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CBSE Important Questions for Class 6 Hindi Vasant Naadan Dost - 2025-26

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CBSE Important Questions for Class 6 Hindi Vasant Naadan Dost - 2025-26

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Study Important Questions for Class 6 Hindi Vasant पाठ ३ - नादान दोस्त

अति लघु उत्तरीय प्रश्न:     (1 अंक) 

1. केशव की बहन का नाम क्या था?

उत्तर: केशव की बहन का नाम श्यामा था।


2. चिड़िया अंडे को सेना क्यों छोड़ दिया था?

उत्तर: चिड़िया के अंडे को यदि कोई दूसरा इंसान या जानवर छू ले तो वह उसको सेती नहीं है।


3. अंडा कितने बजे टूटा था?

उत्तर: अंडा करीब 4:00 बजे टूटा था।


4. चिड़िया ने कितने अंडे दिए थे?

उत्तर: चिड़िया ने तीन अंडे दिए थे।


5. कहानी ‘नादान दोस्त‘ के लेखक कौन हैं?

उत्तर: कहानी ‘नादान दोस्त‘ के लेखक मुंशी प्रेमचंद जी हैं।


लघु उत्तरीय प्रश्न:       (2 अंक)

6. श्यामा क्यों रोने लगी थी?

उत्तर: केशव ने श्यामा को अंडा देखने नहीं दिया तो यह बात श्यामा को इतनी बुरी लगी कि वह रोने लगी।


7. केशव को देखते ही चिड़िया क्यों उड़ गई थी?

उत्तर: केशव कार्निस पर चढ़ा तो चिड़िया केशव को देखकर डर गई और अपने बच्चों को छोड़ कर उड़ गई।


8. केशव और उसकी बहन के सामने चारे की क्या मुसीबत आई थी?

उत्तर: बेचारी चिड़िया इतना दाना कहां से जुटा पाएगी वह तो भूखों मर जाएगी इसी सवाल से दोनों भाई -बहन परेशान थे।


9. कार्निस पर चढ़ने के लिए क्या व्यवस्था करनी पड़ी थी?

उत्तर: कार्निस पर चढ़ने के लिए केशव ने टेबल और नहाने की चौकी का इस्तेमाल किया था।


10. छाँव देने के लिए किस तरह की चांदनी का उपयोग केशव और उसकी बहन ने किया?

उत्तर: केशव और उसकी बहन ने कूड़ा फेंकने वाली टोकरी से चिड़िया के लिए छत और चांदनी की व्यवस्था की।


लघु उत्तरीय प्रश्न:     (3 अंक) 

11. केशव और श्यामा के मन में कैसे -कैसे सवाल उठते थे?

उत्तर: दोनों भाई बहन के मन में काफी सारे सवाल उठते थे जैसे कि वह क्या खाते होंगे? अंडे कितने बड़े और किस रंग के होंगे? और घोंसला कैसा होगा?सबसे अहम सवाल यह था कि उनके अंडों को कैसे सुरक्षित रखा जाए।


12. श्यामा को अंडा ना दिखाने पर, केशव के साथ क्या करने को कहा था?

उत्तर: केशव ने जब श्यामा को अंडा दिखाने से मना कर दिया तो इस बात से नाराज होते हुए श्यामा बोली कि मैं सारी बात माँ को बता दूंगी।


13.  माँ ने केशव को क्या समझाया?

उत्तर: माँ ने केशव को समझाया कि यदि चिड़िया के अंडे कोई अन्य व्यक्ति या जानवर छू ले तो वह उसको सेती नहीं हैं।


14. अंडे के लिए गद्दी किस चीज की बनाई गई थी?

उत्तर: केशव के मन में ख्याल आया कि अंडे बेचारे नीचे तिनके पर पड़े हुए हैं तो उसने श्यामा की पुरानी धोती के एक टुकड़े को कई तह कर के अंडों के लिए गद्दी बनाई थी।


15. केशव अपनी बहन के किस सवाल का जवाब नहीं दे पाया था?

उत्तर: श्यामा ने जब केशव से पूछा कि “चिड़िया अपने बच्चों को क्या खिलाएगी “? तो केशव इस सवाल का जवाब श्यामा को नहीं दे पाया था।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न:       (5 अंक)

16. केशव की बहन को क्यों लगा कि उसका भाई बहुत होशियार है?

उत्तर: कूड़ा फेंकने वाली टोकरी जिससे घोसले पर छत बनानी थी उस में सुराख था जब श्यामा ने केशव से कहा कि इससे तो धूप आएगी तब केशव ने कागज की पुड़िया बना कर सुराख को बंद कर दिया।यह देखकर शाम को लगा कि उसका भाई बहुत होशियार है।


17. केशव ने जब पहली बार कार्निस देखा तो वहां क्या-क्या पढ़ा हुआ था?

उत्तर: केशव टेबल और नहाने की चौकी का इस्तेमाल कर के  कार्निस पर चढ़ा तो उसने वहा देखा कि चिड़िया और उसके तीनों अंडे ऐसे ही धूप में पड़े हुए थे।थोड़े बहुत घास के तिनको पर अंडे नीचे ऐसे ही पड़े हुए थे। यह देख कर उसको दया आ गई और उसने उनके लिए गद्दी बनाने की सोची और घोसले पर छांव किस तरह से हो इसके बारे में योजना बनाई।


18. चिड़िया के लिए दोनों ने क्या-क्या किया?

उत्तर: चिड़िया को आराम देने के लिए दोनों भाई बहन ने खाने के लिए चावल के दानों का प्रबंध किया और धूप से बचाने के लिए कूड़ा फेंकने वाली टोकरी से उनके घोसले पर छत बनाई।पीने के पानी के लिए एक प्याला रखा।जो अंडे ऐसे ही नीचे पड़े हुए थे उनके लिए पुरानी धोती के कपड़े से गद्दी बनाई।चिड़िया और उनके अंडों के लिए दोनों ने बहुत मेहनत की।


19. श्यामा ने मां से कौन सी बात छुपाई थी? और क्यों छुपाई थी?

उत्तर: श्यामा  और केशव के बीच सहमति हुई थी कि केशव उसे भी अंडे देखने देगा।मगर केशव ने ऐसा नहीं किया तो श्यामा आँखों में आँसू लिए केशव से बोली कि चोरी-छिपे जो काम तुम चिड़िया के लिए कर रहे हो वह सब काम वह माँ को बता देगी।मगर वह जानती थी कि माँ केशव की पिटाई करने लगेगी इस डर से उसने यह बात अपनी मां को नहीं बताई।


20. केशव की माँ को किस बात पर हँसी आ गई थी?

उत्तर: चिड़िया ने अंडे को गिराकर फोड़ दिया था यह बात जब केशव से उसकी माँ ने पूछी कि सच बता “तूने तो कुछ नहीं किया “? तो केशव रोनी सूरत बनाकर अपनी माँ से बोला कि उसने कुछ नहीं किया सिर्फ अंडों को तिनको से उठाकर धोती से बनी गद्दी पर रख दिया था।

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FAQs on CBSE Important Questions for Class 6 Hindi Vasant Naadan Dost - 2025-26

1. सीबीएसई कक्षा 6 की परीक्षा 2025-26 के लिए 'नादान दोस्त' पाठ से कौन-से प्रश्न महत्वपूर्ण हैं?

वर्ष 2025-26 की परीक्षा के लिए, 'नादान दोस्त' पाठ से निम्नलिखित विषयों पर प्रश्न अपेक्षित हैं:

  • केशव और श्यामा के चरित्र का विश्लेषण।
  • कहानी का केंद्रीय संदेश या सीख।
  • बच्चों द्वारा अंडों की रक्षा के लिए किए गए प्रयास और उनके परिणाम।
ये प्रश्न आमतौर पर लघु उत्तरीय (2 अंक) और दीर्घ उत्तरीय (3-5 अंक) के रूप में पूछे जाते हैं।

2. केशव और श्यामा ने चिड़िया के अंडों की सुरक्षा के लिए क्या-क्या प्रबंध किए?

केशव और श्यामा ने अपनी नादानी में अंडों की सुरक्षा के लिए तीन मुख्य प्रबंध किए:

  • धूप से बचाने के लिए: उन्होंने कचरा फेंकने वाली टोकरी को एक टहनी से टिकाकर अंडों के ऊपर छाया की।
  • आरामदायक बनाने के लिए: उन्होंने अंडों के नीचे रखने के लिए कपड़े की एक मुलायम गद्दी बनाई।
  • भोजन का प्रबंध करने के लिए: उन्होंने एक प्याली में थोड़ा पानी और चावल के कुछ दाने अंडों के पास रख दिए।

3. केशव और श्यामा को 'नादान दोस्त' क्यों कहा गया है? कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।

केशव और श्यामा को 'नादान दोस्त' इसलिए कहा गया है क्योंकि वे चिड़िया की मदद तो करना चाहते थे, पर उन्हें इसका सही तरीका नहीं पता था। उन्होंने दोस्ती और अच्छी भावना से अंडों को छुआ, उनके लिए भोजन-पानी रखा, लेकिन उनकी इसी नादानी और अज्ञानता के कारण चिड़िया ने अंडों को गंदा समझकर गिरा दिया। इस प्रकार, वे दोस्त होते हुए भी अनजाने में दुश्मन बन गए। यही इस कहानी का केंद्रीय भाव है, इसलिए यह शीर्षक पूरी तरह सार्थक है।

4. "नादान दोस्त" कहानी से हमें प्रकृति और जानवरों के प्रति कैसा व्यवहार करने की सीख मिलती है?

यह कहानी हमें सिखाती है कि जानवरों और प्रकृति की मदद करने के लिए केवल अच्छी नीयत ही काफी नहीं है, बल्कि सही जानकारी होना भी अत्यंत आवश्यक है। हमें यह समझना चाहिए कि जानवरों को इंसानी हस्तक्षेप पसंद नहीं होता। उनकी सच्ची मदद इसी में है कि हम उन्हें उनके प्राकृतिक परिवेश में बिना छेड़े रहने दें। किसी भी जीव की मदद करने से पहले उसके स्वभाव और जरूरतों को समझना महत्वपूर्ण है।

5. परीक्षा में 'नादान दोस्त' पाठ से 5 अंकों के मूल्यपरक प्रश्न का उत्तर कैसे लिखना चाहिए?

5 अंकों के मूल्यपरक प्रश्न का उत्तर लिखने के लिए, इन चरणों का पालन करें:

  • भूमिका: उत्तर की शुरुआत कहानी के मुख्य संदेश (जैसे - अज्ञानता में किया गया काम नुकसानदायक होता है) से करें।
  • मुख्य भाग: कहानी की प्रमुख घटनाओं का उदाहरण दें, जैसे बच्चों का अंडों के लिए दाना-पानी रखना और छाया करना। बताएं कि ये काम अच्छी भावना से किए गए थे।
  • विश्लेषण: समझाएं कि कैसे सही जानकारी के अभाव में उनके अच्छे काम का परिणाम बुरा हुआ।
  • निष्कर्ष: अंत में कहानी से मिली सीख को स्पष्ट रूप से लिखें, जैसे - हमें दूसरों की मदद पूरी जानकारी के साथ करनी चाहिए।

6. केशव और श्यामा के चरित्र में क्या मुख्य अंतर थे? कहानी की घटनाओं के लिए कौन अधिक जिम्मेदार था?

केशव और श्यामा दोनों ही जिज्ञासु और मासूम थे, लेकिन उनके चरित्र में कुछ मुख्य अंतर थे। केशव उम्र में बड़ा होने के कारण अधिक साहसी और योजनाओं का नेतृत्व करने वाला था। अंडों को छूने और उनकी 'रक्षा' करने के सारे मुख्य विचार उसी के थे। वहीं, श्यामा छोटी थी और ज़्यादातर केशव के निर्देशों का पालन करती थी, हालांकि वह मन ही मन डरती भी थी और सवाल भी पूछती थी। घटनाओं के लिए केशव को अधिक जिम्मेदार माना जा सकता है क्योंकि सारे निर्णय उसी ने लिए, लेकिन श्यामा भी बराबर की भागीदार थी क्योंकि उसने इन कार्यों में उसका पूरा साथ दिया।

7. माँ के पूछने पर केशव भीगी बिल्ली बनकर क्यों खड़ा रह गया?

जब माँ ने टूटे हुए अंडे देखे और केशव से पूछा, तो वह भीगी बिल्ली बनकर इसलिए खड़ा रह गया क्योंकि उसे अपनी गलती का अहसास हो गया था। उसे डर था कि अगर वह सच बताएगा कि उसने अंडों को छुआ था, तो माँ उसे बहुत मारेंगी। वह अपराध-बोध और पिटाई के डर से चुपचाप खड़ा रहा और कोई जवाब नहीं दे सका।

8. बच्चों के अच्छे इरादों का परिणाम विनाशकारी क्यों हुआ? इस कहानी का केंद्रीय विरोधाभास क्या है?

बच्चों के अच्छे इरादों का परिणाम विनाशकारी इसलिए हुआ क्योंकि उनके कार्य अज्ञानता पर आधारित थे। वे यह नहीं जानते थे कि यदि इंसान पक्षियों के अंडों को छू ले, तो पक्षी उन्हें दोबारा नहीं सेते (पालते)। कहानी का केंद्रीय विरोधाभास यही है कि 'मदद करने का प्रयास' ही 'नुकसान का कारण' बन गया। जो कार्य वे अंडों की रक्षा और आराम के लिए कर रहे थे, उन्हीं कार्यों ने अनजाने में उनके विनाश की भूमिका तैयार कर दी। यह दर्शाता है कि कर्म के पीछे की भावना के साथ-साथ कर्म की सही विधि का ज्ञान होना भी आवश्यक है।