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NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12 Guru Aur Chela

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NCERT Solutions for Class 5 Chapter 12 Hindi (Rimjhim) - FREE PDF Download

Vedantu provides comprehensive NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, to help students understand the important lessons within the story. This chapter explores the relationship between a teacher (guru) and a student (chela), emphasising the value of knowledge, respect, and learning. Students will discover how guidance from a guru can shape their understanding and character. These solutions align with the CBSE Class 5 Hindi Syllabus, ensuring that students cover essential topics and themes effectively. By using Vedantu's resources, students can understand the chapter's concepts and prepare well for exams, enhancing their overall learning experience.

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Class 5 Chapter 12 Hindi (Rimjhim) - FREE PDF Download
2. Glance on Class 5 Hindi (Rimjhim) Chapter 12 - Guru Aur Chela 
3. Access the NCERT Solutions for Class 5 Hindi (Rimjhim) Chapter 12 Guru Aur Chela
    3.1टके की बात
    3.2कविता की कहानी
    3.3कविता की बात
    3.4अलग तरह से
    3.5क्या होता यदि…
    3.6शब्दों की छानबीन
4. Benefits of NCERT Solutions for Class 5 Hindi (Rimjhim) Chapter 12 Guru Aur Chela
5. Important Study Material Links for Hindi (Rimjhim) Chapter 12 Class 5 - Guru Aur Chela
6. Conclusion
7. Chapter-wise NCERT Solutions Class 5 Hindi (Rimjhim)
8. Related Important Links for Hindi Class 5
FAQs


Glance on Class 5 Hindi (Rimjhim) Chapter 12 - Guru Aur Chela 

  • The story highlights the special bond between a teacher (guru) and a student (chela), showcasing how this relationship is built on trust and respect. 

  • It emphasises the importance of respecting one’s teacher, as they play a crucial role in shaping the student’s knowledge and character. 

  • Through various situations, the chapter illustrates how a guru patiently guides the chela in gaining valuable knowledge and wisdom, making learning an enjoyable experience. 

  • Additionally, it teaches important lessons about humility and perseverance, encouraging students to be open to learning and to appreciate the guidance they receive. 

  • The language used in the chapter is simple and relatable, making it easy for young students to connect with the story and its messages.

Access the NCERT Solutions for Class 5 Hindi (Rimjhim) Chapter 12 Guru Aur Chela

टके की बात

1. टका पुराने जमाने का सिक्का था। अगर आजकल सब चीजें एक रुपया किलो मिलने लगे तो उससे किस तरह के फायदे और नुकसान होंगे?

उत्तर: फायदा: गरीब लोगों को भी सभी चीजें खरीदने का अवसर मिलेगा। इससे अमीर-गरीब के बीच का फर्क मिट जाएगा।

नुकसान: बाजार में सुस्ती आ जाएगी। इससे देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाएगी।


2. भारत में कोई चीज़ खरीदने-बेचने के लिए रुपये का इस्तेमाल होता है और बांग्लादेश में ‘टके’ का। ‘रुपया’ और ‘टका’ क्रमशः भारत और बांग्लादेश की मुद्राएँ हैं। नीचे लिखे देशों की मुद्राएँ कौन-सी हैं?

सऊदी अरब जापान फ्रांस `इटली इंग्लैंड

उत्तर:

  • सऊदी अरब: रियाल

  • जापान: येन

  • फ्रांस: यूरो

  • इटली: यूरो

  • इंग्लैंड: पाउंड


कविता की कहानी

1. इस कविता की कहानी अपने शब्दों में लिखो।

उत्तर: इस कविता में गुरु और शिष्य के बीच की अनोखी और गहरी संबंध की कहानी है। गुरु एक बुद्धिमान व्यक्ति हैं, जो अपने शिष्य को ज्ञान और शिक्षा देते हैं। शिष्य बहुत उत्सुक है और गुरु के सिखाने के तरीकों को समझना चाहता है।


कविता में गुरु अपने शिष्य को सिखाते हैं कि जीवन में केवल किताबों से पढ़ाई करना ही काफी नहीं है। असली ज्ञान अनुभव से मिलता है। गुरु अपने शिष्य को यह समझाते हैं कि कैसे कठिनाइयों का सामना करना है और कैसे सच्चे ज्ञान के लिए मेहनत करनी होती है।


शिष्य अपने गुरु की बातें सुनकर प्रेरित होता है और समझता है कि जीवन में सफलता पाने के लिए केवल ज्ञान ही नहीं, बल्कि सही आचरण और धैर्य भी जरूरी हैं। इस प्रकार, गुरु और शिष्य के बीच का यह संबंध शिक्षा और अनुभव का प्रतीक है, जो हमें बताता है कि सच्चा ज्ञान पाने के लिए हमें अपने गुरु के प्रति सम्मान और समर्पण रखना चाहिए।


2. क्या तुमने कोई और ऐसी कहानी या कविता पढ़ी है जिसमें सूझ-बूझ से बिगड़ा काम बना हो, उसे अपनी कक्षा में सुनाओ।

उत्तर: कहानी: "गुरु और चेला"

यह कहानी एक गुरु और उनके शिष्य की है। गुरु ने अपने शिष्य को बहुत से ज्ञान की बातें सिखाई थीं। एक दिन, गुरु ने अपने शिष्य को एक पेड़ के नीचे बैठकर ध्यान करने के लिए कहा। शिष्य ने ध्यान करते-करते अपने मन में एक सवाल सोचा: "अगर मैं ध्यान करते समय ध्यान खो दूँ, तो क्या होगा?"


उसके मन में यह सवाल आया, और तभी एक कुत्ता वहां आया और भौंकने लगा। शिष्य ने उस कुत्ते को भगाने की कोशिश की, लेकिन वह भौंकता रहा। शिष्य ने गुरु की सीखों को याद किया और सोचा, "अगर मैं इस कुत्ते पर गुस्सा हो जाऊं, तो ध्यान खो दूंगा।"


शिष्य ने सूझ-बूझ से काम लिया। उसने शांत होकर कुत्ते से कहा, "तुम जाओ, मैं ध्यान कर रहा हूँ।" कुत्ता उसकी बात समझ गया और वहाँ से चला गया। इस तरह, शिष्य ने अपनी सूझ-बूझ से बिगड़ी हुई स्थिति को संभाल लिया।


इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सूझ-बूझ और धैर्य से किसी भी कठिनाई का सामना किया जा सकता है। इस प्रकार, गुरु की शिक्षा से शिष्य ने न केवल ध्यान किया, बल्कि यह भी सीखा कि संकट में शांत रहना कितना महत्वपूर्ण है।


3. कविता को ध्यान से पढ़कर ‘अंधेर नगरी’ के बारे में कुछ वाक्य लिखो।

(सड़कें, बाजार, राजा का राजकाज)

उत्तर: अंधेर नगरी के बारे में कुछ वाक्य:

अंधेर नगरी एक ऐसी जगह है जहाँ सब कुछ उलटा-पुलटा है। वहाँ की सड़कें ऐसी हैं जो ठीक से बनी नहीं हैं और अक्सर गंदगी से भरी रहती हैं। बाजार में हर तरह की बेवकूफी होती है; लोग बिना सोचे-समझे सामान खरीदते हैं। राजा का राजकाज भी अजीब है; वह अपने काम में लापरवाह है और अपनी जनता की परवाह नहीं करता। इस नगरी में अन्याय और अनाचार का बोलबाला है, जिससे सब लोग परेशान हैं।


4. क्या ऐसे देश को ‘अंधेर नगरी’ कहना ठीक है? अपने उत्तर: का कारण भी बताओ।

उत्तर: हां, ऐसे देश को ‘अंधेर नगरी’ कहना ठीक है। 

कारण: "अंधेर नगरी" का मतलब है एक ऐसा स्थान जहां पर अन्याय, भ्रष्टाचार और अराजकता होती है। जब किसी देश में लोग सही तरीके से नहीं रह पाते, और वहां पर न्याय नहीं मिलता, तो यह स्थिति अंधेर नगरी की तरह होती है। जैसे कहानी में गुरु और चेले के बीच की स्थिति में दिखाया गया है, जहां चेला समझ नहीं पाता और गलत रास्ता अपनाता है। ऐसे में सही मार्गदर्शन की कमी होती है, जिससे लोगों का जीवन कठिन हो जाता है।


कविता की बात

1. “प्रजा खुश हुई जब मरा मूर्ख राजा ।”

(क) अँधेर नगरी की प्रजा राजा के मरने पर खुश क्यों हुई? ।

(ख) यदि वे राजा से परेशान थे तो उन्होंने उसे खुद क्यों नहीं हटाया? आपस में चर्चा करो।

उत्तर: 

(क) प्रजा राजा के मरने पर खुश हुई क्योंकि राजा मूर्ख और अन्यायकारी था। उसने हमेशा प्रजा के खिलाफ निर्णय लिए और उनकी जरूरतों का ध्यान नहीं रखा। उसके राज में प्रजा को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इसलिए, जब राजा मर गया, तो प्रजा को लगा कि अब उन्हें एक अच्छा और समझदार राजा मिलेगा जो उनकी भलाई के लिए काम करेगा।


(ख) राजा को हटाने के लिए प्रजा में एकता और साहस की आवश्यकता थी। अंधेर नगरी में प्रजा में डर और असहमति थी। अगर वे राजा को हटाने की कोशिश करते, तो वे दंडित हो सकते थे या राजा की सेना से लड़ाई में हार सकते थे। इसलिए, प्रजा ने सोचा कि राजा का खुद मर जाना ही सबसे अच्छा विकल्प है, जिससे उन्हें नई शुरुआत करने का मौका मिलेगा।


2. “गुरु का कथन, झूठ होता नहीं है।”

(1) गुरुजी ने क्या बात कही थी?

(2) राजा यह बात सुनकर फाँसी पर लटक गया। तुम्हारे विचार से गुरुजी ने जो बात कही, क्या वह सच थी?

(3) गुरुजी ने यह बात कहकर सही किया या गलत? आपस में चर्चा करो।

उत्तर: 

(1) गुरुजी ने कहा था, "गुरु का कथन, झूठ होता नहीं है।" इसका मतलब है कि गुरु जो भी कहते हैं, वह सत्य होता है और उस पर विश्वास करना चाहिए।


(2) राजा ने गुरुजी की बात सुनकर फाँसी पर लटकने का निर्णय लिया। यह बात विचार करने योग्य है। यदि गुरुजी का कथन सत्य था, तो राजा को आत्मसमर्पण करना चाहिए था। लेकिन यदि यह स्थिति गलत थी, तो राजा का यह कदम अत्यंत दुःखद था।


(3) गुरुजी ने यह बात कहकर सही किया या गलत, इस पर चर्चा की जा सकती है। एक ओर, गुरुजी ने सत्य की बात कही, जो हमेशा महत्वपूर्ण होती है। दूसरी ओर, यदि राजा ने अपनी जान दी, तो यह एक दुखद स्थिति है। हमें यह समझना चाहिए कि सत्य की कीमत कभी-कभी बहुत बड़ी होती है, लेकिन जीवन का भी मूल्य है। इसलिए, हमें संतुलन बनाना चाहिए और सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए।


अलग तरह से

अगर कविता ऐसे शुरू हो तो आगे किस तरह बढ़ेगी?

थी बिजली और उसकी सहेली थी बदली

…………………………………………

…………………………………………

…………………………………………

…………………………………………

उत्तर:  अगर कविता इस तरह शुरू हो:

थी बिजली और उसकी सहेली थी बदली,  

तो आगे यह इस तरह बढ़ सकती है:


थी बिजली और उसकी सहेली थी बदली,  

दोनों मिलकर खेलती थीं आसमान में,  

जब बिजली चमकती, बदली मुस्कुराती,  

साथ मिलकर करती थीं वो हर एक जादू।  


बिजली की चमक से जगमगाते थे तारे,  

बदली छा जाती, करती थी बारिश प्यारे।  

साथ में वो गातीं, सुनहरे सपने बुनतीं,  

धरा पर लातीं, खुशियों के रंग भरतीं।  


इस तरह कविता में बिजली और बदली की दोस्ती और उनके खेलों का वर्णन किया जा सकता है।


क्या होता यदि…

1. मंत्री की गर्दन फैदे के बराबर की होती?

2. राजा गुरुजी की बातों में न आता?

3. अगर संतरी कहता कि “दीवार इसलिए गिरी क्योंकि पोली थी” तो महाराज किस-किस को बुलाते? आगे क्या होता?

उत्तर: 

1. अगर मंत्री की गर्दन फैदे के बराबर होती:  

यदि मंत्री की गर्दन फैदे के बराबर होती, तो मंत्री को कोई भी आदेश या बात समझ में नहीं आती। इससे मंत्री अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से नहीं निभा पाता और देश का कामकाज बिगड़ जाता। इससे सभी लोग परेशान होते और मंत्री की योग्यता पर सवाल उठने लगते।


2. अगर राजा गुरुजी की बातों में न आता:  

यदि राजा गुरुजी की बातों में नहीं आता, तो उसे गलत निर्णय लेने का खतरा रहता। गुरुजी की सलाह से राजा ने सही रास्ता चुना था। अगर राजा उनकी बातों को नजरअंदाज करता, तो वह अपने राज्य में अनर्थ कर सकता था और उसके शासन की स्थिति खराब हो सकती थी।


3. अगर संतरी कहता कि “दीवार इसलिए गिरी क्योंकि पोली थी,” तो महाराज किस-किस को बुलाते? आगे क्या होता?  

अगर संतरी ऐसा कहता, तो महाराज उसे बुलाते और पूछते कि उसने ऐसा क्यों कहा। वे निश्चित रूप से संतरी से गहराई से पूछताछ करते और अन्य लोगों को भी बुलाते, जैसे मंत्री, वास्तुकार और उस दीवार के निर्माण से जुड़े मजदूरों को। इसके बाद, महाराज संतरी की बात पर विचार करते और यह तय करते कि दीवार की गिरने की असली वजह क्या थी। अगर संतरी की बात गलत साबित होती, तो महाराज उसे सजा दे सकते थे और दीवार के निर्माण में कमी रह गई हो, तो उसकी जिम्मेदारी तय करते।


शब्दों की छानबीन

1. नीचे लिखे वाक्य पढ़ो। जिन शब्दों के नीचे रेखा खिंची है, उन्हें आजकल कैसे लिखते हैं, यह भी बताओ।

(क) न जाने की अंधेर हो कौन छन में!

(ख) गुरु ने कहा तेज ग्वालिन न भुग री!

(ग) इसी से गिरी, यह न मोटी घनी थी!

(घ) ये गलती न मेरी, यह गलती बिरानी!

(ङ) न ऐसी महूरत बनी बढ़िया जैसी!

उत्तर: 

(क) छन-क्षण

(ख) भुग: भुगत

(ग) घनी: घनी

(घ) बिरानी: बिरानी

(ङ) महूरत: मुहूर्त


2. चमाचम थीं सड़कें… इस पंक्ति में ‘चमाचम’ शब्द आया है। नीचे लिखे शब्दों को पढ़ो और दिए गए वाक्यों में ये शब्द भरो-

पटापट चकाचक फटाफट चटाचट झकाझक खटाखट चटपट।

(i) आँधी के कारण पेड़ से …………………. फल गिर रहे हैं।

(ii) हंसा अपना सारा काम …………………… कर लेती है।

(iii) आज रहमान ने …………………… सफेद कुर्ता पाजामा पहना है।

(iv) उस भुक्खड़ ने …………………… सारे लडू खा डाले।

(v) सारे बर्तन धुलकर …………………………. हो गए।

उत्तर: 

(i) आँधी के कारण पेड़ से फटाफट फल गिर रहे हैं।  

(ii) हंसा अपना सारा काम पटापट कर लेती है।  

(iii) आज रहमान ने झकाझक सफेद कुर्ता पाजामा पहना है।  

(iv) उस भुक्खड़ ने चटपट सारे लडू खा डाले।  

(v) सारे बर्तन धुलकर चकाचक हो गए।  


Benefits of NCERT Solutions for Class 5 Hindi (Rimjhim) Chapter 12 Guru Aur Chela

  • NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12 provide clear and detailed explanations of the story, helping students understand the main ideas and themes effectively.

  • Each answer aligns with the NCERT syllabus, ensuring that students learn what is required for their exams and assessments.

  • By breaking down complex concepts, the solutions make it easier for students to understand the lessons about respect, knowledge, and the teacher-student relationship.

  • With step-by-step answers, students can easily follow along and learn how to structure their responses in exams.

  • These resources help build confidence in students, as they can verify their understanding and prepare thoroughly for tests.

  • The engaging explanations in the solutions make studying enjoyable, encouraging a positive attitude towards learning Hindi.


Important Study Material Links for Hindi (Rimjhim) Chapter 12 Class 5 - Guru Aur Chela

S.No.

Important Study Material Links for Chapter 12 Guru Aur Chela

1.

CBSE Class 5 Guru Aur Chela Worksheets

2.

CBSE Class 5 Guru Aur Chela Revision Notes



Conclusion

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, provides valuable insights into the important lessons about the teacher-student relationship. These solutions simplify complex ideas and highlight the significance of respect and knowledge in learning. By using these resources, students can enhance their understanding of the chapter and prepare effectively for their exams. Vedantu's solutions not only support academic success but also encourage students to appreciate the guidance they receive from their teachers. 


Chapter-wise NCERT Solutions Class 5 Hindi (Rimjhim)

After familiarising yourself with the Class 5 Hindi (Rimjhim) Chapter 12 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions for all Chapters in Class 5 Hindi (Rimjhim).


S.No

Class 5 Hindi (Rimjhim) Chapter-wise Links for NCERT Solutions

1.

Chapter 1 - राख की रस्सी NCERT Solutions

2.

Chapter 2 -  फ़सलों का त्योहार NCERT Solutions

3.

Chapter 3 - खिलौनेवाला NCERT Solutions

4.

Chapter 4 - नन्हा फनकार NCERT Solutions

5.

Chapter 5 - जहाँ चाह वहाँ राह NCERT Solutions

6.

Chapter 6 - चिटठी का सफर NCERT Solutions

7.

Chapter 7 - डाकिए की कहानी ,कंवरसिंह की जुबानी Solutions

8.

Chapter 8 - वे दिन भी क्या दिन थे NCERT Solutions

9.

Chapter 9 - एक माँ की बेबसी NCERT Solutions

10.

Chapter 10 - एक दिन की बादशाहत NCERT Solutions

11.

Chapter 11 - चावल की रोटियां NCERT Solutions

12.

Chapter 13 - स्वामी की दादी NCERT Solutions

13.

Chapter 14 - बाघ आया उस रात NCERT Solutions

14.

Chapter 15 - बिशन की दिलेरी NCERT Solutions

15.

Chapter 16 - पानी रे पानी NCERT Solutions

16. 

Chapter 17 - छोटी-सी हमारी नदी NCERT Solutions

17. 

Chapter 18 - चुनौती हिमालय की NCERT Solutions



Related Important Links for Hindi Class 5

Along with this, students can also download additional study materials provided by Vedantu for Hindi Class 5.


S.No.

Important Links for Class 5 Hindi 

1.

Class 5 Hindi NCERT Book

2.

Class 5 Hindi Revision Notes

3.

Class 5 Hindi Worksheets

4.

Class 5 Hindi Sample Papers

FAQs on NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12 Guru Aur Chela

1. What are NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela?

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, provide detailed answers to all the questions in the textbook. These solutions help students understand the story's themes and messages clearly, making learning easier and more enjoyable.

2. How do NCERT Solutions help in understanding Guru Aur Chela?

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, breaks down complex ideas into simpler explanations. This helps students grasp the important lessons about respect, learning, and the teacher-student relationship, making the chapter relatable and easy to understand.

3. Are the answers provided by Vedantu in NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, accurate?

Yes, the answers provided by Vedantu in NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, are accurate and aligned with the NCERT curriculum. Students can rely on these solutions to ensure they have the correct information for their studies.

4. Can NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, assist in exam preparation?

Absolutely! NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, are designed to help students revise key concepts and themes effectively. This structured approach makes exam preparation more manageable and helps students perform better in assessments.

5. What key themes are covered in NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela?

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, cover themes like the importance of respect for teachers, the value of knowledge, and the significance of learning. These themes help students understand the moral lessons conveyed in the story.

6. How can students access NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela?

Students can easily access NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, on Vedantu’s website. These solutions are available for free, allowing students to enhance their learning experience at their convenience.

7. What format do NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, follow?

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, follow a clear format where each textbook question is answered thoroughly. This organised structure helps students learn how to write their answers effectively for exams.

8. Do NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, include grammar concepts?

Yes, NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, reinforce grammar concepts found in the chapter. This helps students improve their language skills while understanding the story better.

9. Why should students use NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela?

Students should use NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, because they provide comprehensive answers and explanations. These solutions make learning more straightforward and help students prepare well for exams.

10. Can parents use NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, to help their children?

Yes, parents can use NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, to assist their children in understanding the chapter better. The clear explanations guide parents in helping their kids with homework and study sessions.

11. How do NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, benefit struggling students?

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, are particularly helpful for struggling students, as they simplify complex ideas and provide clear explanations. This support builds confidence and helps them improve their understanding of the subject.

12. What is the significance of using Vedantu for NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela?

Using Vedantu for NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 12, Guru Aur Chela, provides students with interactive resources and expert guidance. This support helps deepen their understanding of the chapter while making learning engaging and enjoyable.