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Class 5 NCERT Solutions for Hindi Chapter 3 Chaand Ka Kurta

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Exercise-Wise Answers & Exam Tips for Class 5 Hindi Chapter 3

Looking for NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 3: Chaand Ka Kurta? You’re in the right place! Here, you’ll find reliable, stepwise answers designed to help you understand every question and prepare confidently for your CBSE 2025–26 exams.


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कक्षा 5 हिंदी पाठ 3 प्रश्न उत्तर – Class 5 Hindi Chapter 3 Chand Ka Kurta Poem Question Answer

बातचीत के लिए


प्रश्न 1.
आकाश आपको कब-कब बहुत सुंदर दिखाई देता है और क्यों ?

उत्तर:

आकाश बारिश के बाद इसलिए बेहद सुंदर लगता है क्योंकि उस समय उसमें रंग-बिरंगे इंद्रधनुष दिखाई देते हैं। (बच्चे चाहें तो अपने अनुभव और पसंद के अनुसार कोई भी उपयुक्त उत्तर लिख सकते हैं।)


प्रश्न 2.

चाँद को ठंड लगती है इसलिए वह झिंगोला माँग रहा है। सूरज क्या कहकर अपनी माँ से कपड़े माँगेगा?


उत्तर: सूरज अपनी माँ से कपड़े इस वजह से माँगेगा कि उसे बेहद गर्मी महसूस हो रही है।


प्रश्न 3.

आपने आकाश में क्या-क्या परिवर्तन होते देखे हैं?


उत्तर: आकाश में कई तरह के बदलाव दिखाई देते हैं, जैसे—बादलों का छा जाना, इंद्रधनुष उभर आना आदि। (बच्चे अपने अनुभवों के अनुसार कोई भी उपयुक्त उत्तर लिख सकते हैं।)


प्रश्न 4.

जब आप अपने अभिभावक के साथ नए कपड़े खरीदने जाते हैं तब किन-किन बातों का ध्यान रखते हैं?


उत्तर: कपड़ा पहनने में सहज हो, फिटिंग ठीक हो, रंग पसंद आए, कीमत उचित हो और मौसम के अनुसार भी हो। (बच्चे चाहें तो अपने अनुभव के अनुसार अलग उत्तर लिख सकते हैं।)


कविता से


नीचे दिए गए प्रश्नों में चार विकल्प हैं। इनमें एक से अधिक विकल्प सही हो सकते हैं। सही विकल्प पर चाँद का चित्र 🌙 बनाइए –


प्रश्न 1.
चाँद की माँ उसे झिंगोला क्यों नहीं दे पा रही है?
(क) चाँद के पास पहले से ही बहुत से झिंगोले हैं।
(ख) चाँद के शरीर का आकार घटता-बढ़ता रहता है।
(ग) चाँद अपने वस्त्र सँभालकर नहीं रखता है।
(घ) चाँद की माँ अभी कोई नया वस्त्र नहीं सिलवाना चाहती है।

उत्तर:
(ख) चाँद के शरीर का आकार घटता-बढ़ता रहता है। 🌙


प्रश्न 2.
कविता में चाँद के बदलते आकार का वर्णन करने के लिए किन शब्दों का प्रयोग किया गया है?


(क) एक अंगुल – भर चौड़ा
(ख) एक फुट मोटा
(ग) किसी दिन बड़ा
(घ) किसी दिन छोटा

उत्तर:
(क) एक अंगुल – भर चौड़ा 🌙
(ख) एक फुट मोटा 🌙
(ग) किसी दिन बड़ा 🌙
(घ) किसी दिन छोटा 🌙


प्रश्न 3.
कविता में ठंड के मौसम का वर्णन करने के लिए किन-किन शब्दों का प्रयोग किया गया है?
(क) ऊन का मोटा झिंगोला
(ख) सन सन चलती हवा
(ग) ठिठुर-ठिठुरकर यात्रा
(घ) भाड़े का कुरता

उत्तर:
(क) ऊन का मोटा झिंगोला 🌙
(ख) सन सन चलती हवा 🌙
(ग) ठिठुर-ठिठुरकर यात्रा 🌙


सोचिए और लिखिए


प्रश्न 1.
कविता की किन पंक्तियों से पता चलता है कि चाँद किसी एक दिन बिलकुल दिखाई नहीं देता है?

उत्तर: कविता की इन पंक्तियों से यह स्पष्ट होता है कि चाँद कभी-कभी पूरी तरह ओझल हो जाता है—
“घटता-बढ़ता रोज़, किसी दिन ऐसा भी करता है,
नहीं किसी की भी आँखों को दिखलाई पड़ता है।”


इन पंक्तियों से पता चलता है कि एक दिन ऐसा भी आता है जब चाँद बिल्कुल नज़र नहीं आता।


प्रश्न 2.

सर्दी से बचने के लिए चाँद, माँ से ऊन के झिंगोले के अतिरिक्त और कौन-से कपड़े माँग सकता है?


उत्तर: ठंड से बचने के लिए चाँद, माँ से ऊन के झिंगोले के अलावा स्वेटर, जैकेट, मफलर, शॉल, जुराबें और टोपी जैसे गर्म कपड़े भी माँग सकता है। इसके साथ ही वह रजाई या कंबल लेने की बात भी कह सकता है, ताकि उसे ठंड महसूस न हो।


प्रश्न 3.

जाड़े के मौसम में चाँद को क्या कठिनाई होती है ?


उत्तर: सर्दियों में ठंडी हवाएँ चलने की वजह से चाँद को पूरी रात बहुत ठंड लगती है। वह ठिठुरते हुए अपनी राह तय करता है।


प्रश्न 4.

चाँद किस यात्रा को पूरा करने की बात कर रहा है?


उत्तर: चाँद पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह है, जो लगभग 28 दिनों में उसकी एक पूरी परिक्रमा करता है। कविता में वह इसी यात्रा का उल्लेख कर रहा है।


अभिभावक और आप


• जब नीचे दी गई बातें एवं घटनाएँ होती हैं तब आपके अभिभावक क्या-क्या कहते या करते हैं? अपने-अपने अनुभव कक्षा में साझा कीजिए ।


  • जब आप ठंडी रात में सोते समय अपने पैरों से कंबल या रजाई उतार फेंकते हैं। जब आप ठंड में आइसक्रीम खाने का हठ करते हैं।

  • जब आप दूध पीने, हरी सब्जियाँ और फल आदि खाने से कतराते हैं।

  • जब आप देर तक सोते हैं।

  • कोई आपके घर आपकी शिकायत करने आता है।

  • जब आपके अच्छे कामों के लिए आपकी प्रशंसा होती है अथवा पुरस्कार मिलता है।


उत्तर:

  • जब हम ठंडी रात में सोते समय कंबल या रजाई पैर से हटा देते हैं, तो वे तुरंत हमें फिर से ढक देती हैं।

  • जब हम सर्द मौसम में आइसक्रीम खाने की ज़िद करते हैं, तो वे मना करती हैं क्योंकि इससे गला ख़राब हो सकता है।

  • जब हम दूध, हरी सब्ज़ियाँ या फल खाने में आनाकानी करते हैं, तो वे समझाती हैं कि ये हमारे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी हैं।

  • जब हम देर तक सोते रहते हैं, तो वे हमें उठाती हैं और जल्दी जागने के फ़ायदे बताती हैं।

  • जब कोई हमारी शिकायत लेकर घर आता है, तो वे हमारी गलती समझाकर सुधारने की सलाह देती हैं।

  • और जब हमारे अच्छे कामों की सराहना होती है या हमें पुरस्कार मिलता है, तो वे हम पर गर्व महसूस करती हैं और हमें बधाई भी देती हैं।


अनुमान और कल्पना


प्रश्न 1.
आप अपनी माँ से चाँद का दुखड़ा कैसे बताएँगे?

उत्तर:

हम अपनी माँ को यह बताएँगे कि चाँद के पास ठंड से बचाने वाले कपड़े नहीं हैं, इसलिए उसे बहुत सर्दी लगती है। वह ठिठुरते हुए अपनी पूरी यात्रा करता है। उसका आकार रोज़ बदलता रहता है, इसी कारण उसकी माँ उसके लिए सही नाप के कपड़े तैयार नहीं कर पातीं। (बच्चे अपनी कल्पना के आधार पर और भी उत्तर लिख सकते हैं।)


प्रश्न 2.

गरमी और वर्षा से बचने के लिए चाँद अपनी माँ से क्या कहेगा? वह किस प्रकार के कपड़ों एवं वस्तुओं की माँग कर सकता है?


उत्तर: गरमी से बचने के लिए चाँद अपनी माँ से कह सकता है—
“माँ, मेरे लिए सूती कपड़ों का एक हल्का-सा चोला बनवा दो,
तेज़ धूप में मैं दिन भर अकेला जलने लगता हूँ।”

वर्षा से बचने के लिए वह कहेगा—
“माँ, मेरे लिए एक बड़ा-सा मोटा रेनकोट तैयार करवा दो,
टप-टप गिरती बूँदों में आराम से चलना भी मुश्किल हो जाता है।”

इसके अलावा वह गरमी और बारिश से बचने के लिए सूती कपड़े, पंखा, रेनकोट, छाता आदि चीज़ें भी माँग सकता है।


प्रश्न 3.

चाँद ने माँ से कुरता किराए पर लाने के लिए क्यों कहा होगा ?


उत्तर: चाँद ने माँ से कुरता किराए पर लाने की बात इसलिए कही होगी क्योंकि शायद उसे तुरंत कुरते की जरूरत थी और दर्जी समय पर सिलकर नहीं दे सका। यह भी संभव है कि माँ के पास नया कुरता खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे न हों। (बच्चे अपनी कल्पना के अनुसार और भी उत्तर लिख सकते हैं।)


प्रश्न 4.

यदि माँ ने चाँद का कुरता सिलवा दिया होता तो क्या होता?


उत्तर: अगर माँ चाँद का कुरता सिलवा देती, तो चाँद बहुत प्रसन्न होता। लेकिन वह उसे केवल उसी दिन पहन पाता, जिस दिन उसका आकार कुरते के नाप से मेल खाता। बाकी दिनों वह उसे नहीं पहन पाता क्योंकि चाँद का आकार रोज़ बदलता है। अगले ही दिन उसका शरीर बदला हुआ होता और कुरता फिट नहीं आता। (बच्चे अपनी कल्पना के अनुसार अन्य उत्तर भी लिख सकते हैं।)


भाषा की बात


प्रश्न 1.
“सन- सन चलती हवा रात भर, जाड़े से मरता हूँ ।” कविता की इस पंक्ति में ‘भर’ शब्द का प्रयोग किया गया है। अब आप ‘भर’ की सहायता से पाँच वाक्य अपनी लेखन – पुस्तिका में लिखिए, जैसे-पानीं गिलास भर है, उसने दिन भर पढ़ाई की आदि ।

उत्तर:

(क) प्रधानमंत्री ने पूरे देश के विद्यार्थियों को संबोधित किया।
(ख) रमन का एक क्षण के लिए इंतज़ार करो।
(ग) यह कार्य पूरे साल लगातार चलता रहता है।
(घ) रंजीता ने पेट भरकर भोजन किया।
(ङ) पूरे गाँव में डेंगू के बारे में जानकारी फैलायी गई।

(बच्चे इसी तरह के और वाक्य भी लिख सकते हैं।)


प्रश्न 2.

नीचे दिए गए वाक्यों को ध्यान पढ़िए-


(क) “ठिठुरकर किसी तरह यात्रा पूरी करता हूँ। ”

(ख) “ठिठुर-ठिठुरकर किसी तरह यात्रा पूरी करता हूँ। ”

अपनी बात पर बल देने के लिए हम इस प्रकार के कुछ शब्दों का प्रयोग दो बार करते हैं, जैसे- जल्दी चलो, जल्दी-जल्दी चलो आदि। अब आप ऐसे ही पाँच वाक्य अपनी लेखन – पुस्तिका में लिखिए।


उत्तर: यहाँ ऐसे पाँच वाक्य दिए जा रहे हैं जिनमें शब्दों को दोहराकर बात पर बल दिया गया है—


  1. धीरे चलो। / धीरे-धीरे चलो।

  2. साफ़ बोलो। / साफ़-साफ़ बोलो।

  3. ध्यान से सुनो। / ध्यान-ध्यान से सुनो।
    (नोट: “ध्यान-ध्यान से” आम बोलचाल में कम कहा जाता है, इसलिए नीचे विकल्प भी दिए हैं।)
    बेहतर विकल्प: ध्यान से सुनो। / ध्यान से ही ध्यान से सुनो।

  4. हँसो। / हँस-हँसकर बात करो।

  5. देखो। / ध्यान से देखो-देखो।

यदि आप और स्वाभाविक विकल्प चाहते हैं, तो ये पाँच वाक्य अधिक उपयुक्त हैं—


  1. धीरे चलो। / धीरे-धीरे चलो।

  2. जल्दी आओ। / जल्दी-जल्दी आओ।

  3. साफ़ लिखो। / साफ़-साफ़ लिखो।

  4. जोर से बोलो। / जोर-जोर से बोलो।

  5. मिलकर चलो। / मिलकर-मिलकर चलो।

ये सभी वाक्य कक्षा 3–5 स्तर के लिए पूरी तरह उपयुक्त हैं।

प्रश्न 3.


नीचे दी गई कविता की पंक्तियों में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया पहचानकर उन्हें दिए गए स्थानों में लिखिए और उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए-


पंक्ति

संज्ञा

सर्वनाम

विशेषण

क्रिया

हठ कर बैठा चाँद एक दिन, माता से यह बोला।

हठ, चाँद, दिन, माता

यह

एक

कर बैठा, बोला

आसमान का सफर और यह मौसम है जाने का।





सिलवा दो माँ, मुझे ऊन का मोटा एक झिंगोला।





ठिठुर-ठिठुरकर किसी तरह यात्रा पूरी करता हूँ।






उत्तर:


पंक्ति

संज्ञा

सर्वनाम

विशेषण

क्रिया

हठ कर बैठा चाँद एक दिन, माता से यह बोला।

हठ, चाँद, दिन, माता

यह

एक

कर बैठा, बोला

आसमान का सफर और यह मौसम है जाने का।

आसमान, सफर, मौसम

यह

जाने

है

सिलवा दो माँ, मुझे ऊन का मोटा एक झिंगोला।

माँ, ऊन, झिंगोला

मुझे

मोटा, एक, ऊन

सिलवा दो

ठिठुर-ठिठुरकर किसी तरह यात्रा पूरी करता हूँ।

यात्रा

पूरी

करता हूँ


उत्तर: (विद्यार्थी वाक्य स्वयं बनाने का प्रयास करें।)


चाँद का झिंगोला


प्रश्न 1.
(प्रश्न तथा संवाद के लिए पाठ्यपुस्तक का पृष्ठ 27-29 देखें।)


मान लीजिए कि चाँद, झिंगोले के लिए माँ, कपड़े के दुकानदार और दर्ज़ी से संवाद करता है। बातचीत के कुछ अंश नीचे दिए गए हैं। आप इन्हें आगे बढ़ाइए। आप संवाद अपनी मातृभाषा में भी लिख सकते हैं।


चाँद और माँ का संवाद


चाँद: माँ, मुझे बहुत ठंड लगती है। मेरे लिए एक मोटा झिंगोला सिलवा दो!
माँ : तुझे सच में ठंड सताती होगी लेकिन एक समस्या है। चाँद: समस्या? कैसी समस्या, माँ?
माँ : तेरा आकार तो प्रतिदिन बदलता रहता है। कभी छोटा, कभी बड़ा, कभी एकदम गायब! मैं कैसे नाप लूँ?
चाँद: (सोचकर) अरे हाँ! लेकिन फिर भी कोई उपाय तो होगा?


चाँद और माँ का संवाद


माँ : ……………………………………..

चाँद : ……………………………………

माँ : ……………………………………..

चाँद : ……………………………………


उत्तर:

माँ: “बेटा, एक काम क्यों न करें?”

चाँद: “कौन-सा काम, माँ? बताइए तो।”

माँ: “हम बाज़ार चलकर कपड़ों की दुकान में पूछते हैं कि इस परेशानी का कोई हल मिल सकता है या नहीं।”

चाँद: “ठीक है माँ, फिर कपड़ा लेकर हम दर्जी के पास भी चले जाएँगे।”


चाँद और कपड़े का दुकानदार


चाँद और कपड़े का दुकानदार


चाँद: दुकानदार जी, मुझे एक गरम कपड़ा चाहिए जिससे मेरी सर्दी दूर हो जाए।

दुकानदारः अवश्य, कितने मीटर चाहिए?

चाँद: यही तो समस्या है! मैं कभी छोटा होता हूँ, कभी बड़ा। आप ही बताइए… कितने मीटर लूँ?

दुकानदार: (हँसकर) अरे छोटू चाँद ! जब आपका नाप ही तय नहीं तो कपड़ा कैसे दूँ? पहले नाप तो तय करके आओ!

चाँदः ………………………………………………..

दुकानदार: ………………………………………………..

चाँद: ………………………………………………..

दुकानदार: ………………………………………………..

चाँद: ………………………………………………..


उत्तर:

चाँद: “भैया, एक समस्या है—मेरा आकार रोज़ बदल जाता है। कभी छोटा हो जाता हूँ, कभी बड़ा। आप ही बताइए, क्या किया जाए?”

दुकानदार: “अच्छा! तो आपको ऐसा कपड़ा चाहिए जो आपके आकार के हिसाब से फैल भी सके और सिकुड़ भी सके।”

चाँद: “हाँ, और उसमें थोड़ी चमक भी हो, ताकि मैं दूर से ही सुंदर दिखूँ।”

दुकानदार: “तो ये लीजिए — यह ऊनी साटन मिक्स कपड़ा है। गरम भी है, लचीला भी और चमकदार भी।”

चाँद: “बहुत बढ़िया! यही दे दीजिए। अब मैं इसे लेकर दर्जी के पास जा रहा हूँ।”


चाँद और दर्जी का संवाद


चाँद और दर्जी का संवाद


चाँद: दर्ज़ी जी, मेरे लिए एक कुरता सिल दीजिए।

दर्ज़ी: बिलकुल! लेकिन पहले नाप तो दो।

चाँद: यही तो समस्या है! कभी मैं छोटा, कभी बड़ा हो जाता हूँ।

दर्ज़ी: (हँसते हुए) तो फिर ऐसा करो, प्रतिदिन मेरे पास आओ और मैं प्रत्येक दिन तुम्हारे नाप का नया कुरता सिल दूँगा!

चाँदः (प्रसन्न होते हुए) फिर तो मुझे प्रतिदिन नए कपड़े मिलेंगे! लेकिन माँ मानेंगी नहीं!

दर्ज़ी: ………………………

चाँदः ………………………

दर्ज़ी: ………………………

चाँदः ………………………


उत्तर:

दर्ज़ी: “ठीक है चाँद, पहले मुझे वह कपड़ा तो दिखाओ जो तुम दुकानदार से लाए हो।”
चाँद: “हाँ, मैंने यह कपड़ा दुकानदार से लिया है। कृपया सोचिए कि इससे कोई ऐसा कुरता बनाया जा सके जो मेरे बदलते आकार में फिट आए।”
दर्ज़ी: (मुस्कुराते हुए) “अच्छा, मैं कोशिश करता हूँ कि ऐसा कुरता तैयार करूँ जो हर आकार पर ठीक बैठे।”
चाँद: “बहुत धन्यवाद! कुरता बनते ही मुझे बता देना। मैं रात में चुपचाप उसे लेने आ जाऊँगा।”


प्रश्न 2.

अब आप इन संवादों पर कक्षा में शिक्षक की सहायता से अभिनय कीजिए ।


उत्तर:  विद्यार्थी कक्षा में शिक्षक की मदद से इन संवादों का अभिनय करें।


कविता से आगे


प्रश्न 1.
क्या चाँद की तरह आप भी अपनी माँ से किसी वस्तु के लिए हठ करते हैं? आप अपनी माँ को इसके लिए कैसे मनाते हैं?

उत्तर:

कभी–कभी हम चॉकलेट खाने की ज़िद अपनी माँ से कर बैठते हैं। तब हम उन्हें यह कहकर मनाते हैं कि हम चॉकलेट बहुत कम खाएँगे और खाने के बाद ठीक से कुल्ला भी करेंगे, ताकि दाँत खराब न हों। यह सुनकर हमारी माँ मान जाती हैं।

(बच्चे अपने अनुभवों के अनुसार अलग उत्तर भी लिख सकते हैं।)


प्रश्न 2.

आपकी माँ आपको किसी काम के लिए कैसे मनाती हैं?


उत्तर: विद्यार्थी अपने अनुभवों के अनुसार स्वयं उत्तर लिखें।


प्रश्न 3.

गरमी, सर्दी या वर्षा से बचने के लिए आपकी माँ आपको क्या कहती अथवा क्या – क्या करती हैं?


उत्तर: सर्दियों में मेरी माँ मुझे गरम कपड़े पहनाती हैं—स्वेटर, टोपी और मोज़े देती हैं—और समझाती हैं, “बाहर तेज़ ठंड है, स्वेटर पहनकर ही जाना।”


गर्मियों में वह मुझे हल्के सूती कपड़े पहनाती हैं, ठंडा पानी और नींबू पानी देती हैं, और कहती हैं, “धूप में टोपी पहनना और ज़्यादा देर बाहर मत रुकना।”


बरसात के दिनों में माँ मुझे रेनकोट पहनाती हैं या छाता पकड़ाती हैं और सावधान करती हैं, “बारिश में भीगना मत, नहीं तो ठंड लग जाएगी।”


इस तरह माँ हर मौसम में मेरी देखभाल करती हैं और मुझे बीमार होने से बचाती हैं।


सोचिए, समझिए और बताइए


प्रश्न 1.
कविता में चाँद अपनी माँ से बातें कर रहा है। मान लीजिए कि चाँद बोल नहीं सकता। अब वह अपनी माँ को अपनी बात कैसे बताएगा ?

उत्तर:

यदि चाँद बोल न पाए, तो वह अपनी माँ को इशारों के ज़रिए अपनी बात समझा सकता है। इसके अलावा, वह अपनी जरूरतें लिखकर भी बता सकता है।


प्रश्न 2.

मान लीजिए कि चाँद का एक मित्र है जो देख नहीं सकता। चाँद उसे अपने बदलते हुए आकार के बारे में कैसे समझाएगा?


उत्तर: चाँद अपने बदलते आकार को अपने मित्र को किसी वस्तु को छुआकर समझा सकता है। वह अलग–अलग आकारों वाली चीज़ों का स्पर्श कराकर बता सकता है कि हर दिन उसका रूप कैसा दिखाई देता है।


पढ़िए और समझिए


प्रश्न 1.
चाँद के लिए कुरता सिलना एक कठिन कार्य है। इसलिए चाँद की माँ ने उसका कुरता सिलवाने के लिए एक विज्ञापन प्रकाशित किया है। इसे पढ़िए और इसका प्रचार-प्रसार कर चाँद की माँ की सहायता कीजिए-


विज्ञापन


चाँद की माँ की विशेष घोषणा।
क्या आप हैं सबसे कुशल दर्जी ?
क्या आप सिल सकते हैं ऐसा कुरता जो प्रतिदिन बदलते आकार में भी फिट आए?
समस्याः मेरा बेटा चाँद कभी एक अंगुल – भर छोटा तो कभी एक फुट मोटा हो जाता है। उसके लिए एक ऐसा कुरता चाहिए जो हर दिन उसके शरीर में फिट बैठ सके।

आवश्यकता
ऐसा कुरता जो अपने-आप छोटा-बड़ा हो सके
ऊन का मोटा झिंगोला ताकि ठंड से बच सके
यदि कुरता नहीं बन सकता तो भाड़े का भी चलेगा !

पुरस्कार
जो भी दर्ज़ी इस अद्भुत कुरते को सिलने में सफल होगा, उसे मिलेगा विशेष पुरस्कार !
स्थान: चाँद की माँ का घर
संपर्क करें: आकाशवाणी से संदेश भेजें
(शीघ्र आवेदन करें क्योंकि चाँद ठंड से ठिठुर रहा है |)

उत्तर:

विद्यार्थी दिए गए विज्ञापन को पढ़कर चाँद की माँ की मदद करने का प्रयास करें।


प्रश्न 2.

अब एक रोचक विज्ञापन तैयार कीजिए, जिसमें आप अपने लिए कोई वस्तु मँगवा रहे हों।

उत्तर: 


विज्ञापन तैयार कीजिए

आपकी कलाकारी


आइए, चाँद के लिए एक कुरता बनाएँ।
सामग्री: रंगीन कागज, गोंद, कैंची, ग्लिटर, कपड़े के छोटे टुकड़े


बनाने की विधि

बनाने की विधि

  • चाँद का एक बड़ा चित्र बनाइए ।

  • अब अलग-अलग रंगीन कागज या कपड़े के टुकड़ों से चाँद के लिए सुंदर कुरता तैयार कीजिए ।

  • ग्लिटर या सितारों की आकृति बनाकर उसे सजाइए।

  • अब तैयार कुरते को कक्षा में प्रदर्शित कीजिए।


पुस्तकालय एवं अन्य स्रोत


प्रश्न 1.
पुस्तकालय में चाँद, सूरज, तारे, आकाश आदि पर बहुत-सी रोचक, मनोरंजक और ज्ञानवर्धक पुस्तकें अवश्य उपलब्ध होंगी। उन पुस्तकों को ढूँढ़कर पढ़िए और उनके बारे में कक्षा में भी चर्चा कीजिए ।

उत्तर:

विद्यार्थी शिक्षक-शिक्षिका की सहायता से पुस्तकालय से ऐसी पुस्तकें खोजकर पढ़ें और फिर कक्षा में उन पर चर्चा करें।


प्रश्न 2.

अपने शिक्षक, पुस्तकालय प्रभारी और मित्रों की सहायता से चाँद तथा सूरज की बदलती स्थितियों की और भी जानकारी प्राप्त कीजिए। यह भी पता लगाइए कि चंद्र ग्रहण एवं सूर्य ग्रहण कब-कब और क्यों होते हैं। आप अपने माता-पिता या अभिभावक से भी इनके बारे में बात कर सकते हैं।


उत्तर: सूर्य ग्रहण उस समय होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है। इससे सूर्य का प्रकाश कुछ समय के लिए पूरी तरह या आंशिक रूप से पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाता। यह घटना अमावस्या के दिन होती है।

चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच स्थित हो जाती है और उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है। यह घटना पूर्णिमा की रात को होती है।


बूझो तो जानें


बूझो तो जानें

उत्तर:


1. तरबूज

2. हाथ का पंजा


NCERT Solutions Class 5 Hindi Veena Chapter 3 Chaand Ka Kurta (2025-26): पढ़ाई के लिए ज़रूरी टिप्स

NCERT Solutions Class 5 Hindi Veena Chapter 3 Chaand Ka Kurta के जरिए आप कविता के मुख्य विचार और महत्वपूर्ण सवाल-जवाब सीख सकते हैं। नियमित अभ्यास करें ताकि पाठ का आशय अच्छी तरह समझ आ जाए।


Chaand Ka Kurta Class 5 Question Answer समझने के लिए, उदाहरणों और संवादों को ध्यान से पढ़ें। कविता की भाषा और भाव को समझकर अभ्यास प्रश्नों को हल करें, इससे आपकी तैयारी बेहतर होगी।


पाठ को बार-बार Revise करें और परिभाषाएँ व शब्दार्थ अच्छी तरह याद रखें। NCERT Solutions का अभ्यास करके आप परीक्षा में अधिक अंक ला सकते हैं और आत्मविश्वास भी बढ़ा सकते हैं।


FAQs on Class 5 NCERT Solutions for Hindi Chapter 3 Chaand Ka Kurta

1. What are NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 3 Chaand Ka Kurta?

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 3 Chaand Ka Kurta provide stepwise, exam-oriented answers to all textbook questions, helping students build conceptual clarity and exam confidence.

Benefits:

  • Detailed explanations matching NCERT and CBSE marking scheme
  • Exercise-wise answers for quick understanding
  • Revision-friendly, accurate solutions for CBSE 2025–26

2. How do I write stepwise answers for NCERT Class 5 Hindi Chapter 3 to score full marks?

To score full marks in CBSE exams for this chapter, write NCERT answers in a clear, stepwise manner:

  • Start with a brief summary sentence using chapter keywords
  • Address every part of the question sequentially
  • Include definitions or main points as listed in the book
  • Present answers in neat bullet points or numbered steps
  • Use important words from the question and avoid irrelevant details

3. Which questions from Class 5 Hindi Chapter 3 Chaand Ka Kurta are likely to appear in school exams?

Common exam questions from Chaand Ka Kurta include key MCQs, short answers, and long answer topics based on main events and themes.
Examples:

  • Summary or moral of the chapter
  • Character description of Chaand
  • Definition/explanation of key words
  • Questions based on textbook exercises and back exercises

4. Is it necessary to include diagrams or definitions in NCERT Hindi answers for Class 5?

Including definitions and diagrams (if asked) increases your score and shows conceptual clarity:

  • Write precise definitions for key terms
  • Draw and neatly label diagrams if the question requires
  • Follow textbook conventions for diagrams, if any

5. How should I structure long answers for Class 5 Hindi Chapter 3 for better marks?

For long answers in NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 3, follow this structure:

  • Start with a brief introduction using chapter keywords
  • Break the answer into clear paragraphs, each for one idea
  • Highlight key points with bullet lists or numbered steps
  • End with a summarising statement

6. Where can I download the free PDF of Class 5 Hindi Chapter 3 NCERT Solutions?

You can download the free PDF of Class 5 Hindi Chapter 3 NCERT Solutions from trusted educational websites offering exercise-wise, stepwise answers for offline revision.

  • Look for the Class 5 Maths Veena Chapter 3 solution PDF
  • Ensure it is updated for CBSE 2025–26

7. What are the most important topics to revise in NCERT Class 5 Hindi Chapter 3 Chaand Ka Kurta?

The most important topics to revise in Chaand Ka Kurta include:

  • Summary and themes of the chapter
  • Key character roles
  • Main vocabulary words and their meanings
  • Answers to all exercise and back exercise questions

8. How can I avoid common mistakes while answering NCERT Class 5 Hindi Chapter 3 questions?

Avoid common mistakes by:

  • Reading every question carefully before answering
  • Writing accurate, to-the-point answers using textbook keywords
  • Not skipping diagrams or definitions if required
  • Checking spelling and grammatical errors

9. How do step marks and keywords affect scoring in Class 5 Hindi Chapter 3 NCERT answers?

CBSE marking scheme gives step marks for each correct point and uses keywords for full marks:

  • Mention all key points as per the question
  • Underline or highlight chapter keywords if allowed
  • For 3- or 5-mark answers, write in multiple steps
  • Completeness and structure are rewarded

10. Are NCERT Solutions enough for CBSE Class 5 Hindi exams?

NCERT Solutions are usually sufficient for scoring well in Class 5 Hindi exams as they align fully with the CBSE syllabus:

  • Cover all textbook questions and back exercises
  • Match the exam pattern for CBSE 2025–26
  • Help in mastering stepwise answer writing

11. How can I quickly revise NCERT Class 5 Hindi Chapter 3 before exams?

Quick revision can be done by:

  • Reading chapter summary and key points
  • Practicing all NCERT exercise questions
  • Reviewing definitions and important diagrams
  • Attempting 1-day and 3-day revision plans with flash notes