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NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din

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NCERT Solutions for Class 9 Chapter 6 Hindi (Kshitij) - FREE PDF Download

NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din provides an in-depth understanding of the author’s childhood experiences. This chapter highlights the innocence, simplicity, and joy of childhood memories. Through these solutions, students can better understand the emotions conveyed by the author and grasp the chapter’s main themes. The NCERT Solutions Class 9 Hindi Kshitij are prepared to assist with exam preparation by covering important questions. 

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Class 9 Chapter 6 Hindi (Kshitij) - FREE PDF Download
2. Glance on Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 - Mere Bachpan Ke Din 
3. Access NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 6 - Mere Bachpan Ke Din
4. Benefits of NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din 
5. Important Study Material Links for Class 9 Hindi - Kshitij Chapter 6
6. Conclusion 
7. Chapter-wise NCERT Solutions Class 9 Hindi (Kshitij)
8. Related Important Links for Hindi (Kshitij) Class 9
9. NCERT Class 9 Hindi Other Books Solutions
10. Study Material for Class 9 Hindi:
FAQs


The CBSE Class 9 Hindi Syllabus includes prose, poetry, and supplementary readings that encourage students to explore various themes. These solutions are designed to support students in answering questions effectively, helping them improve their learning and understanding of the chapter.


Glance on Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 - Mere Bachpan Ke Din 

  • CBSE Class 9 Hindi Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din brings out the author’s fond childhood memories, filled with happiness and simplicity.

  • It describes the carefree life of childhood, where there were no responsibilities or worries, allowing the author to enjoy life’s small pleasures.

  • The narrative evokes a sense of nostalgia, as the author recalls those days and expresses a longing for the freedom and joy of childhood.

  • The chapter highlights the important role of family and relationships in shaping the author’s early experiences and memories.

  • Through these memories, the author conveys emotions of innocence and joy, showing how the past holds a special place as time goes on.

  • The themes connect students to their childhood memories and emphasise the value of relationships and upbringing.

Access NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 6 - Mere Bachpan Ke Din

1. मैं उत्पन्न हुई तो मेरी बड़ी खातिर हुई और मुझे वह सब नहीं सहना पड़ा जो अन्य लड़कियों को सहना पड़ता है।‘ इस कथन के आलोक में आप यह पता लगाएँ कि-

(क) उस समय लड़कियों की दशा कैसी थी?

उत्तर: उस समय लड़कियों को अभव्याप समझा जाता था।लड़की को पैदा होते ही मार दिया जाता था। लोग लड़की के जन्म को परिवार के लिए बोझ मानते थे।


(ख) 'मैं उत्पन्न हुई तो मेरी बड़ी खातिर हुई और मुझे वह सब नहीं सहना पड़ा जो अन्य लड़कियों को सहना पड़ता है।' इस कथन के आलोक में आप यह पता लगाएँ कि लड़कियों के जन्म के संबंध - में आज कैसी परिस्थितियाँ हैं ?

उत्तर: आज समाज मे लड़कियों को एक विशेष स्थान प्राप्त है। उन्हें लड़के के समान ही पाला- पोषा और शिक्षित किया जाता है। प्रत्येक क्षेत्र में बराबर का अधिकार मिला हुआ है।


2. लेखिका उर्दू-फ़ारसी क्यों नहीं सीख पाई ?

उत्तर: लेखिका के परिवार में उनके बाबा ही फारसी और उर्दू जानते थे। वे चाहते थे कि लेखिका भी उर्दू-फारसी सीख लें परंतु लेखिका की ना तो उसमें रूचि थी और न ही उन्हें यह लगा कि वे इसे सीख पाएंगी ! एक दिन मौलवी साहब पढ़ाने आए तो वे चारपाई के नीचे जा छिपी । उसके बाद वे नहीं आए। इस तरह लेखिका उर्दू-फार नहीं सीख पाई।


3. लेखिका ने अपनी माँ के व्यक्तित्व की किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?

उत्तर: लेखिका महादेवी वर्मा की माँ हिंदी बोलती थी। उनका पूजा-पाठ मे विशवास था। वे संस्कृत भाषा भी जानती थी। गीता पढ़ने मे उनकी विशेष रुचि थी वे लिखती और पढ़ गाती थी। मीरा के पदों मे उन्हें विशेष रुचि थी।


4. जवारा के नवाब के साथ अपने पारिवारिक संबंधों को लेखिका ने आज के संदर्भ में स्वप्न जैसे क्यों कहा है ?

उत्तर: लेखिका ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि जवारा का नवाब और लेखिका का परिवार दोनों ही भिन्न-भिन्न धर्मों से सम्बन्ध रखते थे लेकिन यह बात कभी उनके सम्बन्धों के बीच में नहीं आयी। दोनों ही परिवारों के रीती-रिवाज, पर्व-त्योहार अलग-अलग थे परन्तु इससे उनके बीच के रिश्तों खराब नहीं हुए बल्कि दोनों परिवार सब कुछ मिल-जुलकर करते थे। आज के समय में अलग-अलग धर्मों के बीच बहुत तनाव रहता है और दूसरे धर्मों के लोग एक दूसरे से बुरा व्यवहार करते है।


5. ज़ेबुन्निसा महादेवी वर्मा के लिए बहुत काम करती थी। ज़ेबुन्निसा के स्थान पर यदि आप होतीं / होते तो महादेवी से आपकी क्या अपेक्षा होती?

उत्तर: यदि जेबुन्निसा की जगह पर मैं होती तो मैं महादेवी वर्मा से बहुत सारी अपेक्षाएँ रखती। अगर मैं महादेवी वर्मा के लिए एक सेविका की भूमिका निभाती तो मैं वेतन के साथ ही उनसे विनम्रता की भी अपेक्षा रखती। अगर मैं उनके लिए एक दोस्त की भाँति रहती तो अपने कामों में भी उनसे सहायता पाने की अपेक्षा करती लेकिन वही यदि मैं उनसे सम्बंधित सभी लोगों की भूमिका में होती तो मैं उनसे पैसे की जगह प्यार पाना चाहती।


6. महादेवी वर्मा को काव्य प्रतियोगिता में चाँदी का कटोरा मिला था। अनुमान लगाइए कि आपको इस तरह का कोई पुरस्कार मिला हो और वह देशहित में या किसी आपदा निवारण के काम में देना पड़े तो आप कैसा अनुभव करेंगे / करेंगी?

उत्तर: हमें बहुत अच्छा लगेगा। सच कहूँ तो मैं गोरवान्वित अनुभव करूंगा | समाज से हमारा अपना हित दूसरे के हित से जुड़ा होता है और हम सबका हित देश के हित से । इसलिए देश समाज की खुशीयों से बढ़कर मानी जानी चाहिए।


7. लेखिका ने छात्रावास के जिस बहुभाषी परिवेश की चर्चा की है उसे अपनी मातृभाषा में लिखिए।

उत्तर: महादेवी जी के छात्रावास में देश के विभिन्न भागों से छात्राएँ पढ़ने आती थीं। उनकी मातृभाषाएँ अलग-अलग थीं। वे आपस में अपनी-अपनी बोलियों मे बोलती थीं, जैसे बुंदेली, अवधी, ब्रज आदि में। सब हिंदी पढ़ती थीं और ऐसे अफसरों पर सभी हिंदी में बातें करती थीं। वे एक ही प्रार्थना में खड़ी होती थीं और उनमें कभी कोई विवाद नहीं होता था।


8. महादेवी जी के इस संस्मरण को पढ़ते हुए आपके मानस- पटल पर भी अपने बचपन की स्मृति उभरकर आई होगी, उसे संस्मरण शैली में लिखिए।

उत्तर: में जहाँ रहती हूँ वहीं पास में कुछ मुसलमानों के घर भी हैं। एक बार पाकिस्तान भारत के साथ क्रिकेट के एक मैच में हार गया । कुछ शरारती लड़कों ने मुसलमानों के घर के आगे बहुत सारे पटाखे फोड़ दिए । यह बात मुसलमानों को बिल्कुल अच्छी नहीं लगी और उन्होंने एक हिन्दू लड़के को पीट दिया। देखते-ही-देखते साम्प्रदायिक माहौल पैदा हो गया और काफी पत्थरबाजी हुई जिससे कई लोग घायल हो गए। मेरा छोटा भाई कोचिंग क्लास से आने वाला था। हम लोग काफी चिन्तित थे। तभी किनारे पर रहने वाले शेख चाचा बाहर निकले तो उन्हें मेरा भाई आते हुए दिखा। वे तुरंत अपने घर ले गए। उन्होंने मेरे घरवालों को फोन किया । घरवाले पुलिस के साथ शेख चाचा के घर गए और उन्हें धन्यवाद देते हुए भाई को घर ले आए।


9. महादेवी ने कवि-सम्मेलनों में कविता-पाठ के लिए अपना नाम बुलाए जाने से पहले होने वाली बेचैनी का जिक्र किया है। अपने विद्यालय में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते समय आपने जो बेचैनी अनुभव की होगी, उस पर डायरी का एक पृष्ठ लिखिए।

उत्तर: आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमारे स्कूल में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में से मैंने गायन प्रतियोगिता में भाग लिया है। इसमें मेरे मित्र भी भाग ले रहे हैं। मैंने इस कार्यक्रम के लिए बहुत तैयारी भी की थी लेकिन जैसे ही मेरी बारी नजदीक आने लगी, मुझे घबराहट महसूस होने लगी। जब मेरे नाम की घोषणा की गई तो मुझे बहुत भय लगने लगा। मैं जब स्टेज पर गया तो वहाँ सबने मेरा स्वागत बहुत विनम्रतापूर्वक किया। फिर जाकर मेरे अंदर थोड़ा आत्मविश्वास आया और मैंने अपना गीत सबको सुनाया। सभी ने मेरे लिए बहुत तालियाँ भी बजायी और मेरी प्रशंसा भी की गयी।


10. पाठ से निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द ढूँढ़कर लिखिए विद्वान, अनंत, निरपराधी, दंड, शांति।

उत्तर: 

  • विद्वान - मूर्ख
  • अनंत - संक्षिप्त
  • निरपराधी -अपराधी
  • दंड -पुरस्कार
  • शांति - अशांति


11. निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग/प्रत्यय अलग कीजिए और मूल शब्द बताइए - 

निराहारी, साम्प्रदायिकता, अप्रसन्नता, अपनापन, किनारीदार, स्वतंत्रता

उत्तर:-

शब्द

उपसर्ग

मूलशब्द

प्रत्यय

निराहारी

निर्

आहार

साम्प्रदायिकता

सम, प्र

सम्प्रदाय, दाय

इक, ता

अप्रसन्नता

प्रसन्न

ता

अपनापन

×

अपना

पन

किनारीदार

किनारा

दार

स्वतंत्रता

स्व

तंत्र

ता


12. निम्नलिखित उपसर्ग-प्रत्ययों की सहायता से दो-दो शब्द लिखिए – 

उपसर्ग- अन्, अ, सत्, स्व, दुर्

प्रत्यय- दार, हार, वाला, अनीय 

उत्तर:

उपसर्ग-

  • अन् –अनशन, अनादर 
  • – असत्य, अन्याय
  • सत् – सत्चरित्र, सत्कर्म
  • स्व – स्वाधीन, स्वराज्य
  • दुर – दुर्जन, दुर्व्यवहार
प्रत्यय-

  • दार – ईमानदार, हिस्सेदार
  • हार – तारनहार, पालनहार
  • वाला – फलवाला, रिक्शावाला
  • अनीय –आदरनीय, दर्शनीय।


13. पाठ में आए सामासिक पद छाँटकर विग्रह कीजिए –

  पूजा-पाठ पूजा और पाठ

उत्तर:-

सामासिक पद

विग्रह

परमधाम

परम है जो धाम

दुर्गापूजा

दुर्गा की पूजा

कुलदेवी

कुल की देवी

पंचतंत्र

पाँच तंत्रो से बना है जो

रोना- धोना

रोना और धोना

उर्दू-फ़ारसी

उर्दू और फ़ारसी

चाची-ताई

चाची और ताई

छात्रावास

छात्रों का आवास

कवि-सम्मेलन

कवियों का सम्मेलन

जेब-खर्च

जेब के लिए खर्च


Benefits of NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din 

  • NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din helps students understand the main ideas and emotions of the chapter clearly, making it easier to grasp the author’s feelings and thoughts.

  • Detailed answers to important questions are provided, helping students in their exam preparation by covering all the key aspects of the chapter.

  • Complex themes and expressions are broken down into simpler explanations, making it easier for students to understand the underlying message.

  • The solutions guide students on how to frame their answers effectively, which helps in improving their writing skills.

  • These solutions encourage students to connect the chapter's themes with their personal experiences, deepening their understanding.


Important Study Material Links for Class 9 Hindi - Kshitij Chapter 6

S. No

Study Material Links for Kshitij Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din

1

Class 9 Mere Bachpan Ke Din Notes

2

Class 9 Mere Bachpan Ke Din Questions


Conclusion 

The NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din provided students with a clear understanding of the author's childhood memories and the emotions tied to those days. The solutions provide easy-to-understand explanations and detailed answers to important questions, helping students understand the key points of the chapter. By going through these solutions, students can relate the chapter’s themes to their own lives, making the learning process more engaging. The answers are aligned with the latest CBSE syllabus, ensuring proper exam preparation. These solutions not only support students in understanding the chapter better but also help them improve their writing skills and prepare effectively for exams.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 9 Hindi (Kshitij)

After familiarising yourself with the Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions for all Chapters in Class 9 Hindi (Kshitij).



Related Important Links for Hindi (Kshitij) Class 9

Along with this, students can also download additional study materials provided by Vedantu for Hindi (Kshitij) Class 9.


S. No

Important Links for Class 9 Hindi (Kshitij)

1.

Class 9 Hindi (Kshitij) NCERT Book

2.

Class 9 Hindi (Kshitij) Revision Notes

3.

Class 9 Hindi (Kshitij) Important Questions


NCERT Class 9 Hindi Other Books Solutions


Study Material for Class 9 Hindi:

S. No

Access the Study Materials for Class 9 Hindi

1.

CBSE Class 9 Hindi Sample Papers

2.

CBSE Class 9 Hindi Books

3.

Class 9 Hindi NCERT Solutions

4.

Class 9 Hindi Important Questions

5.

Class 9 Hindi Revision Notes

FAQs on NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din

1. What is the Ideal Way to Prepare Chapter 6 Class 9 Hindi Kshitij?

The best way to prepare this chapter is by referring to the NCERT Solutions for Class 9th Hindi Kshitij Chapter 6 from the experts of Vedantu. You will get a good reference to base on and study the questions.

2. How can I Write the Best Answers for Ch 6 Hindi Class 9 Kshitij?

Follow the classroom sessions so that you can build a foundation to rely on. Once you are done with the chapter, try answering the questions in the exercises. Compare your answers with those of the NCERT Solution Class 9 Hindi Kshitij Chapter 6 so that you can highlight where you need improvement.

3. How can you Find What the authors want to Say to us in this Chapter 6 of Class 9 Hindi (Kshitij)?

Concentrate on the answers given in the solution for NCERT Class 9 Kshitij Chapter 6 so that you can find out what the authors want to address in her prose.

4. What is the main theme of Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" in Class 9 Hindi (Kshitij)?

The main theme of NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" is the nostalgia and innocence of childhood. The author reflects on the joy and simplicity of his early days, remembering the carefree times spent with family and friends.

5. How do NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 help in exam preparation?

NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" provides detailed answers that cover important questions from the chapter. These solutions help students understand the key points and themes, making it easier to prepare for exams and improve their performance.

6. How can Vedantu’s NCERT Solutions for Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din help with writing skills?

Vedantu’s NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 Mere Bachpan Ke Din guides students on how to frame their answers effectively. The solutions help students write clear and well-structured answers, improving their writing skills for exams.

7. What is the basic concept of Chapter 6 Class 9 Hindi Kshitij book?

Chapter 6 ‘Mere Bachpan Ke Din' mentioned in Kshitij's book describes the childhood memories of the author Mahadevi Verma. In this story, she mentions her beautiful experiences with her friends and family and feels nostalgic for her childhood. Also, she grieves the fact that her childhood days will never come back.

8. Why should you study Class 9 Hindi at Vedantu?

Studying at Vedantu can help you to get good scores in all your exams. Here, you will get chapter-wise solutions and notes written in easy language for Classes 1 to 12. This allows students to understand important concepts thoroughly. You can also practise several question papers to test your knowledge and analyse your preparation level. This will permit you to make necessary improvements in your studying strategy so you can do better in all your exams. Refer to the official website of the Vedantu.

9. What emotions are highlighted in NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din"? 

NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" highlights emotions of nostalgia, happiness, and longing. The author remembers his carefree childhood, and these solutions help students connect with those feelings while answering questions.

10. How do NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" explain the author’s memories?

The NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" explains the author’s memories by breaking down his reflections on childhood. The solutions make it easier for students to understand the emotions and experiences the author shares in the chapter.

11. How are the key points of Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" explained in NCERT Solutions?

NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" explains the key points by providing clear explanations of important themes like innocence, simplicity, and nostalgia. This helps students understand the main ideas and answer questions effectively.

12. Why are Vedantu’s NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 6 useful for revision?

Vedantu’s NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" are useful for revision because they cover all the important points only. These solutions help students quickly review the chapter before exams and ensure they understand the key concepts.

13. How does Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" in NCERT Solutions connect to real-life experiences?

NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 "Mere Bachpan Ke Din" connects to real-life experiences by focusing on childhood memories, which everyone can relate to. The solutions help students reflect on their childhood, making the chapter more meaningful.