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Important Questions for CBSE Class 12 Hindi Antra Chapter 13 Sumirini Ke Man ke

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Last updated date: 26th Apr 2024
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CBSE Class 12 Hindi Antra Important Questions Chapter 13 Sumirini Ke Man ke - Free PDF Download

Free PDF download of Important Questions with solutions for CBSE Class 12 Hindi Antra Chapter 13 Sumirini Ke Man ke prepared by expert Hindi teachers from latest edition of CBSE(NCERT) books.

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Study Important Question for Class 12 Hindi (Antra) Chapter - 13 सुमिरनी के मनके

अति लघु उत्तरीय प्रश्न                                                 (1 अंक)

1. वैदिक काल के लोग पत्निवरण  कैसे करते थे? 

उत्तर: वैदिक काल में हिंदूओं में ढेले चुनकर पत्निवरण करते थे | 


2. शेक्सपियर के कौन से नाटक का जिक्र लेखक ने किया है? 

उत्तर: शेक्सपियर के प्रसिद्ध नाटक “मर्चेंट ऑफ वेनिस” नाटक का जिक्र लेखक ने किया है|


3. बालक की उम्र कितनी थी?  

उत्तर: बालक की उम्र 8 वर्ष की थी |


4. कौन सा ढेला उठाने पर संतान वैदिक पंडित होता था? 

उत्तर: वेदि का ढेला उठाने पर पैदा होने वाला संतान वैदिक पंडित होता था|


5. तीन गृहयसूत्रों का नाम बताइए जिसमें ढेलो की लॉटरी का जिक्र है? 

उत्तर:आश्वलायन, गोभिल, भारद्वाज इनमें ढेलो की लॉटरी का जिक्र है|


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                    (2 अंक)

6. पिता को बालक से क्या उम्मीद थी

उत्तर: सभी प्रश्नों के जवाब देने के बाद जब महाशय ने खुश होकर बच्चे से पूछा कि इनाम में क्या चाहिए तो पिता को यह उम्मीद थी कि बालक पुस्तक मांगेगा | 


7. बालक के मनोभाव के बारे में बताइए? 

उत्तर: बालक खड़ा होकर सभी प्रश्नों के जवाब दे रहा था| उसको सभी जवाब उसके पिताजी और अध्यापकों ने रटवा दिए थे| बालक रोबोट की तरह उसके दिमाग में डाली गई बात को जवाब के तौर पर कह रहा था| मगर जो बात वह कह रहा था उसको उस बात का कोई भी स्पष्ट अर्थ मालूम न था|


8. स्वयंवर क्या होता है ? 

उत्तर: लड़के को अपने लिए लड़की और लड़की को अपने लिए लड़के को स्वयं चुनने के लिए स्वयंवर का आयोजन किये जाने को स्वयंवर कहते हैं। इसमें उस समय के प्रथा अनुसार खेल के विजयी होने पर सवाल के जवाब देने और अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करके एक दूसरे से शादी की जाती थी और लड़के या लड़की का चुनाव होता था | 


9. बबुआ हरिश्चंद्र के 'दुर्लभ बंधु' में स्वयंवर के संबंध में क्या घटना वर्णित है? 

उत्तर: बबुआ हरिश्चंद्र के दुर्लभ बंधु स्वयंवर के संबंध में यह घटना वर्णित है जिसमें व्यक्तियों के सामने तीन  मल पेटियां हैं एक सोने की, एक चांदी की और एक लोहे की  | स्वयंवर  के  लिए जो आता है उसे कहा जाता है कि  एक को चुन ले अकड़बाज सोने को चुनता है और उल्टे पैरों लौटता है लोभी चांदी की पिटारी चुनता है और वह भी वापस जाता है सच्चा प्रेमी लोहे को चुनता है और युवती उसकी हो जाती है | 


10 पत्थर पूजे हरि मिले तो मैं पूज  पहार | 

इससे तो चक्की भली पीस खाए संसार|| कबीर के दोहे का भावार्थ लिखिए? 

उत्तर: कबीर के दोहे का भावार्थ है कि यदि पत्थर की मूर्ति की पूजा करने से भगवान मिल जाते हैं तो मैं तो पहाड़ की भी पूजा कर लेता था कि भगवान मुझे जल्दी मिल जाए, मगर ऐसा नहीं होता इसलिए पत्थर पूजने से अच्छा है घर की चक्की की पूजा करो जिसपे पूरी दुनिया पीसकर खाती है| 


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                             (3 अंक)

1. छोटे बालक से किस तरह के सवाल किए गए? 

उत्तर: छोटे बालक के सभी सवाल उसकी योग्यता से बिल्कुल ऊपर के किए गए थे। जैसे कि रसों के नाम बताओ, धर्म के लक्षण बताओ, रसों के उदाहरण दो ,4 डिग्री के नीचे ठंड में पानी के अंदर मछलियां कैसे जिंदा रहती हैं और चंद्र ग्रहण लगने का वैज्ञानिक अर्थ बताओ इत्यादि। यह सभी प्रश्न उस छोटे से बच्चे जो बिल्कुल मासूम है उसकी उम्र और योग्यता के हिसाब से बिल्कुल कठिन थे। 


2. मैं जीवन पर्यंत लोक सेवा करूंगा | ऐसा उस मासूम बालक ने क्यों कहा? 

उत्तर: बालक के पिता जी ने छोटे से बच्चे को इस प्रकार सभी सवालों के जवाब रटा रखे थे कि पिता ने सोचा कि इस प्रकार का संवाद सीख लेने से बच्चे की योग्यता पर सर्वश्रेष्ठ का नाम लग जाएगा। मगर लेखक कहते हैं कि इस प्रकार बालक को सवाल रटाना उसके बालपन उसकी मासूमियत को खत्म कर रहा है। लेकिन उसका पिता अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए बच्चे के बचपन को समाप्त किया जा रहा था | 


3. कहानी के आधार पर आज के भारतीय समाज की विवेचना कीजिए?  

उत्तर: भारतीय समाज में वैदिक काल से ही जीवों की मान्यताओं और कुरीतियों का दबदबा रहा है। धर्म की आड़ में ढेर सारे ऐसे धारणाओं ने समाज को जकड़ लिया था जो समाज और मानवता को नष्ट कर रहा था। समाज में लोग प्रतिष्ठा  के चक्कर में एक दूसरे को नीचा दिखाने भेदभाव और छुआछूत जैसी भावनाओं से ग्रसित हो गए थे। मगर अब आज के समय में धीरे-धीरे शिक्षा ने समाज के लोगों के मन से भेदभाव अंधविश्वास जैसी चीजों को खत्म करने का  काम किया है।


4. लेखक ने घड़ीसाजो के संदर्भ में क्या बात कही है? 

उत्तर: लेखक का कहने का तात्पर्य है कि जो व्यक्ति घड़ी बनाने के बारे में जानता हो वही उसे बड़ी आसानी के साथ खोल कर वापस जोड़ सकता है। ऐसे लोग ही घड़ीसाज कहलाते हैं। लेखक  घड़ीसाज की बात करके धर्म से जुड़े रहस्य को बाहर लाना चाहता है। उसका कहना है कि हम धर्म से जुड़े छोटे-बड़े पहलुओं पर गौर करें तो हो सकता है कि हम धर्मगुरु न बने मगर उसके बारे में जटिलता को अवश्य प्राप्त कर सकते हैं और हम धर्म के नाम पर मूर्ख नहीं बनाए जा सकते। हमें एक घड़ीसाज की तरह ही घड़ी के संबंध में जानकारी जुटाने चाहिए।


5. लेखक ने भारतीय समाज में लॉटरी के संबंध में क्या बात कही है? 

उत्तर: लेखक ने भारतीय समाज के वैदिक काल में लड़का विवाह करने के लिए लड़की के घर ढेले लेकर जाता था। यह प्रथा हिंदू समाज में लॉटरी के समान थी। इन ढेलो में मिट्टी होती थी वह भी अलग-अलग जगह की। मिट्टी में केवल युवक को ही पता था कि मिट्टी किस स्थान से लाई गई है जैसे खेत की, वेदी, मसान, चौराहे तथा गोशाला की मिट्टियां होती थी। मिट्टी के ढेले का अर्थ हुआ करता था, हर ढेले के साथ एक मान्यता और धारणा जुड़ी होती थी। यह प्रथा लॉटरी के समान होती थी। इस प्रथा में जिसने सही ढेला उठाया उसी से लड़की की शादी होती थी जिसने गलत ढेला उठाया उसके हाथों में निराशा ही लगती थी इसी कारण इस प्रथा को  लोटरी  से जोड़ा गया | 


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न                                                         (5 अंक)

6. पाठ में जो बालक किताब की जगह लड्डू की मांग करता है उसके स्वभाव और प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए

उत्तर: एक छोटा से बच्चे में स्वभाविक प्रवृतियां सभी बच्चों की समान ही होती है जैसे जिद्द करना ,दोस्तों के साथ खेलना ,रंगों से आकर्षित होना, उछल कूद करना ,शरारती होना आदि | यदि उसमे यह प्रवृतियां ना पाई जाए तो यह एक चिंता का विषय है। मतलब कि उसके विकास में कोई कमी है ,पाठ में लेखक ने जिस बालक का उल्लेख किया है उसकी उम्र मात्र 8 वर्ष की है। उसके पिता ने उसकी उन प्रवृत्तियों और आकांक्षाओं इच्छाओं को दबा दिया था। उसके अंदर पढ़ाई नाम को ही विकसित किया गया था | वह भी सब कुछ रटवा कर लेकिन फिर भी इनाम में लड्डू मांगने से यह संकेत हुआ कि अभी भी बच्चे के अंदर मासूमियत, बचपन और वह आदतें बची हुई है जो एक बच्चे में होनी चाहिए | 


7. घड़ी की बात लेखक ने किस संदर्भ में की है? 

उत्तर: धर्म का जटिल रहस्य और उसकी संरचना के संबंध में लेखक घड़ी के प्रयोग का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि जिस तरह घड़ी की संरचना समझना कठिन है वैसे ही धर्म को समझना भी मुश्किल है|कोई भी इंसान घड़ी को खोल सकता है किंतु उसे दोबारा जोड़ नहीं सकता| मगर वह प्रयास तो कर ही सकता है लेकिन वह यह भी नहीं करता उसका मानना है कि मैं ऐसा कर ही नहीं सकता इसी प्रकार लोग प्राय: बिना धर्म को समझे उसके जाल में उलझे रहते हैं क्योंकि उनके लिए पुरोहितों ने ही धर्म के जाल को रहस्य बना रखा है और लोग इस रहस्य को जानने की कोशिश भी नहीं करते| लेखक घड़ी का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि घड़ी को पहनने वाला अलग होता है ठीक करने वाला अलग आजकल धर्म के ठेकेदार साधारण लोगों के लिए बेवजह के कुछ कानून बना देते हैं | 


8. धर्म अधर्म और धर्माचार्य के विषय में लेखक के विचार प्रस्तुत करिए? 

उत्तर: धर्म का रहस्य जानना सिर्फ धर्माचार्य का ही काम नहीं है बल्कि उसे कोई भी समझ सकता है| असल में धर्म बाहरी रूप से जितना जटिल मालूम होता है ,उतना जटिल है नहीं| धर्म को किसी के द्वारा या किताबों के द्वारा नहीं समझा जाता बल्कि उसे अपने व्यवहार में डालना पड़ता है तभी उसकी समझ आती है| लोग अंधविश्वास में नमाज, रोजे ,व्रत, पूजा, दान-दक्षिणा इत्यादि को धर्म समझते हैं| मगर धर्म की पढ़ाई और चीजें बहुत ही सरल और आसान है जैसे कि गलत ना देखना ,सत्य बोलना ,बड़ों का आदर ,गरीबों की मदद, अन्याय का विरोध ,न्याय करना ही धर्म है| चोरी, धोखा, अन्याय ,अपने स्वार्थ के लिए लोगों पर अत्याचार करने वाला कभी धार्मिक नहीं हो सकता| श्री कृष्ण ने महाभारत में पांडवों का साथ देना धर्म समझा था क्योंकि कौरवों ने पांडवों का अधिकार छीन कर अन्याय किया था| श्री कृष्ण ने कहा है कि यदि धर्म रक्षा में भाई-भाई के विरुद्ध में भी खड़ा हो तो वह अधर्म नहीं कहलाएगा | 


9. धर्म में उत्पन्न आडंबरों की तुलना घड़ी से करते हुए पाठ को आधार मानकर टिप्पणी कीजिए? 

उत्तर: घड़ी एक मूल्यवान वस्तु है क्योंकि वह समय का ज्ञान करवाती है यदि घड़ी अपने मूल्य लक्षण से हटकर समय दिखाना छोड़ दे या खराब हो जाए तो घड़ी का मूल्य ही समाप्त हो जाता है| ठीक इसी प्रकार धर्म अपने विचार और मान्यता का बोध कराता है, यदि नहीं करा पा रहा तो उसका भी अंत होना निश्चित है|प्राचीन काल में इंसान के जीवन में धर्म का अस्तित्व तक नहीं था किंतु मानव विकास और सभ्यताओं के विकास में बहुत सारी मान्यताएं और विचार उत्पन्न की हर धर्म का अपना सबसे अलग रूप और मान्यता एवं अर्थ है|धर्मों का मूल स्वभाव परोपकार तथा मानवता पर आधारित था|लेकिन उन्होंने इस में स्थान बनाना शुरू कर दिया| विश्व में विभिन्न धर्मों के लोग और अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं| देखा जाए तो भारत में ही हिंदू, ईसाई ,बौद्ध, जैन ,मुस्लिम ना जाने कितनी ही धर्म है| समय-समय पर अलग-अलग धर्माचार्य हुए सब ने अपनी अपनी व्याख्या दी और इसलिए धर्म के बहुत से रूप बट गए | 


10. धर्म पर एकाधिकार से क्या फर्क पड़ा विस्तृत रूप से लिखिए? 

उत्तर: धर्म पर कुछ मुट्ठी भर लोग जिन्हें हम धर्माचार्य या वेदाचार्य कहते हैं उनका एकाधिकार हो गया है यह धर्म के लिए एक दयनीय स्थिति है| यह धर्म को संकुचित अर्थ प्रदान करती है| यह लोग धर्म को अपने हिसाब से तोड़ मरोड़ कर जटिल बना देते हैं और लोगों को बहुत से  आबरू में बांध लेते हैं आजादी से कुछ साल पहले के भारत में इसी तरह की जटिलता खूब देखने को मिलती है इसका परिणाम यह हुआ कि भारत लंबे समय तक गुलाम रहा | इस तरह के कुंठित सोच के परिणाम से ऊंच-नीच, छुआछूत जैसी भारतीय समाज के लोगों ने मानवता लगभग खत्म कर दी है| समाज में अवधि ऐसी कुरीतियाँ मौजूद है| किंतु इस स्थिति में पहले की अपेक्षा बहुत सुधार हुआ है और यह सुधार शिक्षा के द्वारा ही हुआ है| आजकल धर्म का अर्थ लोगों ने बहुत हद तक समझ लिया है, हर आदमी दूसरे आदमी से जुड़ गया है वह अपने आप को इन आडम्बरो से मुक्त कर रहा है | 

FAQs on Important Questions for CBSE Class 12 Hindi Antra Chapter 13 Sumirini Ke Man ke

1. How can I download the important questions of Chapter 13 of Class 12 Hindi (Antra)?

Below are the steps which can be followed by the students to download the important questions of Chapter 13 of Class 12 Hindi (Antra):

  • Visit the page-Important questions of Class 12 Hindi on the Vedantu website (vedantu.com).

  • The link will take you to the official website of Vedantu.

  • The important questions of Chapter 13 of Class 12 Hindi (Antra) will be available there.      

  • The “Download PDF” option will be present at the peak of the important questions.

  • On clicking that option the extra questions for the Chapter will get downloaded free of cost.

2. What are the good learning resources for preparing Chapter 13 of Class 12 Hindi (Antra)?

Nowadays students want easy to understand and well-prepared study materials so that they can prepare for their examination. To prepare Chapter 13 of Class 12  Hindi (Antra), students should give priority to the NCERT book. This book contains the content based on the CBSE curriculum and prepared by the teachers. Working on the NCERT questions will enable them to understand the chapter easily. They can take the help of Vedantu website or the app to get the NCERT Solutions of the chapter. Reference books are also a good learning source as it provides you with more questions related to the chapter.

3. What is the summary of the prose “Balak Bach Gaya” given in Chapter 13 of Class 12 Hindi (Antra)?

“Sumirini Ke Mann Ke” is Chapter 13 of Class 12 Hindi (Antra). Pandit Chandradhar Sharma Guleri is the author of the Chapter. In the prose “Balak Bach Gaya” the main theme is that education should be given at the right age. He says that we should develop education for human beings and not human beings for education. He has also shared experiences of his educational life. He says that we should not burden students, instead we should develop an interest in education for students.

4. Give the summary of the prose “Ghadi he Purze” given in Chapter 13 of Class 12 Hindi (Antra).

“Ghadi Ke Purze” is the prose present in Chapter 13 “Sumirini Ke Mann Ke”. This prose is also written by Pandit Chandradhar Sharma Guleri. Through the prose “GhadiKePurze”, the author says that the maker of the watch and the owner of the watch are two different people like that only the people who believe in religion and the people who use religion as their weapon are two different categories. The people who believe in religion think that they cannot do anything in making people realize the true meaning of religion to those who use religion as their weapon.

5. What is the description of the prose “Dhele Chunn Lo” present in Chapter 13 of Class 12 Hindi (Antra)?

The prose “Dhele Chunn Lo” is taken from Chapter 13 “Sumirini Ke Mann Ke” of Class 12 Hindi (Antra). The writer of this prose is Pandit Chandradhar Sharma Guleri. The prose “Dhele Chunn Lo” tells about how people believe in superstitions. This prose shares the basic problem and language style of the society. In this prose, the men get married by asking the girl to choose one small rock. This superstitious belief was there in each person's mind.