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Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Antra Chapter 4 - Gunge

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Last updated date: 22nd Mar 2024
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MVSAT 2024

CBSE Class 11 Hindi Antra Important Questions Chapter 4 - Gunge - Free PDF Download

Free PDF download of Important Questions with solutions for CBSE Class 11 Hindi Antra Chapter 4 - Gunge prepared by expert Hindi teachers from latest edition of CBSE(NCERT) books.

Study Important Questions Class 11 Hindi Antra Chapter 4 - गूंगे

अति लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                            (1 अंक)

1. बसंता कौन था?

उत्तर: बसंता गूंगे की मालकिन चमेली का बेटा था, जो उसे किसी भी बात के लिए पीट देता था।


2. सुशीला  ने चमेली को गूंगे के व्यवहार के बारे में क्या कहा?

उत्तर: सुशीला ने चमेली को चेतावनी दी थी कि उसे गूंगे को अपने घर में नहीं रखना चाहिए , भला वह क्या काम करेगा ।सुशीला ने बोला इसे रखकर वह पछताएगी।


3. लेखक ने सबसे भयानक आग किसे कहा है?

उत्तर: लेखक के अनुसार सबसे भयानक आग  पेट की  आग है क्योंकि यही एकमात्र ऐसी आग है  जो मनुष्य के मरने के बाद ही शांत हो सकती है।


4. गूंगे के साथ लोगों का व्यवहार कैसा था?

उत्तर: गूंगे के साथ लोग बाकी सामान्य लोगों जैसा व्यवहार नहीं करते थे। गूंगे को  लोग मानव-वेदना के साथ वाला एक जानवर समझते थे और इसीलिए उसके साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया करते थे।


5. शकुंतला, बसंता और चमेली का आपस में क्या रिश्ता था?
उत्तर: शकुंतला और बसंता का आपस में रिश्ता भाई और बहन का था इसके साथ ही चमेली रिश्ते में शकुंतला और बसंता की मां लगती थी।


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                                                     (2 अंक)

6. गूंगा ने इशारा करके मेहनत के बारे में क्या बताया?

उत्तर:  गूंगे ने अपने   साफ और  ईमानदार व्यक्तित्व के बारे में इशारों से ही चमेली को समझा दिया। उसने अपने सीने पर हाथ मारा और इशारा किया कि उसने कभी हाथ फैला कर किसी से भी भीख तक  नहीं मांगी है, और अपनी भुजाओं पर हाथ रखकर  बताया  कि   वह सिर्फ  मेहनत का खाता है।


7. गूंगे के मां-बाप कौन थे?

उत्तर: गूंगे  को बचपन से ही प्यार नहीं मिला । बचपन में  उसके पिता की मृत्यु  होने के कारण उसकी माता उसे  उसी हाल में  अकेला छोड़ कर चली गईं । मां के बारे में गूंगे ने  बताया कि वो घूंघट काढ़ती थी। उसे उसके बुआ और फूफा ने पाला जो उसे प्यार के देने के स्थान पर मारते- पीटते रहते थे।


8. चमेली ने गूंगे को चिमटे से क्यों पीटा?

उत्तर: एक दिन जब गूंगा बिना बताए कहीं चला गया और चमेली के बहुत ढूंढने पर भी नहीं मिला तो चमेली ने देखा कि अचानक से कुछ देर बाद वह खुद लौट आया। चमेली ने उससे पूछा कि वह कहां था लेकिन उसने कुछ नहीं बोला और खाना मांगने लगा इसलिए चमेली ने उसकी पीठ को चिमटे से दाग दिया।


9. चमेली ने क्या चीज पहली बार अनुभव किया था?

उत्तर: चमेली ने पहली बार अनुभव किया कि  गले की   काकल  किसी की ताकत है तो किसी की कमजोरी भी  सकती  है। अगर किसी के गले की  काकल ठीक नहीं है तो इंसान को कितना मजबूर बना देती है। इंसान चाह कर भी अपने हृदय की पीड़ा को  शब्दों में अभिव्यक्त नहीं कर पाता है।


10. गूंगे को चमेली ने मक्कार और बदमाश क्यों कहा?

उत्तर: अब गूंगा रोज रोज भाग जाता था और उसको मानो पत्ते चाटने की आदत  सी हो गई   थी । जगह जगह नौकरी करके भाग जाना उसकी आदत सी बन गई थी।  पहले तो कहता था भीख नहीं मांगता और अब सब से भीख मांगता है। उसकी इन्हीं  सब आदतों से परेशान होकर चमेली ने आवेश में आकर कहा मक्कार -  बदमाश।


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                                                   (3 अंक)

11. गूंगे ने इशारे से अपने बारे में क्या कहानी बताई? 

उत्तर:  मुँह के आगे इशारा करके गूँगे ने बताया- भाग गई। कौन? फिर समझ में आया जब छोटा ही था, तब 'माँ' जो घूँघट काढ़ती थी, छोड़ गई, क्योंकि 'बाप', अर्थात् बड़ी-बड़ी मूँछे मर गया था और फिर उसे पाला है - किसने? यह तो समझ में नहीं आया, पर वे लोग मारते बहुत हैं। इशारे से ही बता दिया किसी ने बचपन में गला साफ़ करने की कोशिश में  काट दिया।सीने पर हाथ मारकर इशारा किया हाथ फैलाकर कभी नहीं माँगा, भीख नहीं लेता', भुजाओं पर हाथ रखकर इशारा किया  'मेहनत का खाता हूँ' और पेट बजाकर दिखाया 'इसके लिए, इसके लिए...'।


12. चमेली और गूंगा दोनों एक साथ क्यों रो पड़े थे? 

उत्तर: एक दिन  जब गूंगा बिना बताए किसी को घर से बाहर निकल गया तो चमेली ने उसे बहुत ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला। तब उसके पति ने कहा कि कहीं  भाग गया होगा तो चमेली ने भी इस बारे में सोचा  कि आखिर क्यूँ गया होगा। लेकिन उसके कुछ देर बाद  गूंगा अपने आप वापिस लौट आया । तब चमेली ने उसे उसके जाने का कारण पूछा और गूंगे ने कुछ नहीं बोला वह शांत  खड़ा रहा तो चमेली ने तैश में आकर गूंगे को चिमटे से बहुत पीटा । लेकिन बाद में चमेली को आत्मग्लानि हुई। उसे अपने किए पर पछतावा  हुआ इस कारण उसकी आंखों से आंसू अपने आप ही निकल पड़े।


13. बसंता ने  गूंगे को क्यों मारा था? 

उत्तर: एक दिन जब गूंगा घर से बाहर किसी को बिन बताए गया तब   घर के  सब  लोग  इसे ढूंढने लगे लेकिन  इसके न मिलने पर  थक हार कर बैठ गए।लेकिन जब रोज रोज वह इसी तरीके  से घर से बाहर जाने लगा  तब बसंता के मन में ख्याल आया कि जब इसे खाना खाना होता है तब तक यह घर पर रहता है और काम के नाम पर यह कहीं और चला जाता है। इस बात से  बसंता गूंगे से बहुत नाराज हुआ और इसलिए जैसे ही उसने गूंगे को  घर लौट कर अपने पास आते हुए  देखा  तब  उसने उसके गाल पर गुस्से से एक जोर से तमाचा मारा।


14. "बसंता बसंता है...गूंगा गूंगा है ..."चमेली के इस कथन को स्पष्ट करिये। 

उत्तर: चमेली के बेटे बसंता ने जब गूंगे को मारा लेकिन  चमेली ने  पुत्र मोह में आकर अपने बेटे को दंडित नहीं किया बाद में जाकर वह इस बात के बारे में सोचने  लगी। उसने सोचा कि गूंगे ने  उसके बेटे पर हाथ सिर्फ इसलिए नहीं उठाया होगा क्योंकि वह मालिक का बेटा है किंतु उसे  मन ही मन थोड़ा  विछोभ भी हुआ । उसके बाद उसे खयाल आया कि जब गूंगे ने उसका हाथ पकड़ा था तो  उसमें उसके  बेटे से कहीं अधिक गुना ताकत ज्यादा थी फिर भी उसने उसके बेटे को हाथ नहीं लगाया। उसे लगा कि गूंगे ने उसका हाथ शायद इसलिए पकड़ा हो कि उसे लगता हो कि उसको दंड देना ही चाहिए लेकिन पुत्र मोह ने उसकी आंखों पर पर्दा डाल दिया,और इसी के  साथ वह बोल पड़ी  . "बसंता बसंता है...गूंगा गूंगा है|


15. चमेली ने गूंगे को  कुत्ते की तरह , सड़क पर रहने के लिए क्यों कहा? 

उत्तर: जब चमेली  कुछ सोच कर गूंगे के लिए रसोई से बासी रोटी लेकर  आई तब गूंगा हँस पड़ा। अगर उसका रोना एक अजीब दर्दनाक आवाज थी तो यह हँसना और कुछ नहीं.. एक अचानक गुर्राहट सी जो चमेली के कानों में बज उठीं। उस अमानवीय स्वर को सुनकर वह घृणा से विक्षुब्ध होकर बोली क्यों रे, तूने चोरी की है?" गूँगा चुप हो गया।चमेली एक बार क्रोध से काँप उठी और देर तक उसकी ओर घूरती रही सोचा मारने से यह ठीक नहीं हो सकता। अपराध को स्वीकार कराने के लिए दंड देना जरूरी है। और फिर रहना हो तो ठीक से रहे, नहीं तो फिर जाकर सड़क पर कुत्तों की तरह जूठन पर जिंदगी बिताए दर-दर अपमानित और लांछित।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न                                                                                 (5 अंक)

16. लेखक ने गूंगे को स्वाभिमानी क्यों कहा है? 

उत्तर: लेखक ने गूंगे को  स्वाभिमानी इसलिए कहा है क्योंकि वह किसी पर निर्भर नहीं था अपनी मेहनत करके अपना पेट का पालन स्वयं करता था ।  एक  बार  जब  उससे चमेली ने उसके काम के बारे में पूछा कि वह क्या करता है तब उसने बताया, कि उसने अनेकों काम कर रखे हैं  जैसे  हलवाई के यहां रात भर लड्डू बनाए हैं ,कड़ाही माँजी  हैं, नौकरी की है, कपड़े   धोए  हैं,  दूसरों के लिए  दूध लेकर  आना,सब्जी लेकर आना और भी...। लेकिन हाथ फैला कर उसने  कभी नहीं मांगा  ।  उसने  इशारे से बताया  कि वह  कभी भीख नहीं लेता  है। हमेशा  अपनी  मेहनत का खाता है।  इस  प्रकार उसने खुद का परिचय दिया जो  हमें साफ साफ  उसके स्वाभिमान होने की तरफ इशारा करता है ।


17. चमेली का स्नेह,  बसंता  और गूंगे के लिए किस तरह अलग है? 

उत्तर: प्रारंभ में गूंगा चमेली के सानिध्य में  अपनी मां की ममता और  प्यार खोजने लगा था । वह  चमेली को  अपनी माँ के  समान  समझने लगा था  । लेकिन  धीरे-  धीरे उसे अहसास भी होने लगा   कि  वह  चमेली  के  जीवन में  क्या  महत्व रखता है। लेकिन उसका शक  उस दिन यकीन में बदल गया जब एक दिन बसंता ने गूंगे पर चोरी का झूठा इल्जाम लगाया गूंगे को लगा कि  चमेली उसका पक्ष लेगी लेकिन चमेली ने गूंगे पर भरोसा नहीं किया और उसे अपने घर से बाहर निकाल दिया । चमेली ने अपने बेटे का पक्ष लिया और यह बात गूंगे को एक तीर की तरह चुभ गई । वह अपनी आंखों में आंसू लेकर एक कोने में खड़ा रहा। वह चमेली के इस पक्षपात भरे व्यवहार से काफी आहत हुआ था और इसी  कारण उसके मन में अब चमेली के लिए तिरस्कार का भाव उत्पन्न हो गया था ।


18. गूंगा अधिकार का भूखा था। टिप्पणी करें। 

उत्तर: गूंगे ने कई बार सांकेतिक भाषा में लोगों को समझाने का प्रयास किया कि उसे अधिकार और  समानता की भूख है ना की किसी की दया या करुणा की। अधिकार या हक प्रेम से उपजता है। चमेली ने उस पर दया दिखाकर अपने साथ रखा था लेकिन गूंगे को लगा कि वह उसे अपना समझती है इसलिए अपने पास रखा और यही उसकी सबसे बड़ी भूल थी। जब चमेली  बसंता का पक्ष लेकर गूंगे के साथ पक्षपात करती है तब गूंगे की आंखों में यह स्पष्ट दिखाई देता है कि उसे तो बस अधिकार की लालसा थी। चमेली की इस भावना से गूंगा बहुत आहत होता है । वह चाहता है कि लोग उसे प्रेम मान सम्मान तथा भाव  दें


19. लेखक  की  यह   कहानी समाज के किस पहलू पर चोट करती नजर आती है? 

उत्तर: लेखक ने इस कहानी के जरिए   संसार  में विभिन्न रूपों मे  छाए उन  मूक  अवसादो, रिवाजों और  दोषित तत्वों   की  तरफ  इशारा किया है। लेखक ने लोगों में एक अलख जगाने की कोशिश की है।  लेखक ने उन लोगों को संदेश दिया है जो घृणित कार्यों  को देखकर कुछ बोलना चाहते हैं लेकिन फिर भी बोल नहीं पाते हैं। न्याय और अन्याय में  भेद करना जानते हुए भी मौन रहते हैं। अपनी आंखों के आगे हो रहे अत्याचार को देखकर भी अंधे बने रहते हैं और  गूँगो की भाँति अपने  मुख से आवाज तक नहीं निकालते। लेखक सोचता है, आज के दिन ऐसा कौन है जो गूंगा नहीं होगा । किसका हदय ,समाज, राष्ट्र , धर्म और व्यक्ति के प्रति घृणा और विद्वेष से नहीं छटपटाताछटपटाता , किंतु फिर भी सब कृत्रिम सुखों के जालों से बाहर नहीं निकल पाते।


20. लेखक रांघेय राघव के जीवन पर प्रकाश डालिए । 

उत्तर: रांघेय राघव का जन्म सन 1932 में आगरा में हुआ था। उनका मूल नाम तिरुमल्लै नंबाकम वीर राघव आचार्य था ,परंतु उन्होंने रांगेय राघव नाम साहित्य-रचना की है। उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से हिंदी में एम. ए. और पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की। 39 वर्ष की उम्र में सन् 1962 में, उनकी अल्पायु में ही मृत्यु हो गई। रांगेय राघव ने साहित्य की विविध विधाओं में रचना की है जिनमें कहानी, उपन्यास, कविता और आलोचना मुख्य हैं। उनके प्रमुख कहानी-संग्रह हैं रामराज्य का वैभव, देवदासी, अधूरी मूरत, इंसान पैदा हुआ। उनके उल्लेखनीय उपन्यास हैं घरौंदा,मुर्दों का टीला,अँधेरे के जुगनू, कब तक पुकारूँ। सन् 1961 में राजस्थान साहित्य अकादमी ने उनकी साहित्य सेवा के लिए उन्हें पुरस्कृत किया।उनकी कहानियों में समाज के शोषित पीड़ित मानव जीवन के यथार्थ का बहुत ही मार्मिक चित्राण मिलता है। उनकी कहानियाँ शोषण से मुक्ति का मार्ग भी दिखाती हैं। सरल और प्रवाहपूर्ण भाषा उनकी कहानियों की विशेषता है।

FAQs on Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Antra Chapter 4 - Gunge

1. Describe the journey of Balmukund Gupt.

Balmukund Gupt did not obtain advanced learning and only completed middle school, yet he amassed vast knowledge on a variety of issues through self-study. He was born in 1865 in Rohtak, Haryana, and died in 1907. Khel tamasha, Shivshambhu ke Chitthe, and others are among his most famous works. He also worked as a journalist for the national daily "Navjagran," writing editorials for Hindustan, Akhbar-e-Chunar, Bharat Mitra, and other publications.

2. What is special about Shiv Shambhu Ke Chitthe?

The following sample is from the author's most famous satirical masterpiece, "Shiv Shambhu Ke Chiththe." This story illustrates the situation of Indians during Viceroy Curzon's reign. In this account, he explains how the so-called progress and innovation that occurred during that period, served only to strengthen Britishers' total rule and to exploit India's riches for the benefit of Englishmen. By merging the weakness of Lord Curzon with the helplessness of Indians, the helplessness and despair of Indians have been shown in a humorous and satirical manner. 

3. Why did the author say that getting separated from someone is a very melancholic experience?

Even though Lord Curzon was never well-received in India, he returned twice as Viceroy. Lord Curzon's exit and the end of his second rule in India are mourned by the writer in this section. He thinks that being separated from someone is incredibly miserable.

Even though India was tormented during his rule and the Indians had no wish for him to return, everyone felt terrible for him when he left. According to the author, India is a place where even animals express regret when they must part ways, therefore feeling sorry for a human's departure is worth all the suffering. Read the detailed explanation of Chapter 4 of Class 11 Hindi Antra on Vedantu app and website.

4. How did Lord Curzon cause a lot of damage to the country?

Lord Curzon promised the Indians great things when he returned. He said that he would make India so prosperous that those who followed after him would not have to work a day in their lives and would live in luxury. His empty words, on the other hand, proved to be fake, and Indians saw this through his theatrics and dramatic speeches.

In the name of India's progress, Lord Curzon wreaked havoc on the country's economy. He tyrannized the press and suffocated its freedom. To his music, all of India's wealthy and influential people danced. He was adamant about not agreeing with India's educated and intelligent population. You can understand Chapter 4 Class 11 Hindi Antra on Vedantu thoroughly and can also download the PDF of important questions free of cost. 

5. How did the writer draw a comparison between Lord Curzon and the dictators of Germany and Russia?

He believes that kings bow when common people plead for their good, but Lord Curzon remained firm in his wrongdoings despite the appeals of ordinary people. According to the author, Lord Curzon is unlikely to feel regret for the disruption he produced as a result of his mistakes. He expects that after Lord Curzon will leave, the country will be restored to its former glory and prosperity. But he is certain that Lord Curzon does not have such a generous heart to wish India and its people well. He can't hope for India to reclaim its former majesty and splendor.