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CBSE Important Questions for Class 9 Hindi Kritika Is Jal Pralay Mein - 2025-26

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Is Jal Pralay Mein Class 9 Extra Questions and Answers Free PDF Download

Vedantu provides Hindi Kritika Important Questions for Chapter 1, 'इस जल प्रलय में.' The chapter "इस जल प्रलय में" by Phanishwar Nath Renu reflects a deep yearning for hope and support during times of crisis. The author uses the metaphor of a devastating flood to depict life's challenges and uncertainties. Through his heartfelt words, he pleads for divine guidance and inner strength to navigate through life's adversities. Through this story of clever thinking, students learn the value of quick decision-making. Download the FREE PDF to access CBSE Class 9 Hindi Kritika Important Questions and ensure comprehensive coverage of every part of the CBSE Class 9 Hindi Syllabus.

Access Class 9 Hindi Chapter 1: Is Jal Pralay Mein (इस जल प्रलय में) Important Questions

Short Answer Questions

  1. प्रश्न: फणीश्वरनाथ रेणु ने "इस जल प्रलय में" में किस घटना का वर्णन किया है?
    उत्तर: लेखक ने सन 1975 में पटना में आई प्रलयंकारी बाढ़ का आँखों देखा हाल प्रस्तुत किया है।

  2. प्रश्न: लेखक के गाँव की भौगोलिक स्थिति कैसी थी?
    उत्तर: लेखक का गाँव ऐसी जगह स्थित था जहाँ कोसी, पनार, महानंदा और गंगा की नदियों की बाढ़ से पीड़ित लोग और पशु शरण लेते थे।

  3. प्रश्न: 1967 की बाढ़ के दौरान राजेंद्रनगर में क्या स्थिति थी?
    उत्तर: 1967 की बाढ़ में पुनपुन नदी का पानी राजेंद्रनगर में घुस गया था। सजे-धजे युवक-युवतियाँ नाव में जल-विहार के लिए निकले थे।

  4. प्रश्न: पटना के आकाशवाणी केंद्र ने क्या घोषणा की?
    उत्तर: आकाशवाणी केंद्र ने घोषणा की कि पानी स्टूडियो की सीढ़ियों तक पहुँच गया है।

  5. प्रश्न: लेखक को 1947 की बाढ़ की कौन-सी घटना याद आई?
    उत्तर: 1947 की बाढ़ में लेखक अपने गुरु जी के साथ दवा और राहत सामग्री लेकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए गए थे।

  6. प्रश्न: बाढ़ के दौरान लोग कैसे व्यवहार कर रहे थे?
    उत्तर: कुछ लोग समाचार सुनकर हँसी-मजाक कर रहे थे, तो कुछ ताश खेल रहे थे और पत्रिकाएँ खरीद रहे थे।

  7. प्रश्न: लेखक को 1949 की महानंदा नदी की बाढ़ में क्या अनुभव हुआ?
    उत्तर: लेखक ने बीमारों को नाव पर चढ़ाकर राहत शिविर में ले जाते समय एक कुत्ते को भी नाव पर चढ़ते देखा।


Long Answer Questions

  1. प्रश्न: लेखक ने पटना की बाढ़ के प्रभाव और प्रकोप का वर्णन कैसे किया है?
    उत्तर: लेखक ने 1975 की पटना की बाढ़ को आँखों देखा हाल प्रस्तुत करते हुए बताया कि कैसे पानी तेजी से पूरे क्षेत्र में फैल रहा था। लोग असहाय होकर भाग रहे थे, चीख-पुकार और कोलाहल मचा हुआ था। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कुछ लोग बाढ़ को गंभीरता से नहीं ले रहे थे और ताश खेल रहे थे या पत्रिकाएँ खरीद रहे थे। इस वर्णन में बाढ़ के विनाश और समाज के विभिन्न व्यवहारों को दिखाया गया है।

  2. प्रश्न: बाढ़ के दौरान पटना के आम लोगों की गतिविधियाँ क्या थीं?
    उत्तर: बाढ़ के दौरान कुछ लोग पान की दुकानों पर खड़े होकर समाचार सुन रहे थे, ताश खेल रहे थे और पत्रिकाएँ खरीद रहे थे। वहीं, राजेंद्रनगर में कुछ युवक-युवतियाँ नाव लेकर जल-विहार करने निकले थे। उनकी यह गतिविधियाँ बाढ़ के प्रति उनकी असंवेदनशीलता और अजीब प्रतिक्रिया को दिखाती हैं।

  3. प्रश्न: लेखक ने 1947 की बाढ़ की घटना का वर्णन क्यों किया है?
    उत्तर: लेखक ने 1947 की बाढ़ की घटना का उल्लेख करके यह दिखाने की कोशिश की कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद करना हमेशा से उनका उद्देश्य रहा है। यह घटना उनके मानवीय दृष्टिकोण और संवेदनशीलता को दर्शाती है।

  4. प्रश्न: "इस जल प्रलय में" में लेखक ने बाढ़ से जुड़ी किस सामाजिक समस्या को उजागर किया है?
    उत्तर: लेखक ने बाढ़ के दौरान लोगों के असंवेदनशील व्यवहार, राहत कार्यों की कमी और आपदा प्रबंधन की अप्रभावीता को उजागर किया है। उन्होंने यह दिखाया है कि लोग बाढ़ के खतरे को गंभीरता से नहीं लेते और कभी-कभी इसे मज़ाक का विषय बना देते हैं।

  5. प्रश्न: लेखक ने बाढ़ के दृश्य का वर्णन कैसे किया है?
    उत्तर: लेखक ने बाढ़ के दृश्य को बड़े ही जीवंत और प्रभावी रूप में प्रस्तुत किया है। उन्होंने बताया कि चारों ओर पानी ही पानी था, जो तेजी से बढ़ रहा था। लोगों की चीख-पुकार, लहरों का नृत्य और कोलाहल से माहौल भयावह हो गया था। यह वर्णन बाढ़ की गंभीरता और उसके विनाशकारी प्रभाव को बखूबी दर्शाता है।


Value-Based Questions

  1. प्रश्न: बाढ़ जैसी आपदाओं से निपटने के लिए समाज को क्या कदम उठाने चाहिए?
    उत्तर: समाज को आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करना चाहिए, लोगों को जागरूक बनाना चाहिए और आपसी सहयोग से राहत कार्यों को संचालित करना चाहिए।

  2. प्रश्न: लेखक ने "इस जल प्रलय में" के माध्यम से क्या संदेश दिया है?
    उत्तर: लेखक ने यह संदेश दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और संकट के समय में लोगों को एकजुट होकर एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।


Points to Remember From Class 9 Hindi Kritika Chapter 1: Is Jal Pralay Mein

  1. Written by Phanishwar Nath Renu, a Hindi writer known for his realistic depictions of rural life.

  2. The story is set in and around Patna during the monsoon season when rivers like Kosi, Punpun, Mahananda, and Ganga flood the region.

  3. The devastation is caused by natural disasters like floods.

  4. The chapter highlights human resilience, societal reactions, and the role of government and relief efforts.

  5. The author’s journey with his teacher is to distribute relief materials.

  6. The varied reactions of society, from apathy to active participation, are highlighted.

  7. The contrast between the seriousness of the flood and the casual behaviour of some individuals.

  8. Natural disasters demand collective responsibility and preparedness.


Benefits of Important Questions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 1: Is Jal Pralay Mein

  • Important Questions provide a clear summary, helping students recall the main points and key ideas without re-reading the whole chapter.

  • They highlight important themes, questions, and ideas, making exam prep faster and more effective.

  • Simplified Important Questions make it easier for students to remember essential details and understand the core message of the chapter.

  • Important Questions offer guidance on framing answers, especially for important questions likely to appear in exams.

  • With concise Important Questions, students can revise quickly, ensuring that they cover all syllabus topics in less time.


Conclusion

"इस जल प्रलय में" by Phanishwar Nath Renu is a vivid portrayal of the devastating flood that struck Patna in 1975. The chapter offers a deep insight into the effects of floods on both individual lives and society as a whole. It also raises important questions about disaster management, societal awareness, and the need for empathy and collective action during times of crisis. To help students understand this chapter better, Vedantu offers a FREE PDF of important questions related to this chapter, which is useful for exam preparation. This PDF is prepared by top experts and master teachers who hold years of experience in dealing with the CBSE curriculum, thus ensuring the accuracy and relevance of the content provided.


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FAQs on CBSE Important Questions for Class 9 Hindi Kritika Is Jal Pralay Mein - 2025-26

1. 'इस जल प्रलय में' कक्षा 9 के लिए किन प्रमुख घटनाओं का उल्लेख किया गया है जो परीक्षा में अक्सर पूछी जाती हैं?

  • लेखक ने सन 1975 की पटना की प्रलयंकारी बाढ़ का आँखों देखा हाल प्रस्तुत किया है, जिसमें समाज के विविध व्यवहार, राहत प्रयासों की स्थिति और मानव संवेदना का परीक्षण हुआ।
  • साथ ही, 1947 और 1949 की पूर्व घटनाओं का भी ज़िक्र है जिससे लेखक की जागरूकता और मानवीय दृष्टिकोण समझ में आता है।

2. परीक्षा में 'इस जल प्रलय में' पाठ से 5-अंकीय प्रश्न किस प्रकार पूछे जा सकते हैं?

  • ‘1975 की बाढ़ में आम लोगों की प्रतिक्रिया’, ‘लेखक के अनुभवों का समाज पर प्रभाव’, या ‘बाढ़ के समय समाज में उत्पन्न मानवीय संवेदना और उदासीनता का तुलनात्मक उल्लेख’ जैसे विश्लेषणपरक प्रश्न 5-अंकों के लिए उपयुक्त हैं।

3. इस पाठ में बाढ़ से संबंधित कौन-से ऐसे सामाजिक मुद्दे हैं जो बोर्ड परीक्षाओं में पूछे जा सकते हैं?

  • राहत कार्यों की कमी, समाज की असंवेदनशीलता, आपदा प्रबंधन का अभाव, और संकट के समय सहयोग भावना की आवश्यकता इस पाठ के मुख्य सामाजिक मुद्दे हैं।

4. फणीश्वरनाथ रेणु ने वर्ष 1975 की बाढ़ का वर्णन किस विशेष दृष्टिकोण से किया है? (महत्वपूर्ण प्रश्न)

  • लेखक ने आँखों देखा हाल के रूप में बाढ़ के दृश्य, लोगों की प्रतिक्रियाएँ, सरकारी घोषणा तथा तत्कालीन सामाजिक परिवेश का जीवंत वर्णन किया है।

5. 'इस जल प्रलय में' पाठ का परीक्षा दृष्टिकोण से केंद्रीय संदेश क्या है?

  • प्राकृतिक आपदाएँ सभी को समान रूप से प्रभावित करती हैं और संकट में एकजुटता, मानवीयता तथा संवेदना का होना अत्यंत आवश्यक है।

6. कक्षा 9 हिंदी क्रितिका चैप्टर 1 से बोर्ड परीक्षा के लिए High Order Thinking Skills (HOTS) पर आधारित संभावित प्रश्न कौन-कौन से हैं?

  • ‘अगर राहत सहायता समय पर नहीं पहुँचती तो समाज पर क्या प्रभाव पड़ सकता था?’
  • ‘लेखक का नदियों के साथ जोडा़ विभिन्न पीढ़ियों के अनुभवों में किस प्रकार झलकता है?’

7. इस पाठ के अनुसार बाढ़ की आपदा के दौरान लोगों की सोच तथा व्यवहार में क्या विविधताएँ देखने को मिलती हैं?

  • कुछ लोग गंभीरता से बचाव और राहत कार्य करते हैं, वहीं कुछ लोग बाढ़ को आम घटना या मनोरंजन मानकर ताश खेलते या पत्रिका खरीदते दिखाए गए हैं।

8. 'इस जल प्रलय में' पाठ में नदियों की भूमिका कौन-कौन-सी घटनाओं में दर्शाई गई है?

  • कोसी, पनार, महानंदा और गंगा नदियों द्वारा क्षेत्र में बार-बार बाढ़ आना, गाँव के लोगों और पशुओं का शरण लेना, और इन नदियों की बाढ़ से समाज के विविध अनुभव पाठ में दर्शाए गए हैं।

9. 'इस जल प्रलय में' पाठ से किस तरह के तथ्यात्मक प्रश्न परीक्षा में पूछे जा सकते हैं? (2/3 अंक)

  • पाठ की विधा, लेखक का नाम, वर्णित प्रमुख वर्ष (1975, 1947, 1949), और सरकार द्वारा की गई घोषणा जैसे तथ्यात्मक प्रश्न पूछे जा सकते हैं।

10. पाठ के अनुसार, आपदा प्रबंधन की दिशा में समाज को क्या कदम उठाने चाहिए? (Frequently Asked)

  • आधुनिक आपदा प्रबंधन तंत्र मजबूत करना, लोगों में जागरूकता बढ़ाना, और सभी का मिलकर सहयोगी रवैया रखना–ये प्रमुख कदम हैं जो पाठ के उत्तरदायित्वपूर्ण निष्कर्ष में बताए गए हैं।

11. पाठ 'इस जल प्रलय में' और समकालीन समाज में आपदा की चुनौतियों की तुलना कर HOTS आधारित उत्तर दें।

  • पाठ में जिस प्रकार राहत, व्यवस्थाओं की कमी और लोगों के विविध व्यवहार को दर्शाया गया है, वैसी ही समस्याएँ आज भी देखने को मिलती हैं। जागरूकता, अनुशासन एवं सरकारी सक्रियता आज के समय में भी उतनी ही महत्त्वपूर्ण है।

12. परीक्षा की दृष्टि से 'रिपोर्ताज' विधा के मुख्य तत्त्व इस पाठ में कैसे प्रकट होते हैं?

  • वास्तविक अनुभव, स्थान-काल का सूक्ष्म विवरण, प्रत्यक्षदर्शी के रूप में लेखक की भूमिका तथा घटनाओं का सामाजिक प्रभाव, इन बिंदुओं के आधार पर 'रिपोर्ताज' विधा सशक्त रूप से दिखाई देती है।

13. कक्षा 9 हिंदी बोर्ड में इस पाठ से पूछे जा सकने वाले संभावित Blind Spot प्रश्न कौन-से हैं?

  • ‘1949 की बाढ़ में नाव पर कुत्ते को चढ़ाने का उल्लेख क्यों है?’
  • ‘पटना के आकाशवाणी केंद्र की घोषणा का पाठ्य संदेश क्या है?’

14. 'इस जल प्रलय में' पाठ से छात्र कौन-कौन सी प्रमुख मूल्य सीख सकते हैं? (Student Utility)

  • मानवीय संवेदना, आपदा के समय सकारात्मक सोच, सामाजिक सहयोग, और कठिन परिस्थितियों में नेतृत्व की भावना

15. चैप्टर 1 'इस जल प्रलय में' का परीक्षा व महत्वपूर्ण प्रश्नों की तैयारी के लिए सारांश बताएं।

  • भयावह बाढ़ के बीच मानवीय सहयोग, समयबद्ध निर्णय, और सामाजिक उत्तरदायित्व पाठ के मूल तत्व हैं, जिनकी समझ परीक्षा की दृष्टि से आवश्यक है।