CBSE Important Questions for Class 6 Hindi Vasant Jo Dekh Kar Bhi Nahi Dekhte - 2025-26
FAQs on CBSE Important Questions for Class 6 Hindi Vasant Jo Dekh Kar Bhi Nahi Dekhte - 2025-26
1. कक्षा 6 हिंदी पाठ 'जो देखकर भी नहीं देखते' से परीक्षा में कौन-से महत्वपूर्ण प्रश्न आ सकते हैं?
इस पाठ से 2025-26 की परीक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण प्रश्न बन सकते हैं। आम तौर पर, यहाँ से लघु उत्तरीय प्रश्न (2-3 अंक) और मूल्य-आधारित प्रश्न (HOTS) पूछे जाते हैं। छात्रों को तैयारी करनी चाहिए:
लेखिका हेलेन केलर की प्रकृति के प्रति संवेदना।
पाठ के शीर्षक की सार्थकता।
'देखने' और 'महसूस करने' के बीच का अंतर।
प्रकृति के विभिन्न उपादानों का वर्णन जो लेखिका को आनंद देते थे।
2. 'जो देखकर भी नहीं देखते' पाठ का शीर्षक सार्थक क्यों है? यह एक अपेक्षित प्रश्न क्यों माना जाता है?
यह शीर्षक इसलिए सार्थक है क्योंकि यह पाठ के केंद्रीय भाव को दर्शाता है। लेखिका, जो देख नहीं सकतीं, मानती हैं कि जिन लोगों के पास आँखें हैं, वे वास्तव में बहुत कम देखते हैं। वे प्रकृति की सुंदरता और उसके छोटे-छोटे चमत्कारों को नजरअंदाज कर देते हैं। यह शीर्षक एक कटाक्ष है उन लोगों पर जो अपनी दृष्टि क्षमता का पूरा उपयोग नहीं करते। यह एक अपेक्षित प्रश्न है क्योंकि यह छात्रों की पाठ की गहरी समझ का मूल्यांकन करता है।
3. लेखिका हेलेन केलर के अनुसार, प्रकृति का जादू क्या है और इसे कैसे महसूस किया जा सकता है?
हेलेन केलर के अनुसार, प्रकृति का जादू उसके हर कण में छिपा है। यह जादू है:
भोज-पत्र के पेड़ की चिकनी छाल और चीड़ की खुरदरी छाल को छूना।
बसंत में खिली नई कलियों की पंखुड़ियों की मखमली सतह को महसूस करना।
बहते हुए झरने के पानी में उंगलियाँ डालकर उसके प्रवाह को अनुभव करना।
चिड़ियों के मधुर संगीत को सुनना।
लेखिका के अनुसार, इस जादू को केवल आँखों से नहीं, बल्कि स्पर्श और अन्य इंद्रियों से गहराई से महसूस किया जा सकता है।
4. इस पाठ से 3-अंकीय प्रश्न का उत्तर लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
'जो देखकर भी नहीं देखते' पाठ से 3-अंकीय प्रश्न का उत्तर लिखते समय, छात्रों को इन बातों पर ध्यान देना चाहिए:
उत्तर को स्पष्ट और संक्षिप्त रखें, लगभग 40-50 शब्दों में।
सीधे प्रश्न का उत्तर दें और भूमिका में समय बर्बाद न करें।
उत्तर में पाठ से कम से कम एक उदाहरण अवश्य शामिल करें, जैसे भोज-पत्र की छाल या फूलों की पंखुड़ियों का जिक्र।
लेखिका के दृष्टिकोण को सही ढंग से प्रस्तुत करें।
इन बिंदुओं का पालन करने से पूरे अंक मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
5. लेखिका अपनी मित्र की परीक्षा क्यों लेती हैं, और मित्र के जवाब से उन्हें निराशा क्यों होती है?
लेखिका यह जानने के लिए अपनी मित्र की परीक्षा लेती हैं कि वह जंगल में घूमकर क्या-क्या देखकर आई हैं। उन्हें यह परखना था कि क्या उनकी मित्र ने प्रकृति को सच में गहराई से देखा है। उन्हें निराशा इसलिए होती है क्योंकि उनकी मित्र का जवाब था कि "कुछ खास नहीं"। यह सुनकर लेखिका को आश्चर्य होता है कि कोई भी व्यक्ति एक घंटा जंगल में बिताने के बाद भी कैसे कह सकता है कि उसने कुछ विशेष नहीं देखा।
6. "जिन लोगों की आँखें होती हैं, वे सचमुच बहुत कम देखते हैं।" - इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए। यह परीक्षा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
इस पंक्ति का आशय यह है कि दृष्टि रखने वाले लोग अक्सर अपने आसपास की दुनिया की सुंदरता और बारीकियों के प्रति उदासीन होते हैं। वे चीजों को देखते तो हैं, पर उन्हें महसूस नहीं करते। वे इसे एक साधारण बात मानकर महत्व नहीं देते। इसके विपरीत, लेखिका दृष्टिहीन होकर भी स्पर्श से प्रकृति के हर बदलाव को महसूस करती हैं। यह पंक्ति परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पाठ का मूल संदेश है और इससे जुड़े प्रश्न छात्रों की विश्लेषणात्मक क्षमता को जाँचते हैं।
7. हेलेन केलर बिना देखे भी सब कुछ कैसे देख लेती थीं? पाठ के आधार पर समझाएँ।
हेलेन केलर अपनी दृष्टि न होने के बावजूद अपनी अन्य इंद्रियों, विशेषकर स्पर्श की भावना, का उपयोग करके सब कुछ 'देख' लेती थीं। वह अपनी उंगलियों से फूलों की पंखुड़ियों की बनावट, पेड़ों की छाल की चिकनाहट या खुरदरापन और पानी के बहाव को महसूस करती थीं। उनके लिए यही सच्चा देखना था, जो केवल सतह को देखने से कहीं अधिक गहरा और आनंददायक था। वे चीजों को मन की आँखों से देखती और महसूस करती थीं।




















