Important Questions Class 8 Hindi Durva Chapter 7
FAQs on Important Questions Class 8 Hindi Durva Chapter 7
1. 'उठ किसान ओ' कविता के कवि कौन हैं और इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
CBSE कक्षा 8 की हिंदी दूर्वा पाठ्यपुस्तक में शामिल 'उठ किसान ओ' कविता के कवि त्रिलोचन हैं। इस कविता का मुख्य संदेश किसानों को उनकी शक्ति का एहसास दिलाना, उन्हें शोषण के विरुद्ध जागृत करना और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने हेतु प्रेरित करना है।
2. 'उठ किसान ओ' कविता का केंद्रीय भाव अपने शब्दों में लिखिए। (3-अंक का महत्वपूर्ण प्रश्न)
'उठ किसान ओ' कविता का केंद्रीय भाव किसानों को जगाना और उन्हें कर्म के लिए प्रेरित करना है। कवि बादलों, हवा और प्रकृति का आह्वान करते हुए किसान से कहता है कि अब आलस्य का समय नहीं है। सावन के बादल घिर आए हैं, जो उसके खेतों के लिए जीवनदायिनी वर्षा लाएँगे। यह कविता किसान के अथक परिश्रम, प्रकृति से उसके गहरे जुड़ाव और एक नई, आशावादी शुरुआत का प्रतीक है।
3. कविता में किसान के जीवन का चित्रण किस प्रकार किया गया है?
कविता में किसान के जीवन को संघर्षपूर्ण दिखाया गया है। वह प्रकृति की अनिश्चितताओं और सामाजिक उपेक्षा से घिरा है। इसके बावजूद, कवि उसे एक अन्नदाता के रूप में चित्रित करता है, जिसका श्रम पूरे समाज के अस्तित्व के लिए आवश्यक है। कविता उसे एक जागरूक और शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में उभरने का आह्वान करती है जो अपनी नियति स्वयं लिख सकता है।
4. शीतल पुरवाई किसानों के लिए क्या शुभ संदेश लेकर आई है?
शीतल पुरवाई (पूर्व से चलने वाली ठंडी हवा) किसानों के लिए यह शुभ संदेश लेकर आई है कि अनुकूल मौसम आ गया है। यह सुखद हवा इस बात का संकेत है कि अब वर्षा होगी, जो सूखी धरती की प्यास बुझाएगी और फसलों की वृद्धि में सहायक होगी। यह किसान के मन में आशा और उल्लास का संचार करती है।
5. कवि किसानों को एकजुट होने के लिए क्यों प्रेरित करता है? 'उठ किसान ओ' कविता के आधार पर बताइए।
कवि किसानों को एकजुट होने के लिए इसलिए प्रेरित करता है क्योंकि एकता में ही शक्ति है। कविता के अनुसार, किसान अक्सर अकेला और शोषित महसूस करता है। यदि सभी किसान मिलकर अपने अधिकारों की माँग करेंगे, तो उनकी आवाज़ को अनसुना नहीं किया जा सकेगा और वे सामाजिक व आर्थिक शोषण से मुक्त हो सकेंगे। एकजुटता ही उनकी बेहतर स्थिति और सम्मान का मार्ग प्रशस्त करेगी।
6. 'उठ किसान ओ' कविता में प्रकृति के किन उपादानों का वर्णन है और वे किसान को कैसे प्रेरित करते हैं?
'उठ किसान ओ' कविता में प्रकृति के कई उपादानों का सुंदर वर्णन है जो किसान को प्रेरित करते हैं:
- सावन के बादल: ये किसान के सच्चे साथी के रूप में चित्रित हैं, जो वर्षा लाकर उसकी समृद्धि का मार्ग खोलते हैं।
- पुरवाई (पूर्वी हवा): यह एक दूत की तरह है जो शुभ संदेश लेकर आती है और किसान को काम पर लगने के लिए जगाती है।
- हरी-भरी धरती: यह किसान के कठोर श्रम के परिणाम और खुशहाली का प्रतीक है।
7. कविता का शीर्षक 'उठ किसान ओ' क्यों रखा गया है? इसकी सार्थकता पर प्रकाश डालिए।
इस कविता का शीर्षक 'उठ किसान ओ' अत्यंत सार्थक और सटीक है। यह केवल एक साधारण संबोधन नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली आह्वान है। यहाँ 'उठ' शब्द का अर्थ केवल नींद से जागना नहीं है, बल्कि अज्ञानता, निराशा, और शोषण के विरुद्ध जागृत होना है। यह शीर्षक सीधे किसान को संबोधित करके उसे अपनी स्थिति को बदलने के लिए सक्रिय होने की प्रेरणा देता है, जो कविता के मूल उद्देश्य को पूरी तरह स्पष्ट करता है।
8. CBSE 2025-26 परीक्षा के दृष्टिकोण से 'उठ किसान ओ' कविता के कौन से अंश महत्वपूर्ण हैं?
CBSE 2025-26 परीक्षा के लिए, 'उठ किसान ओ' कविता के निम्नलिखित अंश विशेष रूप से महत्वपूर्ण माने जा सकते हैं:
- प्रथम और द्वितीय पद: इनमें कवि किसान को जगाता है और सावन के बादलों के आगमन का वर्णन करता है। यह कविता के मुख्य संदेश की नींव रखता है।
- अंतिम पद: इसमें किसान को अपनी शक्ति पहचानने और भविष्य को सँवारने के लिए प्रेरित किया गया है।
9. क्या 'उठ किसान ओ' कविता में व्यक्त किसानों की समस्याएँ आज भी प्रासंगिक हैं? अपने विचार लिखिए।
हाँ, 'उठ किसान ओ' कविता में व्यक्त किसानों की समस्याएँ और भावनाएँ आज भी काफी हद तक प्रासंगिक हैं। यद्यपि समय के साथ तकनीक और नीतियां बदली हैं, फिर भी किसान आज भी मौसम की अनिश्चितता, फसलों का उचित मूल्य न मिलना, और कर्ज जैसी समस्याओं से जूझते हैं। यह कविता आज भी किसानों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने और संगठित होकर अपनी आवाज़ बुलंद करने के लिए प्रेरित करती है।





















