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Important Questions Class 6 Hindi Durva Chapter 21

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Important Questions Class 6 Hindi Durva Chapter 21

Curious about the story of Angulimal and the lesson it teaches? In Important Questions Class 6 Hindi Durva Chapter 21, you’ll find all the key questions and answers that help you understand the chapter easily. Explore how Angulimal, a feared bandit, transforms after meeting Mahatma Buddha and learn what makes this chapter important for your exams.


If you ever get stuck with new words, meanings, or the message of the story, these questions are perfect to clear any confusion. You’ll also find short, long, and tricky questions just like those asked in your Hindi exams. Want more help with your syllabus? Check out the full Class 6 Hindi Syllabus on Vedantu.


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Study Important Questions for Class 6 Hindi Durva Chapter 6 – अंगुलिमाल

अति लघु उत्तरीय प्रश्न: (1 अंक)

1. निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची बताये। 

जंगल, निर्दयी 

उत्तर: दिए गए शब्दों के पर्यायवाची हैं:

जंगल - विपिन

निर्दयी - निष्ठुर


2. निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द बताये। 

धैर्य, गुस्सा

उत्तर: दिए गए शब्दों के विलोम शब्द हैं:

धैर्य - अधैर्य 

गुस्सा - हर्ष 


3. निम्लिखित शब्दों के अर्थ बताये। 

स्वागत 

घृणा 

उत्तर: दिए गए शब्दों का अर्थ है:

स्वागत - अभिनंदन करना 

घृणा - नफ़रत करना 


4. अंगुलिमाल कहाँ रहता था?

उत्तर: अंगुलिमाल जंगल में रहता था और वह एक डाकू था। 


5. बुद्ध कौन थे?

उत्तर: बुद्ध जंगल से गुज़र रहे एक महात्मा थे। 


लघु उत्तरीय प्रश्न: (2 अंक)

6. अंगुलिमाल कैसे स्वाभाव का था?

उत्तर: अंगुलिमाल बहुत निर्दयी था। अपने इस स्वाभाव के कारण जो भी जंगल से आता-जाता था वह उसे मार देता था। 


7. जंगल में रहने वाले डाकू अंगुलिमाल से सब क्यों डरते थे?

उत्तर: अंगुलिमाल जंगल से आते-जाते लोगों को मार देता था। उसके निर्दयी स्वाभाव के कारण सब लोग उससे डरते थे। 


8. डाकू अंगुलिमाल लोगों को मारकर क्या करता था?

उत्तर: डाकू अंगुलिमाल जंगल से आने-जाने वाले लोगों को मार देता था। उन्हें मारकर वह उनकी अंगुलियों को काटकर उनकी माला पहनता था। 


9. जंगल में जाने से लोग भयभीत क्यों हो जाते थे?

उत्तर: अंगुलिमाल नाम का एक निर्दयी डाकू जंगल में रहता था। वह जंगल में आने-जाने वाले लोगों को मार देता था इसलिए जंगल में जाने से लोग भयभीत हो जाते थे। 


10. अंगुलिमाल कितने पत्ते तोड़कर लाया और क्यों?

उत्तर: अंगुलिमाल पेड़ से चार पत्ते तोड़कर लाया था। उसने ऐसा बुद्ध के कहने पर किया था और उन्हें ही पत्ते सौंप दिए थे। 


लघु उत्तरीय प्रश्न: (3 अंक)

11. लोगों ने महात्मा बुद्ध को किस बात से सावधान किया और महात्मा बुद्ध ने उनकी बात सुनकर क्या किया?

उत्तर: लोगों ने महात्मा बुद्ध को डाकू अंगुलिमाल से सावधान किया। उन्होंने बुद्ध को जंगल में जाने से मना किया। महात्मा बुद्ध ने उनकी बात धैर्य से सुनी और उनकी बात सुनकर फिर वह बिना डरे जंगल की ओर चल दिये।


12. लोगों ने महात्मा बुद्ध को क्या-क्या बताया?

उत्तर: जब महात्मा बुद्ध जंगल के निकट के गाँव से गुज़र रहे थे तो वहाँ के लोगों ने उन्हें अंगुलिमाल के बारे में सबकुछ बताया। उन्होंने बुद्ध को जंगल में जाने से सचेत किया और उन्हें बताया कि निर्दयी अंगुलिमाल जंगल में जाने वाले लोगों को मार देता है।


13. बुद्ध से अंगुलिमाल कैसे मिला?

उत्तर: बुद्ध की आने की खबर सुनकर अंगुलिमाल गुस्से से तिलमिला उठा। उसे लगा कि आखिर किसे उससे डर नहीं लगता। वह गुस्से से लाल महात्मा बुद्ध के पास गया पर बुद्ध ने उसका स्वागत मुस्कान के साथ किया।


14. महात्मा बुद्ध ने अंगुलिमाल को गुस्से में देखकर क्या किया?

उत्तर: अंगुलिमाल गुस्से में लाल होकर महात्मा बुद्ध के पास गया। उसे गुस्से में देखकर भी बुद्ध नहीं डरे। उन्होंने मुस्कान के साथ उसका स्वागत किया और उसे गुस्सा छोड़कर पेड़ से चार पत्ते तोड़कर लाने को कहा।


15. अंगुलिमाल महात्मा बुद्ध की शरण में क्यों चला गया?

उत्तर: अंगुलिमाल से हर कोई भय के साथ मिलता था पर बुद्ध उससे बिना किसी डर के, एक मुस्कान के साथ मिले। फिर उन्होंने उसे पेड़ से चार पत्ते तोड़कर लाने को कहा और फिर वापिस जोड़ने को कहा। अंगुलिमाल ने जब कहा कि मैं टूटे हुए पत्ते दोबारा कैसे जोड़ सकता हूँ। महात्मा बुद्ध ने उसे समझाया कि जब वह जानता है कि टूटी हुई चीज़ वापिस नहीं जुड़ सकती तो वह तोड़ने का काम क्यों करता है। अंगुलिमाल को बुद्ध के शब्दों का अर्थ समझ आ गया और वह उनकी शरण में चला गया।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: (5 अंक)

16. बुद्ध से अंगुलिमाल ने क्या सीखा?

उत्तर: बुद्ध ने अंगुलिमाल को पेड़ से पत्ते तोड़कर वापिस उन्हें जोड़ने को कहा। यह करना असंभव था। बुद्ध के समझाने पर अंगुलिमाल को समझ आ गया कि किसी की जान लेना पेड़ के पत्ते तोड़ने जितना आसान है, परंतु किसी को दोबारा जीवित करना पेड़ के टूटे पत्तों को वापिस जोड़ने की तरह असंभव है। अंगुलिमाल ने बुद्ध से सीखा कि किसी को बिना कारण सताना गलत है।


17. अंगुलिमाल के बारे में बताओ।

उत्तर: जंगल में एक निर्दयी डाकू रहता था जिसका नाम अंगुलिमाल था। वह जंगल से आने-जाने को मार डालता था और उनकी अंगुलियाँ काटकर उनकी माला पहनता था। इसी कारण उसका नाम अंगुलिमाल था। उसके इस निर्दयी स्वभाव के कारण सब लोग जंगल में जाने से डरते थे।


18. बुद्ध के द्वारा अंगुलिमाल को दी गयी शिक्षा के बारे में बताइए।

उत्तर: बुद्ध गुस्से से लाल अंगुलिमाल से मुस्कान सहित मिले। उन्होंने उसे पेड़ से चार पत्ते तोड़कर लाने को कहा और फिर वापिस जोड़ने को कहा। अंगुलिमाल ने जब कहा कि मैं टूटे हुए पत्ते दोबारा कैसे जोड़ सकता हूँ। महात्मा बुद्ध ने उसे समझाया कि जब वह जानता है कि टूटी हुई चीज़ वापिस नहीं जुड़ सकती तो वह तोड़ने का काम क्यों करता है।अंगुलिमाल को बुद्ध की दी गयी शिक्षा समझ आ गयी कि किसी की जान लेना पेड़ के पत्ते तोड़ने जितना आसान है, परंतु किसी को दोबारा जीवित करना पेड़ के टूटे पत्तों को वापिस जोड़ने की तरह असंभव है।


19. बुद्ध के बारे में बताओ।

उत्तर: बुद्ध का जन्म 483 ई. पूर्व में नेपाल के लुम्बिनि में हुआ था। उनका बचपन का नाम सिद्धार्थ था और वह एक राजा के बेटे थे। 29 वर्ष की आयु में सिद्धार्थ सत्य की खोज में घर से निकले और 7 साल बाद बुद्धत्व को प्राप्त हो गए। बुद्धत्व धारण करने के बाद वह बुद्ध कहलाये। 83 वर्ष की आयु में उन्होंने महानिर्वाणा की प्राप्ति कर ली।


20. महात्मा की शिक्षा से अंगुलिमाल के अंदर हुए परिवर्तन पर टिप्पणी करो।

उत्तर: गुस्से से लाल अंगुलिमाल से महात्मा बुद्ध मुस्कान सहित मिले। उन्होंने उसे पेड़ से चार पत्ते तोड़कर फिर उन्हें वापिस जोड़ने को कहा। यह करना असंभव था। महात्मा बुद्ध ने उसे समझाया कि जब वह जानता है कि टूटी हुई चीज़ वापिस नहीं जुड़ सकती तो वह तोड़ने का काम क्यों करता है।अंगुलिमाल को बुद्ध की दी गयी शिक्षा समझ आ गयी कि किसी की जान लेना कितना गलत है और वह उनकी शरण में चला गया।

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FAQs on Important Questions Class 6 Hindi Durva Chapter 21

1. कक्षा 6 हिंदी की परीक्षा के लिए अध्याय 21, 'अंगुलिमाल' से महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करने के क्या फायदे हैं?

अध्याय 21 'अंगुलिमाल' से महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करने से कई फायदे होते हैं। इससे छात्रों को परीक्षा में पूछे जाने वाले संभावित प्रश्नों के पैटर्न का पता चलता है। यह अध्याय के मुख्य विषयों, जैसे करुणा, पश्चाताप और परिवर्तन, पर आपकी समझ को मजबूत करता है और आपको उत्तर लिखने की सही संरचना सिखाता है, जिससे आप परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त कर सकते हैं।

2. 'अंगुलिमाल' पाठ से किस प्रकार के प्रश्न (लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय, MCQ) परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं?

कक्षा 6 की हिंदी परीक्षा में 'अंगुलिमाल' पाठ से विभिन्न प्रकार के प्रश्न आ सकते हैं। आमतौर पर, इस अध्याय से ये प्रश्न अपेक्षित होते हैं:

  • लघु उत्तरीय प्रश्न (2-3 अंक): अंगुलिमाल कौन था, या महात्मा बुद्ध ने उसे क्या उपदेश दिया।
  • दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4-5 अंक): अंगुलिमाल के चरित्र में आए परिवर्तन का वर्णन या कहानी के मुख्य संदेश की व्याख्या।
  • मूल्याधारित प्रश्न (HOTS): कहानी से मिली सीख को अपने जीवन में कैसे अपनाएंगे।
  • MCQ: पात्रों या घटनाओं से जुड़े तथ्यात्मक प्रश्न।

3. क्या CBSE कक्षा 6 हिंदी परीक्षा 2025-26 के लिए केवल 'अंगुलिमाल' अध्याय के महत्वपूर्ण प्रश्न पढ़ना ही काफी है?

नहीं, केवल महत्वपूर्ण प्रश्नों पर निर्भर रहना पूरी तैयारी के लिए पर्याप्त नहीं है। महत्वपूर्ण प्रश्न आपको परीक्षा के पैटर्न और मुख्य विषयों को समझने में मदद करते हैं, लेकिन अच्छे अंक लाने के लिए आपको पूरा अध्याय ध्यान से पढ़ना चाहिए। NCERT पुस्तक के सभी अभ्यास प्रश्नों और व्याकरण संबंधी अवधारणाओं को भी समझना ज़रूरी है ताकि आप किसी भी अप्रत्याशित प्रश्न का उत्तर दे सकें।

4. 'अंगुलिमाल' अध्याय से कौन-से 3-अंक वाले प्रश्न परीक्षा के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं?

परीक्षा 2025-26 के दृष्टिकोण से, 'अंगुलिमाल' अध्याय से निम्नलिखित 3-अंक वाले प्रश्न महत्वपूर्ण हो सकते हैं:

  • महात्मा बुद्ध से मिलने से पहले अंगुलिमाल का व्यवहार कैसा था?
  • अंगुलिमाल लोगों की उंगलियां क्यों काटता था?
  • महात्मा बुद्ध ने अंगुलिमाल को अहिंसा और करुणा का क्या उपदेश दिया?
  • डाकू से साधु बनने के बाद अंगुलिमाल का जीवन कैसा हो गया?

5. महात्मा बुद्ध से मिलने के बाद अंगुलिमाल के चरित्र में क्या परिवर्तन आया? इस पर आधारित प्रश्न का उत्तर कैसे लिखें?

महात्मा बुद्ध से मिलने के बाद अंगुलिमाल का हिंसक और क्रूर स्वभाव पूरी तरह बदल गया। वह एक दयालु और शांत भिक्षु बन गया। इस प्रश्न का उत्तर लिखते समय, आपको इन बिंदुओं को शामिल करना चाहिए:

  • प्रारंभिक परिचय: बताएं कि पहले वह एक निर्दयी डाकू था।
  • परिवर्तन का कारण: महात्मा बुद्ध के निडरता और करुणा भरे उपदेश का उस पर गहरा प्रभाव पड़ा।
  • परिवर्तन के बाद का जीवन: उसने हिंसा का मार्ग छोड़कर क्षमा, शांति और सेवा का मार्ग अपना लिया।
यह एक चरित्र-चित्रण पर आधारित प्रश्न है, जिसमें आपको उसके बदलाव को स्पष्ट रूप से दिखाना होता है।

6. अंगुलिमाल एक खूंखार डाकू क्यों बना था? इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है जिसे परीक्षा में अच्छे अंकों के लिए उत्तर में शामिल करना चाहिए?

अंगुलिमाल अपने गुरु के आदेश पर 1000 लोगों की उंगलियां इकट्ठा करने के लिए डाकू बना था, क्योंकि गुरु ने उससे गुरुदक्षिणा में यही मांगा था। इस कहानी का मुख्य संदेश यह है कि सही मार्गदर्शन और करुणा से बुरे से बुरे इंसान का भी हृदय परिवर्तन हो सकता है। परीक्षा में उत्तर लिखते समय, इस संदेश पर जोर दें कि कोई भी व्यक्ति जन्म से बुरा नहीं होता और प्रेम व क्षमा में किसी को भी बदलने की शक्ति होती है।

7. यदि महात्मा बुद्ध अंगुलिमाल से नहीं मिलते तो कहानी का अंत कैसे अलग हो सकता था? इस पर आधारित एक मूल्याधारित प्रश्न का उत्तर कैसे लिखें?

यह एक मूल्याधारित (HOTS) प्रश्न है। इसका उत्तर लिखने के लिए, आपको कल्पना और तर्क का उपयोग करना होगा। आप लिख सकते हैं:

  • यदि महात्मा बुद्ध अंगुलिमाल से नहीं मिलते, तो वह शायद अपनी 1000 उंगलियों की माला पूरी करने के लिए और अधिक हिंसा करता।
  • वह जीवन भर एक क्रूर डाकू बना रहता और कभी भी उसे अपने कर्मों पर पश्चाताप करने का अवसर नहीं मिलता।
  • समाज में उसका भय बना रहता और उसका अंत भी शायद हिंसा से ही होता।
उत्तर में यह ज़रूर बताएं कि इस कहानी में महात्मा बुद्ध का मिलना एक निर्णायक मोड़ था, जिसने कहानी की दिशा बदल दी।

8. 'अंगुलिमाल' पाठ में वर्णित अहिंसा और करुणा के महत्व को आप अपने शब्दों में कैसे समझाएंगे? परीक्षा में इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

'अंगुलिमाल' पाठ सिखाता है कि अहिंसा (हिंसा न करना) और करुणा (दूसरों के प्रति दया) सबसे बड़ी मानवीय शक्तियां हैं। ये गुण केवल शारीरिक चोट न पहुंचाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि किसी को कठोर शब्द न कहने और सभी के प्रति प्रेम का भाव रखने से भी जुड़े हैं। परीक्षा में उत्तर देते समय, इन बातों का ध्यान रखें:

  • उत्तर की शुरुआत अहिंसा और करुणा की सरल परिभाषा से करें।
  • कहानी से उदाहरण दें, जैसे महात्मा बुद्ध ने बिना डरे अंगुलिमाल को करुणा का मार्ग दिखाया।
  • बताएं कि कैसे इन गुणों ने एक डाकू को संत में बदल दिया।
  • अंत में, इन मूल्यों की आज के समाज में प्रासंगिकता पर एक पंक्ति लिखें।