consciousness in difficult situations of life. To know more and practice questions students can download a free PDF of Important questions of this chapter from the vedantu.

4. What is the summary of Poem Saroj Smriti of Class 12 Hindi (Antra)?

Saroj Smriti poem is a condolence story. This poem was written by the poet Nirala in the memory of one of his daughters Saroj. In this poem, the pain of the poet Nirala is expressed through the verses of the poem. This poem is not only a condolence song but also a father's resentment towards society. Poet Nirala could not save his daughter and he considers society responsible for this. Saroj Smriti is considered to be the highest quality condolence song in Hindi.

5. कंठ रुकता रहा है, काल आ रहा है”- Why did this feeling come in the mind of the poet?

The poet says that in this life, only troubles are there. However, the poet struggled a lot in his life. But he is not able to fight these problems. He is seeing that everyone in the world has become selfish. Everywhere he sees despair. Now the courage of the poet is broken while struggling. A feeling of despair is rising in his heart. The poet feels as if there is no sound coming from his mouth, it seems that the end is near. To know more students can access knowledge from the vedantu app.