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Class 5 Hindi Chapter 5 Sundariya – NCERT Solutions and Key Answers

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Stepwise NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 5 Sundariya (2025–26)

Get ahead in Hindi with our NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 5: Ncert Solutions Class 5 Hindi Veena Chapter 5 Sundariya. Here you’ll find clear, CBSE-aligned answers that make learning and revision simple.


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कक्षा 5 हिंदी पाठ 5 प्रश्न उत्तर – Class 5 Hindi Chapter 5 Sundariya Question Answer

बातचीत के लिए


प्रश्न 1.
जवाहरसिंह अपनी गाय को मौसी कहकर बुलाता है। आप अपने घर या आस-पास के पशु-पक्षियों को क्या कहकर पुकारते हैं ?

उत्तर:

मेरे घर में एक कुत्ता है, जिसे हम प्यार से ब्राउनी बुलाते हैं। हमारे यहाँ गायें और साँड़ भी आते हैं। हम उन्हें उनके रंग और शरीर की बनावट के अनुसार अलग–अलग नामों से पुकारते हैं, जैसे—बछड़े और बछिया की जोड़ी को हीरा–मोती, और बड़े, प्यारे साँड़ को भोलू। पड़ोस की पालतू बिल्ली को हम म्याऊँ कहते हैं और पालतू तोते को मिट्ठू।

(बच्चे अपने अनुभवों के आधार पर अलग उत्तर भी दे सकते हैं।)


प्रश्न 2.

सुंदरिया के दूर चले जाने के बाद जवाहरसिंह को कैसा लगा होगा? जब आपका कोई प्रिय आपसे दूर हो जाए तो आपको कैसा लगता है?


उत्तर: 

सुंदरिया के दूर जाने के बाद जवाहरसिंह अवश्य ही उदास हो गया होगा। वह बार-बार उसकी याद में खो जाता होगा, जिससे उसका कामकाज भी प्रभावित होता होगा। उसे अपने पिता पर भी क्रोध आता होगा। साथ ही, उसे पर्याप्त दूध-दही भी नहीं मिल पाता होगा, जिससे वह और परेशान रहता होगा।


जब मेरा कोई प्रिय मित्र मुझसे दूर होता है, तो मुझे उसकी बहुत याद आती है। मेरा मन किसी कार्य में नहीं लगता और मन बेचैन सा रहता है। उससे मिलने या बात करने की इच्छा बार-बार होती है। जब उसके बारे में कोई खबर मिलती है या उससे बात करने का अवसर मिलता है, तो मन को बेहद सुकून मिलता है।

(बच्चे अपने मन के विचार भी लिख सकते हैं।)


प्रश्न 3.

जवाहरसिंह सुंदरिया की देखभाल के लिए क्या-क्या करता होगा ?


उत्तर: जवाहरसिंह घर पर सुंदरिया की देखभाल में अपने परिवार की सहायता करता होगा। वह उसके खाने-पीने का ख़याल रखता होगा, समय-समय पर उसे दुलारता और उससे बातें करता होगा। दूध निकालते समय वह उसके शरीर पर बैठने वाले मक्खी-मच्छरों को उड़ाता होगा। नहलाने के समय वह अपने पिता को पानी पकड़ाकर मदद भी करता होगा।


प्रश्न 4.

आप अपने आस-पास के पशु-पक्षियों के लिए क्या-क्या करते हैं?


उत्तर: मैं अपनी छत पर पक्षियों और बंदरों के पीने के लिए एक बरतन में पानी रखता हूँ। घर में भोजन के बाद बची हुई रोटी, चावल, सब्ज़ी या कच्ची सब्ज़ियों के टुकड़े एक अलग बरतन में बाहर रख देता हूँ, जिन्हें आसपास आने वाली गायें, साँड़ और कुत्ते खा लेते हैं। मैं अपने घर के आस-पास रहने वाले पालतू पशु-पक्षियों को बहुत प्यार करता हूँ और उनकी देखभाल में उनके मालिकों की मदद भी करता हूँ। यदि कोई उन्हें चोट पहुँचाता है या परेशान करता है, तो मैं उसे ऐसा करने से रोकता हूँ।


पाठ से


नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर पर 🙂 का चिह्न बनाइए । प्रश्नों के एक अधिक उत्तर भी सही हो सकते हैं-


प्रश्न 1.
लोग सुंदरिया को देखकर ईर्ष्या क्यों करते थे?
(क) सुंदरिया को खाने-पीने को बहुत कुछ मिलता था।
(ख) सुंदरिया बहुत आकर्षक थी।
(ग) सुंदरिया बहुत दूध देती थी।
(घ) सुंदरिया सभी से प्रेम करती थी।

उत्तर:
(ख) सुंदरिया बहुत आकर्षक थी। 🙂

(ग) सुंदरिया बहुत दूध देती थी। 🙂


प्रश्न 2.
हीरासिंह के मन में सुंदरिया को बेचने की बात क्यों आई?
(क) सुंदरिया सभी को परेशान करने लगी थी।
(ख) सुंदरिया के लिए चारे का प्रबंध करना कठिन हो गया था।
(ग) सुंदरिया हीरासिंह के घर नहीं रहना चाहती थी।
(घ) सुंदरिया पड़ोसियों को परेशान करती थी।

उत्तर:
(ख) सुंदरिया के लिए चारे का प्रबंध करना कठिन हो गया था। 🙂


प्रश्न 3.
हीरासिंह ने स्वयं को गाय की नौकरी पर लगाने की बात क्यों कही ?
(क) सुंदरिया को ठीक से चारा नहीं मिलता था।
(ख) वह गाय से बिछोह सहन नहीं कर पा रहा था।
(ग) उसे रुपयों की आवश्यकता थी।
(घ) गाय घोसी के व्यवहार से प्रसन्न नहीं थी।

उत्तर:
(ख) वह गाय से बिछोह सहन नहीं कर पा रहा था। 🙂


प्रश्न 4.
गाय घोसी के साथ क्यों नहीं जाना चाहती थी?
(क) गाय हीरासिंह और उसके परिवार से अलग नहीं होना चाहती थी।
(ख) गाय को भय था कि घोसी उसे स्नेह से नहीं पालेगा।
(ग) गाय को अपने गाँव के सभी लोगों की याद आ रही थी।
(घ) गाय बीमार थी और चल नहीं पा रही थी ।

उत्तर:
(ख) गाय को भय था कि घोसी उसे स्नेह से नहीं पालेगा। 🙂


सोचिए और लिखिए


प्रश्न 1.
हीरासिंह गाय को बेचने से क्यों डर रहा था?

उत्तर:

हीरासिंह खाने-पीने की कमी की वजह से गाय को बेचना चाहता था, लेकिन उसका बेटा जवाहरसिंह उसे बेहद प्यार करता था और उसे मौसी कहकर पुकारता था, इसलिए वह उसे बेचने से घबराता था।


प्रश्न 2.

सेठ हीरासिंह की गाय को देखकर क्यों प्रसन्न हुआ ?


उत्तर:

सेठ सुंदरिया को देखकर खुश हो गया क्योंकि उससे पहले उसने इतनी सुंदर और स्वस्थ गाय कभी नहीं देखी थी।

प्रश्न 3.

“तुमने मुझे धोखे में क्यों रखा?” सेठ ने हीरासिंह से ऐसा क्यों कहा?


उत्तर: सेठ के घर पहुँचने के अगले ही दिन सुबह सुंदरिया ने पाँच सेर से भी कम दूध दिया, जबकि हीरासिंह ने उससे एक दिन पहले पंद्रह सेर से अधिक दूध दुहा था। यह अंतर देखकर ही सेठ ने हीरासिंह से वह बात कही।


प्रश्न 4.

सेठ के कुछ कहने से पहले ही हीरासिंह गाय को लेकर क्यों चल दिया?


उत्तर: 

गाय को घर ले जाने से एक रात पहले, उसकी हालत देखकर और उसका दुख महसूस कर हीरासिंह बेहद बेचैन हो गया और रोने लगा। उसे समझ में आ गया कि गाय को वहाँ रखना अब उचित नहीं है। इसलिए उसने सेठ से स्पष्ट रूप से बात की और सेठ कुछ कह पाता, उससे पहले ही गाय को साथ लेकर गाँव की ओर चल पड़ा।


सुंदरिया और हीरासिंह


प्रश्न 1.
कहानी में सुंदरिया की बहुत-सी विशेषताओं का पता चलता है। उन विशेषताओं को नीचे लिखिए । आपकी सुविधा के लिए एक उदाहरण दिया जा रहा है-


प्रश्न 1 विशेषताओं को नीचे लिखिए

उत्तर:

विशेषताओं को नीचे लिखिए उत्तर

अब आप अपनी लेखन-पुस्तिका में हीरासिंह की विशेषताएँ लिखें—


वह देखने में आकर्षक है।

वह अच्छी मात्रा में दूध देती है।

वह अपने मालिक की बात मानती है।

उसका डील-डौल भी सुगढ़ है।

वह अपने मालिक से गहरा लगाव रखती है।

वह अपनी गलती मानने वाली स्वभाव की है।


प्रश्न 2.

अब आप हीरासिंह की विशेषताओं को अपनी लेखन – पुस्तिका में लिखिए।


उत्तर:

हीरासिंह के गुण इस प्रकार हैं—


  • पशुओं से सच्चा प्रेम करने वाला

  • भावनाओं से भरपूर

  • ईमानदार और सच्चरित्र

  • अपने परिवार के प्रति समर्पित


समझ और अनुभव


प्रश्न 1.
क्या आपको लगता है कि पशु-पक्षी भी हमारी भावनाएँ समझते हैं? कोई अनुभव साझा कीजिए ।

उत्तर:

हाँ, यह बिल्कुल सही है कि पशु-पक्षी हमारी भावनाओं को समझते हैं। मेरे जीवन में कई बार ऐसा अनुभव हुआ है। हाल की एक घटना का वर्णन करना चाहूँगा। एक दिन मैंने अपने दरवाज़े पर एक काला कुत्ता धूप में बैठा देखा। जब मैं उसके पास पहुँचा, तो वह डरकर दूर जाने लगा। मैंने उसे प्यार से पुचकारा और उसके सिर पर हाथ फेरकर धीरे-धीरे सहलाया।


मैंने उसे रोटी खाने को दी। ऐसा करने से उसका डर खत्म हो गया और वह पास ही बैठकर अपनी पूँछ हिलाने लगा तथा मुझे स्नेहभरी नज़रों से देखने लगा। मैंने उसे “कालू” नाम दिया। उसके बाद जब भी वह मुझे दिखता, अपनी पूँछ हिलाकर, हल्की कूँ–कूँ करके और अपने दोनों आगे के पैर उठाकर प्यार से प्रतिक्रिया देता। इतना ही नहीं, मैं पैदल रहूँ या साइकिल पर, वह दूर से ही मुझे पहचान कर मेरे पास आ जाता है।

(बच्चे अपने अनुभव भी साझा कर सकते हैं।)


प्रश्न 2.

जवाहरसिंह सुंदरिया को मौसी कहकर क्यों संबोधित करता होगा ?


उत्तर: बच्चों का अपनी माँ से स्वाभाविक लगाव होता है, और उसके बाद वे मौसी से भी जुड़ाव महसूस करते हैं क्योंकि मौसी उन्हें माँ जैसा स्नेह देती है। सुंदरिया गाय भी जवाहरसिंह के लिए मौसी जैसी ही थी, क्योंकि वह माँ के बाद उसी का दूध पीकर बड़ा हुआ था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर भी सुंदरिया के कारण उसे पौष्टिक भोजन मिल जाता था। जवाहरसिंह उसका बहुत ध्यान रखता था और सुंदरिया भी उसे स्नेह देती थी। इन्हीं कारणों से वह उसे मौसी कहकर पुकारता होगा।


प्रश्न 3.

हम देखते हैं कि नगरों में बड़े पशुओं (गाय, भैंस, ऊँट आदि) को पालतू बनाने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है। आपको इसके क्या कारण लगते हैं?


उत्तर: शहरों में खुले स्थानों की कमी होती है, इसलिए वहाँ बहुमंज़िला इमारतें बनाई जाती हैं। ऐसे भवनों में कुत्ता या बिल्ली जैसे छोटे पालतू जानवर तो रखे जा सकते हैं, लेकिन गाय, भैंस, ऊँट जैसे बड़े जानवरों को पालना संभव नहीं होता। इसके अलावा, बड़े जानवरों की देखभाल और भोजन-पानी पर काफी खर्च आता है, जिसे अधिकांश शहरी लोग वहन नहीं कर पाते। साथ ही, इनके चार-पानी की व्यवस्था भी शहरों में आसानी से नहीं हो पाती। इन्हीं कारणों से शहरों में बड़े पालतू पशु रखने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है।


प्रश्न 4.

पशु-पक्षी मनुष्य की तरह बोल तो नहीं पाते परंतु वे भी आपस में अपनी बातें करते होंगे। क्या आप इस बात से सहमत हैं? अपने उत्तर के लिए उदाहरण भी दीजिए ।


उत्तर: पशु–पक्षी अपनी बात एक-दूसरे तक पहुँचाने के लिए अपनी विशेष ध्वनियों का उपयोग करते हैं। इसका प्रमाण हमें अपने आसपास आसानी से दिखाई देता है। उदाहरण के लिए—कौआ जब खाने की कोई चीज़ पाता है, तो काँव–काँव करके अपने साथियों को बुलाता है। झुंड से कोई भैंस पीछे रह जाए, तो बाकी भैंसें उसे आवाज़ लगाकर वापस बुलाती हैं। कुत्ते भी अपने इलाके में किसी दूसरे कुत्ते के आने पर या खतरे का संकेत मिलने पर ज़ोर से भौंककर अपने साथी कुत्तों को चेतावनी देते हैं।


अनुमान और कल्पना


प्रश्न 1.
गाय का नाम ‘सुंदरिया’ किसने एवं क्यों रखा होगा?

उत्तर:

अनुमान लगाया जा सकता है कि गाय का नाम ‘सुंदरिया’ उसके सुंदर रूप, अच्छे स्वास्थ्य और सुगढ़ डील-डौल को देखकर ही जवाहरसिंह के माता-पिता ने रखा होगा।


प्रश्न 2.

हीरासिंह के घर से सुंदरिया की विदाई के दृश्य की कल्पना कीजिए ।


उत्तर: सुबह का समय था। हीरासिंह अपनी प्रिय गाय सुंदरिया को बड़ी भावुकता से निहार रहा था। सुंदरिया से बिछड़ने का विचार ही उसके मन को बेहद दुखी कर रहा था। उसका बेटा जवाहरसिंह भी लगातार रो रहा था, और घर के अन्य सदस्य भी गमगीन थे, क्योंकि सुंदरिया उनके परिवार का एक अहम हिस्सा थी। सुंदरिया भी सबकी ओर शांत भाव से देख रही थी, मानो उसे भी बिछड़ने का दर्द महसूस हो रहा हो। जैसे-जैसे वह दूर जाती गई, सबकी आँखें नम होती गईं। यह दृश्य अत्यंत मार्मिक और हृदय को छू लेने वाला था।


प्रश्न 3.

सुंदरिया को वापस घर लेकर जाते हुए हीरासिंह को कैसा लग रहा होगा एवं क्यों ?


उत्तर: ऐसा करते समय हीरासिंह के मन में गहरा संतोष और खुशी महसूस हुई होगी, क्योंकि सुंदरिया वापस जाकर खुश थी और उसके घर लौटने से उसका बेटा भी प्रसन्न हो जाता—क्योंकि वह सुंदरिया को बेहद चाहता था और उसे मौसी कहकर पुकारता था।


भाषा की बात


प्रश्न 1.
नीचे दिए गए मुहावरों का प्रयोग कहानी में किया गया है। कहानी में इन्हें ढूँढ़िए और इनके अर्थ लिखकर अपनी लेखन-पुस्तिका में वाक्य बनाइए-

प्रश्न 1. भाषा की बात


उत्तर:

• लाज से गड़ जाना (बहुत अधिक शर्मिंदा होना) – सयाने बेटे की अनुचित हरकतें देखकर माँ इतनी शर्मिंदा हुई कि उसे समझ नहीं आ रहा था कि भरे समाज में कैसे बताए कि वह उसी का बेटा है।


• दूध देने में कामधेनु (बहुत अधिक दूध देने वाली) – ब्रिटेन की जर्सी नस्ल की गाय अत्यधिक दूध देती है, इसलिए इसे दूध देने में कामधेनु कहा जा सकता है।


• जी भर आना (करुणा या भावुकता से विचलित होना) – नए घर में जगह कम होने के कारण ओम ने अपने प्यारे टॉमी को दोस्त को दे दिया, लेकिन उसकी आँखों में देखकर उसका जी भर आया।


• एकटक देखना (बिना पलक झपकाए निहारना) – मेहमान गाड़ी से उतरकर चले गए और मैं उनकी गाड़ी को बिना पलक झपकाए एकटक देखता रह गया।


• आँख लगना (नींद आ जाना) – काम करते-करते उसे इतनी थकान हुई कि उसकी आँख लग गई, तभी पड़ोसी ने उसे आवाज़ देकर सचेत किया।


प्रश्न 2.

नीचे कुछ वाक्य दिए गए हैं। वाक्यों में रेखांकित शब्द से मिलते-जुलते अर्थ वाले शब्द चुनकर वाक्य पुनः लिखिए-

(क) सुंदरिया की सुंदरता से कई लोगों को जलन होती थी। (प्रसन्नता/ईर्ष्या)

(ख) वहाँ की गायें अच्छी होती हैं। एक गाय का बंदोबस्त कर दो। (प्रबंध/संकेत)

(ग) सुंदरिया मेरी रुसवाई क्यों कराती है? (प्रशंसा / अपमान)

(घ) सुंदरिया को देखकर हीरासिंह विह्वल हो उठा। (भावुक / प्रसन्न)

(ङ) आप मुझसे जितने महीने चाहें, कसकर चाकरी करवाएँ। (नौकरी / बागवानी)


उत्तर:

(क) सुंदरिया की सुंदरता से कई लोगों को ईर्ष्या होती थी।
(ख) वहाँ की गायें अच्छी होती हैं। एक गाय का प्रबंध कर दो।
(ग) सुंदरिया मेरा अपमान क्यों कराती है ?
(घ) सुंदरिया को देखकर हीरासिंह भावुक हो उठा।
(ङ) आप मुझसे जितने महीने चाहें, कसकर नौकरी करवाएँ ।


प्रश्न 3.
कहानी में से चुनकर कुछ वाक्य नीचे दिए गए हैं। इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़िए और इन पर विचार कीजिए । आपको इनका क्या अर्थ समझ आया? अपने विचार समूह में साझा कीजिए-

(क) रुपए तो ले लिए लेकिन हीरासिंह का जी भरा जा रहा था।
(ख) गाय की नौकरी पर मुझे लगा दीजिए। चाहे तनख्वाह कम कर दीजिए।
(ग) गाय ने उसकी ओर देखा । जैसे पूछना चाहती थी – “क्या सचमुच ही इसके साथ चली जाऊँ?”
(घ) फिर गाय के गले पर सिर रखकर बोला – “सुंदरिया, देख… मेरी ओछी मत करा। मैं दूर हूँ तो क्या ! इसमें मुझे सुख है?”

उत्तर:

(क) हीरासिंह को गाय बेचने का बहुत गहरा दुख हुआ, क्योंकि वह उसे अपने परिवार का एक अहम सदस्य मानता था।

(ख) हीरासिंह के लिए सुंदरिया का लगाव पैसों से कहीं अधिक था। वह कम कमाई होने पर भी गाय की देखभाल का काम करना पसंद करता।

(ग) यह स्पष्ट करता है कि सुंदरिया और हीरासिंह के बीच बेहद गहरा स्नेह था। गाय भी अपने मालिक से अलग होने का दर्द महसूस कर रही थी। उसे लग रहा था कि कुछ ठीक नहीं हो रहा और वह हीरासिंह की आँखों में उत्तर तलाश रही थी।

(घ) इस वाक्य से हीरासिंह के मन में सुंदरिया के प्रति उसके अटूट प्रेम, पीड़ा और मजबूरी का भाव झलकता है। वह चाहता था कि सुंदरिया उसके दिल की बात समझे और उसे गलत न माने। वह परिस्थितियों के कारण उससे दूर हो रहा था, इच्छा से नहीं।


प्रश्न 4.

रेखांकित शब्द किसके लिए प्रयोग किए गए हैं? पहचानकर लिखिए-

(क) उसे एक सेठ के यहाँ चौकीदार की नौकरी मिल गई । – हीरासिंह के लिए

(ख) उसे देखकर लोगों को ईर्ष्या होती थी। – …………..

(ग) वह कैसे बताए कि सुंदरिया उसके परिवार का अंग है। – …………..

(घ) सचमुच वैसी सुंदर, स्वस्थ गाय उन्होंने अब तक न देखी थी। – …………..

(ङ) गाय उसके साथ जाना ही नहीं चाहती थी। – …………..


उत्तर:

(क) उसे एक सेठ के यहाँ चौकीदार की नौकरी मिल गई । – हीरासिंह के लिए

(ख) उसे देखकर लोगों को ईर्ष्या होती थी। – सुंदरिया गाय के लिए

(ग) वह कैसे बताए कि सुंदरिया उसके परिवार का अंग है। – हीरासिंह के लिए

(घ) सचमुच वैसी सुंदर, स्वस्थ गाय उन्होंने अब तक न देखी थी। – सेठ के लिए

(ङ) गाय उसके साथ जाना ही नहीं चाहती थी। – पाठ से आगे


पाठ से आगे


प्रश्न 1.
नीचे कुछ चित्र दिए गए हैं। इनको देखते हुए अपने समूह में चर्चा कर यह सुझाइए कि हम पशु-पक्षियों के लिए क्या-क्या कर सकते हैं। आप इनके अतिरिक्त भी कुछ और बिंदु जोड़ सकते हैं।

प्रश्न 1. चित्र देखते हुए अपने समूह में चर्चा कर यह सुझाइए कि हम पशु-पक्षियों के लिए क्या-क्या कर सकते हैं


(नोट : विद्यार्थी चित्रों के लिए पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ संख्या – 55 देखें।)


उत्तर:

पशु–पक्षी भी हमारी तरह जीवित और संवेदनशील होते हैं। उनकी देखभाल कई तरीकों से की जा सकती है। उदाहरण के लिए—हम चिड़ियों के लिए पेड़ों पर छोटा घर (बर्ड हाउस) बना सकते हैं और गर्मी के मौसम में उनके लिए पानी रख सकते हैं। उन्हें दाना देना भी एक नेक कार्य है। पालतू जानवरों, जैसे कुत्ते और बिल्ली, को समय पर भोजन देना, उन्हें नहलाना और साफ़-सुथरा रखना ज़रूरी है।


सर्दियों में हम उन्हें गरम कपड़े पहनाकर ठंड से बचा सकते हैं। गाय, बकरी जैसे जानवरों को फल और सब्ज़ियों के छिलके खिलाकर उनका पेट भरा जा सकता है। यदि कोई जानवर या पक्षी घायल मिल जाए, तो उसे तुरंत डॉक्टर या पशु-चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए।


हमें पशु–पक्षियों के प्रति प्रेम और सहानुभूति रखनी चाहिए तथा उनके साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। उनकी देखभाल करना हमारा दायित्व है।


प्रश्न 2.

आपके घर में दूध कहाँ से आता है? यह भी पता कीजिए कि किन-किन पशुओं का दूध पीने के लिए उपयोग किया जाता है।


उत्तर: पहले हमारे घर में दूध दूधवाला लाकर दे जाता था, लेकिन अब हम पास की डेरी या किराने की दुकान से दूध लेते हैं। आमतौर पर लोग गाय और भैंस का दूध पीते हैं। इसके अलावा देश और विदेश के कुछ इलाकों में बकरी, भेड़, ऊँटनी और याक का दूध भी उपयोग किया जाता है।


प्रश्न 3.

किसी गौशाला अथवा दुग्ध उत्पादन केंद्र (डेयरी फार्म) का भ्रमण कर पता कीजिए कि पशुओं का लालन-पालन कैसे किया जाता है। आप इस गतिविधि में शिक्षकों एवं अभिभावकों की सहायता ले सकते हैं।


उत्तर: विद्यार्थी शिक्षक और अभिभावकों की मदद से इस शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन करें और इससे नया ज्ञान प्राप्त करें।


कल्पना की उड़ान


सेठ के घर से लौटकर जाते हुए हीरासिंह सुंदरिया को बहुत प्यार करता है, उसको सहलाता है एवं उससे बातें करता है। यदि सुंदरिया भी बोल सकती तो कल्पना कीजिए कि सुंदरिया और हीरासिंह के बीच क्या बातचीत होती ।


कल्पना की उड़ान


उत्तर:

सुंदरिया – क्या आप मुझे सचमुच अकेला छोड़कर जा रहे हैं?

हीरासिंह – मेरा मन ऐसा नहीं है, लेकिन हालात मुझे मजबूर कर रहे हैं।

सुंदरिया – आपके बिना मैं कैसे रह पाऊँगी?

हीरासिंह – तू जहाँ भी रहे, हमेशा खुश रहना। मैं एक दिन फिर तुझे लेने अवश्य आऊँगा।


नाटक-मंचन


आपने ‘सुंदरिया’ कहानी पढ़ी। इस कहानी को नाटक के रूप में बदलकर कक्षा में अपने समूह के साथ नाटक मंचन कीजिए।

उत्तर:

विद्यार्थी कहानी को नाटक के रूप में बदलें और उसका मंचन करें।


बूझो पहेली

बूझो पहेली


उत्तर:

1. कोयल

2. कछुआ

3. नाव


पुस्तकालय एवं अन्य स्रोत


इस पाठ में दूध की मात्रा को ‘सेर’ द्वारा दर्शाया गया है जो मापन की एक प्राचीन भारतीय इकाई थी। इसी प्रकार वस्तुओं की मात्रा के मापन की और भी प्राचीन भारतीय इकाइयाँ प्रचलित थीं। आप पुस्तकालय से मापन से संबंधित पुस्तकें ढूँढ़कर मापन की अन्य प्राचीन भारतीय इकाइयों का पता लगाइए। इसके लिए आप अपने शिक्षक और अभिभावक की भी सहायता ले सकते हैं। कक्षा में सहपाठियों के साथ इसे साझा कीजिए ।

उत्तर:

विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावकों की मदद से रत्ती, माशा, तोला, मन आदि जैसी प्राचीन भारतीय मापन इकाइयों की जानकारी जुटाएँ और उसे अपने सहपाठियों के साथ साझा करें।


भूल-भुलैया


जवाहरसिंह ने सुंदरिया के बारे में जानने के लिए अपने पिता हीरासिंह को पत्र लिखा है। महिला डाकिया उस पत्र को हीरासिंह तक पहुँचाना चाहती है। आपको इस पहेली को हल करते हुए उसे बाहर निकालना है ताकि वह हीरासिंह तक पहुँच सके।


भूल-भुलैया


उत्तर:

भूल-भुलैया उत्तर


NCERT Solutions Class 5 Hindi Chapter 5 Sundariya – Key Learnings

कक्षा 5 हिंदी के पाठ 5 सुंदरिया में आपको पशु और मानव के भावनात्मक रिश्ते की अनूठी झलक मिलती है। NCERT Solutions (2025-26) के साथ पूरे पाठ की समझ और हर प्रश्न का सटीक उत्तर आसान हो जाता है।


यह अध्याय विद्यार्थियों में संवेदनशीलता और पशु-प्रेम की भावना विकसित करता है। लगातार अभ्यास और सही हल से आप परीक्षा में शानदार अंक प्राप्त कर सकते हैं। प्रश्नों की प्रकृति समझें और उत्तर लिखने में स्पष्टता बनाएं।


हर रोज़ व्यावहारिक प्रश्नों का हल लिखें और मुख्य शब्दों पर ध्यान दें। इससे आपकी तैयारी मजबूत होगी और NCERT Class 5 Hindi Chapter 5 Solutions में सफलता पक्की होगी!

FAQs on Class 5 Hindi Chapter 5 Sundariya – NCERT Solutions and Key Answers

1. What are NCERT Solutions for Class 5 Maths Veena Chapter 5 Sundariya?

NCERT Solutions for Class 5 Maths Veena Chapter 5 Sundariya are step-by-step answers to all textbook exercises, specially designed to help students grasp key concepts and score better marks.

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- Clear structure matching the 2025–26 board marking scheme
- Clear breakdowns and examples to avoid common mistakes
- Ideal for quick revision and exam preparation in Class 5 Hindi

2. How can I score full marks using NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 5 Sundariya?

To score full marks in Class 5 Hindi Chapter 5: Sundariya, follow these steps:
- Write answers in stepwise, clear points as shown in the solutions
- Include all key words and important facts from the textbook
- Present diagrams and definitions neatly when asked
- Structure long answers with an introduction, main points, and conclusion
- Revise common mistakes from the chapter and avoid them in exams

3. What is the best way to prepare diagrams and definitions for Chapter 5 Sundariya?

The best way to prepare diagrams and definitions for Chapter 5 Sundariya is:
- Practice all map/diagram labelling exercises stepwise as per the solutions
- Use neat, labelled diagrams with clear headings
- Memorise concise, exam-ready definitions listed in the answer key
- Follow CBSE marking conventions for full step marks

4. Which types of questions are often asked from Chapter 5 Sundariya in exams?

Common exam questions from Chapter 5 Sundariya include:
- Short answer questions on key concepts and facts
- Long answer questions requiring detailed explanation
- Definition and diagram labelling exercises
- Textbook intext and back exercise solved problems
- Questions emphasising presentation and answer structure

5. Where can I download the free PDF of NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 5?

You can download the free PDF of NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 5 Sundariya from trusted educational platforms that follow the latest CBSE syllabus.

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- Offline access for revision
- Stepwise answers for all exercises
- Easy-to-read format with clear explanations and keywords

6. Are definitions and diagrams mandatory for full marks in Chapter 5 answers?

Yes, clear definitions and neatly labelled diagrams are often mandatory to secure full marks in Chapter 5 answers.

Important tips:
- Write precise, textbook-aligned definitions
- Draw neat diagrams with correct labels if asked
- Always follow instructions from the NCERT marking scheme

7. What is the structure of the exam-oriented answers for NCERT Class 5 Hindi Chapter 5?

An exam-oriented answer for NCERT Class 5 Hindi Chapter 5 should have:
- A short introduction sentence
- Main body with bullet points or numbered steps
- Key words and facts highlighted
- A brief conclusion if required
- Proper use of diagrams, definitions, or examples
This structure helps align answers with the CBSE marking scheme and earns stepwise marks.

8. How do NCERT Solutions help avoid common mistakes in Chapter 5 Sundariya?

NCERT Solutions help students avoid common mistakes in Chapter 5 Sundariya by:
- Showing correct answer formats and key points
- Emphasising important steps where students often lose marks
- Providing sample diagrams and definitions for reference
- Listing common errors and suggesting ways to fix them

9. What are the most important topics to focus on in Chapter 5 Sundariya for exams?

The most important topics in Chapter 5 Sundariya for exam preparation are:
- Core definitions and key terms from the chapter
- Main concepts explained in stepwise manner
- Textbook exercise solutions
- Diagram/map labelling and important examples
- Short and long answers aligned to CBSE marking scheme

10. Do examiners award partial marks for correct steps even if the final answer is wrong?

Yes, in CBSE exams for Class 5, partial marks are awarded for correct steps in your answers, even if the final answer is incorrect.

Tips:
- Always show stepwise working and reasoning
- Highlight key steps as shown in the NCERT Solutions
- This approach helps maximise your score even if minor errors occur

11. Are NCERT Solutions enough for Class 5 Hindi exams?

NCERT Solutions are highly effective for preparing for Class 5 Hindi exams as they cover the complete syllabus, provide stepwise answers, and align with the CBSE pattern.
- Revise key concepts and practice all exercises for best results
- Use additional sample questions and mock tests for extra practice

12. How to present long answers to match CBSE marking?

To present long answers and match CBSE marking:
- Start with an introduction
- Divide the answer into logical points/paragraphs
- Use all relevant key words and examples
- End with a summarising sentence
This structure helps in step-based marks and ensures clarity